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मध्यप्रदेश मौसम अपडेट 26 अगस्त 2025: भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन समेत 30 जिलों में झमाझम बरसात, दतिया में 92 मिमी बारिश, आज का मौसम अलर्ट जारी!

26 अगस्त 2025 मध्यप्रदेश मौसम समाचार: भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और सतना में आज का मौसम बरसाती, 30 जिलों में झमाझम बारिश और अलर्ट जारी!

मध्यप्रदेश में इन दिनों मानसून पूरी रफ्तार पर है और लगातार हो रही झमाझम बारिश ने प्रदेश का मौसम सुहाना बना दिया है। राजधानी भोपाल सहित कई बड़े शहरों और जिलों में तेज से लेकर हल्की बारिश का दौर जारी है। दतिया जिले में 92 मिमी तक बारिश दर्ज की गई है, जबकि अलीराजपुर, सतना, डिंडौरी सहित अन्य हिस्सों में भी अच्छी बरसात देखने को मिली। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है और कई जिलों में गरज-चमक के साथ भारी वर्षा की चेतावनी दी है। इस मानसूनी दौर ने जहां किसानों के चेहरों पर मुस्कान ला दी है, वहीं लगातार हो रही बारिश से जनजीवन पर भी असर पड़ रहा है। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, रीवा, उज्जैन, धार और शाजापुर जैसे प्रमुख शहरों में सोमवार से ही बारिश का दौर जारी है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अगले दो दिनों तक हल्की बारिश जारी रहेगी, जबकि इसके बाद पश्चिमी मध्यप्रदेश में तेज बारिश देखने को मिल सकती है।

मध्यप्रदेश में मानसून की स्थिति

प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में मानसून सक्रिय हो चुका है। मानसूनी ट्रफ और साइक्लोनिक सर्कुलेशन का असर साफ तौर पर देखा जा रहा है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, धार और ग्वालियर जैसे बड़े शहरों में हल्की से मध्यम बारिश लगातार हो रही है। अब तक औसतन 24% अधिक बारिश रिकॉर्ड की जा चुकी है, जो सामान्य से बेहतर है। पूर्वी मध्यप्रदेश में जहां 26% अधिक बारिश दर्ज हुई है, वहीं पश्चिमी मध्यप्रदेश में यह आंकड़ा 23% है।

भोपाल में बारिश का हाल

राजधानी भोपाल में सोमवार सुबह से ही हल्की बारिश का दौर शुरू हुआ और पूरे दिन मौसम नम बना रहा। यहां 7 मिमी वर्षा दर्ज की गई। बारिश की वजह से शहर का तापमान गिरा और लोगों ने ठंडी हवाओं के बीच राहत महसूस की।

अन्य शहरों और जिलों में बरसात

इंदौर और श्योपुर में 4 मिमी, रतलाम में 3 मिमी, पचमढ़ी और छिंदवाड़ा में 2-2 मिमी बारिश दर्ज की गई। दतिया में 92 मिमी, अलीराजपुर में 88.2 मिमी, सतना में 84.4 मिमी और डिंडौरी में 77.2 मिमी वर्षा ने स्थानीय लोगों को भिगो दिया।

मौसम विभाग का पूर्वानुमान

मौसम वैज्ञानिक अमित शर्मा के अनुसार, प्रदेश के ऊपर बना निम्न दबाव का क्षेत्र अब साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम में बदल गया है। साथ ही उड़ीसा और पश्चिम बंगाल के ऊपर भी साइक्लोनिक सर्कुलेशन सक्रिय है। मानसून ट्रफ राजस्थान से होते हुए बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ रहा है। अगले दो दिनों तक भारी बारिश की संभावना नहीं है, लेकिन इसके बाद पश्चिमी मध्यप्रदेश में तेज बारिश का दौर शुरू होगा।

येलो अलर्ट और भारी बारिश की चेतावनी

मौसम विभाग ने अलीराजपुर, झाबुआ, रतलाम, मंदसौर, नीमच, दतिया, भिंड, मुरैना, सिंगरौली, सिवनी, मंडला और बालाघाट जिलों में गरज-चमक के साथ भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। वहीं भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, शाजापुर और जबलपुर सहित करीब 40 जिलों में हल्की बारिश का पूर्वानुमान जताया गया है।

तापमान का ताजा हाल

प्रदेश के कई जिलों में बारिश के बावजूद तापमान सामान्य से थोड़ा अधिक दर्ज किया गया। मंडला 33°C के साथ सबसे गर्म रहा, जबकि खजुराहो, ग्वालियर और दतिया में तापमान 32°C से ऊपर रहा। वहीं खंडवा और पचमढ़ी में न्यूनतम तापमान 19°C दर्ज किया गया, जिससे यहां हल्की ठंडक का अहसास हुआ।

बड़े शहरों का पारा

ग्वालियर का अधिकतम तापमान 32.5°C, जबलपुर का 29.9°C, उज्जैन का 28.4°C, भोपाल का 28.2°C और इंदौर का 26.9°C दर्ज किया गया। बारिश की वजह से इन शहरों का मौसम सुहावना बना हुआ है।

बारिश से कृषि और ग्रामीण इलाकों में उम्मीदें

मध्यप्रदेश कृषि प्रधान राज्य है और यहां के किसानों की सबसे बड़ी आस मानसून की बारिश से जुड़ी होती है। इस साल की बेहतर बारिश ने किसानों को राहत दी है। धान, सोयाबीन और मक्का जैसी फसलों के लिए लगातार हो रही बरसात वरदान साबित हो रही है।

निचले इलाकों में परेशानी

जहां बारिश ने राहत दी है, वहीं निचले इलाकों में जलभराव की समस्या भी सामने आने लगी है। कई कस्बों और गांवों में बारिश का पानी जमा हो गया है, जिससे स्थानीय लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है।

निष्कर्ष

मध्यप्रदेश में मानसून ने पूरी रफ्तार पकड़ ली है और आने वाले दिनों में यह और तेज होने वाला है। राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के लगभग सभी हिस्सों में बारिश हो रही है, जिससे मौसम सुहावना बन गया है। हालांकि भारी बारिश का अलर्ट भी कई जिलों में जारी किया गया है, ऐसे में लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। यह बारिश जहां किसानों के लिए संजीवनी है, वहीं जलभराव और यातायात की समस्याएं भी खड़ी कर रही है।


FAQs

प्रश्न 1: मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा बारिश कहां हुई?
उत्तर: दतिया जिले में सबसे ज्यादा 92 मिमी बारिश दर्ज की गई।

प्रश्न 2: किन जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है?
उत्तर: अलीराजपुर, झाबुआ, रतलाम, मंदसौर, नीमच, दतिया, भिंड, मुरैना, सिंगरौली, सिवनी, मंडला और बालाघाट में येलो अलर्ट जारी किया गया है।

प्रश्न 3: भोपाल में कितनी बारिश दर्ज हुई?
उत्तर: भोपाल में सोमवार को 7 मिमी बारिश दर्ज की गई।

प्रश्न 4: प्रदेश में अब तक कितनी अधिक बारिश हुई है?
उत्तर: अब तक प्रदेश में औसतन 24% अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई है।

प्रश्न 5: आने वाले दिनों का मौसम कैसा रहेगा?
उत्तर: अगले दो दिनों तक हल्की बारिश होगी, उसके बाद पश्चिमी मध्यप्रदेश में तेज बारिश की संभावना है।

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