कल का मौसम 21 अप्रैल 2025: झारखंड के रांची समेत इन जिलों में आंधी-तूफान और तेज बारिश का कहर, मौसम विभाग का येलो अलर्ट जारी!
झारखंड में मौसम ने अचानक करवट ले ली है 🌦️। राज्य के अधिकांश हिस्सों में अगले चार दिनों तक तेज बारिश 🌧️, वज्रपात ⚡ और आंधी-तूफान 🌪️ की चेतावनी दी गई है। हालांकि पलामू, गढ़वा, लातेहार, चतरा, कोडरमा और लोहरदगा जिलों को छोड़कर अन्य क्षेत्रों में ये प्रभाव अधिक देखने को मिलेंगे।
⚠️ येलो अलर्ट जारी: अगले 72 घंटे बेहद संवेदनशील
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने येलो अलर्ट जारी किया है। इसके तहत बताया गया है कि अगले 72 घंटे तक राज्य के अधिकांश हिस्सों में 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं, वज्रपात, गरज-तड़ग के साथ बारिश और ओलावृष्टि हो सकती है।
👉 इस अलर्ट के दौरान लोगों को खुले में न निकलने की सलाह दी गई है।
🌾 ओलावृष्टि से फसलों को हुआ भारी नुकसान
शुक्रवार को हुई अचानक बारिश और ओलावृष्टि ❄️ ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया। राजधानी रांची में दोपहर 2 बजे करीब 7 मिमी बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई, जिससे खेतों की फसल और सब्जियां खराब हो गईं।
📍 बहरागोड़ा में सबसे अधिक 11 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि पूरे राज्य में 24 घंटे के भीतर 40 मिमी बारिश दर्ज की गई।

🌪️ साइक्लोनिक सर्कुलेशन और बंगाल की खाड़ी का असर
इस मौसमीय बदलाव के पीछे बंगाल की खाड़ी में बना निम्न दबाव वाला क्षेत्र और साइक्लोनिक सर्कुलेशन है। इससे राज्य के पश्चिमोत्तर जिलों को छोड़कर शेष भागों में गरज-तड़ग, ओलावृष्टि और तेज बारिश की संभावना बनी हुई है।
🗓️ 20 और 21 अप्रैल को पूरे राज्य में बारिश की संभावना है। खासतौर पर 21 अप्रैल को भीषण मेघगर्जन और वज्रपात का असर रहेगा।
⛈️ बारिश से राहत, लेकिन बढ़ सकती है उमस
जहां एक तरफ बारिश से तपती गर्मी से राहत 🌤️ मिली है, वहीं दूसरी ओर अधिकतम तापमान में 2-3°C की वृद्धि 🌡️ और उमस 😓 में इज़ाफा होने की संभावना जताई गई है।
📊 1 मार्च से अब तक बारिश का लेखा-जोखा:
- बोकारो – 131 मिमी 🌧️
- रांची – 92 मिमी ☔
- जमशेदपुर – 83.7 मिमी
- मेदिनीनगर – 46.5 मिमी
- चाईबासा – 95.3 मिमी
🏙️ राजधानी रांची में बारिश से अस्त-व्यस्त हुआ जनजीवन
रांची में शुक्रवार को अचानक मौसम बदला, दोपहर 2 बजे तेज आंधी, बारिश और ओलावृष्टि ने शहर को अपनी चपेट में ले लिया।
🚨 मुख्य घटनाएं:
- तेज हवा से कई पेड़ गिर गए 🌳, जिससे कई इलाकों में ट्रैफिक बाधित हुआ।
- ओलावृष्टि से वाहनों के शीशे टूटे 🚗
- सुलभ शौचालय की छत और दीवार क्षतिग्रस्त, बड़ा पेड़ भवन पर गिरा।
- नगर निगम की टीम ने घंटों तक मलबा हटाया।
💡 लोगों के लिए जरूरी सुझाव
✔️ बिजली चमकने या बादल गरजने पर तुरंत सुरक्षित स्थान में जाएं।
✔️ खेतों में कार्य कर रहे किसान बिजली गिरने के समय खुले में न रहें।
✔️ वाहन चलाते समय सावधानी रखें – सड़कें फिसलन भरी हो सकती हैं।
✔️ पेड़ों, बिजली के खंभों और पुराने भवनों से दूर रहें।
✔️ मौसम विभाग के अलर्ट को नियमित रूप से फॉलो करें।
🌀 क्यों बढ़ रहा है मौसम का कहर?
जलवायु परिवर्तन और मौसम चक्र की अस्थिरता के कारण देशभर में असामान्य मौसमी घटनाएं बढ़ रही हैं। झारखंड में भी इसका असर स्पष्ट दिख रहा है –
- बिना मौसम बारिश
- ओलावृष्टि और वज्रपात में वृद्धि
- कृषि पर बुरा असर
- लोगों के जनजीवन पर प्रभाव
📅 आने वाले दिनों में मौसम कैसा रहेगा?
तारीख | संभावित मौसम |
---|---|
20 अप्रैल | गरज के साथ बारिश और वज्रपात ⚡ |
21 अप्रैल | तेज आंधी, ओलावृष्टि और वज्रपात 🌪️ |
22 अप्रैल | हल्की बारिश, उमस बनी रहेगी 😓 |
23 अप्रैल | बादल छाए रहेंगे, गरज के साथ हल्की बारिश 🌥️ |
🧾 निष्कर्ष (Conclusion)
झारखंड में अगले चार दिनों तक मौसम बेहद अस्थिर और खतरनाक बना रहेगा। बारिश, आंधी-तूफान और ओलावृष्टि के चलते लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। किसानों को अपनी फसलों की सुरक्षा के लिए अग्रिम कदम उठाने चाहिए, वहीं शहरवासियों को यातायात और बिजली गिरने जैसी घटनाओं से सावधानी बरतनी होगी।
🌿 मौसम की यह मार केवल प्राकृतिक घटना नहीं है, बल्कि यह पर्यावरणीय असंतुलन का परिणाम है, जिसे हमें गंभीरता से लेना चाहिए।
❓ FAQs: झारखंड में मौसम को लेकर पूछे गए सवाल
Q1. क्या पूरे झारखंड में बारिश होगी?
हाँ, पलामू, चतरा, गढ़वा, लातेहार को छोड़कर अधिकांश हिस्सों में बारिश की संभावना है।
Q2. क्या ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान हो सकता है?
हाँ, रांची और आसपास के क्षेत्रों में ओलावृष्टि से फसलों को खासा नुकसान हुआ है।
Q3. कितनी तेज हवाएं चल सकती हैं?
30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।
Q4. मौसम कब तक खराब रहेगा?
20 से 23 अप्रैल तक खराब मौसम की संभावना बनी रहेगी।
Q5. क्या वज्रपात से जान-माल का खतरा है?
हाँ, इसलिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। सावधानी बरतना आवश्यक है।