MP Heavy Rain Alert: 28 अगस्त आज का मौसम और 29 अगस्त कल का मौसम अपडेट, इंदौर-भोपाल-खंडवा-झाबुआ में आफत की बारिश, जानिए कौन-कौन से जिले हैं प्रभावित
मध्यप्रदेश में मानसून एक बार फिर से जोर पकड़ रहा है और मौसम विभाग ने प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी कर दी है। उत्तर भारत और पहाड़ी राज्यों में लगातार सक्रिय मानसून का असर अब एमपी के आसमान पर भी दिखने लगा है। पिछले दिनों हल्की राहत के बाद अब फिर से मौसम का मिजाज बदलने वाला है। मौसम विभाग का कहना है कि अगले 48 घंटे प्रदेश के लिए बेहद अहम रहेंगे, क्योंकि कई जिलों में 3 से 4 इंच तक बारिश दर्ज हो सकती है। इस दौरान नदी-नालों के उफान पर आने और जनजीवन प्रभावित होने की आशंका भी जताई गई है। बारिश के इस अलर्ट से जहां किसानों को राहत मिलेगी, वहीं दूसरी ओर बाढ़ जैसी स्थिति भी परेशान कर सकती है। आइए जानते हैं किन-किन जिलों में भारी बारिश का खतरा मंडरा रहा है और मौजूदा हालात कैसे हैं।
एमपी के कई जिलों में भारी बारिश का यलो अलर्ट
मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि 28 और 29 अगस्त को मध्यप्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश देखने को मिल सकती है। 28 अगस्त को बालाघाट, मंडला, डिंडौरी, खंडवा, बुरहानपुर, बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा और सिवनी में यलो अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में 24 घंटे के भीतर 3 से 4 इंच तक बारिश दर्ज होने की संभावना है।
29 अगस्त को छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, खरगोन, देवास, खंडवा, हरदा, बुरहानपुर, नर्मदापुरम, बैतूल, झाबुआ, अलीराजपुर, धार और बड़वानी में भारी बारिश हो सकती है। यहां भी मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी किया है।
मुख्यमंत्री की यात्रा पर असर
भारी बारिश का असर राजनीतिक गतिविधियों पर भी पड़ा है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को बुधवार को उज्जैन से इंदौर जाना था। हालांकि खराब मौसम और तेज बारिश के कारण उनका हेलिकॉप्टर उड़ान नहीं भर सका। इसके चलते उन्हें सड़क मार्ग से कार द्वारा यात्रा करनी पड़ी।
प्रदेश में धूप-छांव का खेल और हल्की बारिश
बीते 24 घंटे में प्रदेश के कई हिस्सों में मौसम ने अलग-अलग रूप दिखाए। कहीं तेज धूप रही तो कहीं हल्की बारिश ने लोगों को राहत दी। श्योपुर और इंदौर में आधा इंच के आसपास बारिश दर्ज की गई। वहीं नर्मदापुरम, जबलपुर, बालाघाट, खरगोन, रतलाम, सागर, शाजापुर, धार और मंदसौर में रुक-रुक कर हल्की बारिश हुई।
सागर में देर शाम तेज बारिश ने मौसम का रुख बदल दिया। वहीं नरसिंहपुर में एक व्यक्ति नदी का पुल पार करते समय बह गया। तवा नदी उफान पर आने से तवा डैम का एक गेट खोलना पड़ा।
किसानों और आम जनता के लिए अलर्ट
भारी बारिश से जहां किसानों की खरीफ फसलों को फायदा होगा, वहीं जनजीवन के प्रभावित होने का खतरा भी बढ़ सकता है। कई जिलों में जलभराव, यातायात अवरोध और नदी-नालों का जलस्तर बढ़ने की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। ऐसे में प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने और अनावश्यक रूप से यात्रा न करने की सलाह दी है।
निष्कर्ष
मध्यप्रदेश में मानसून का दूसरा चरण एक बार फिर से सक्रिय हो गया है। अगले दो दिनों में प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग के अलर्ट को देखते हुए आम जनता और प्रशासन दोनों को सतर्क रहने की जरूरत है। बारिश जहां किसानों के लिए वरदान साबित हो सकती है, वहीं दूसरी ओर इससे उत्पन्न होने वाली समस्याएं आम लोगों को परेशानी में डाल सकती हैं।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
Q1. किन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है?
28 अगस्त को बालाघाट, मंडला, डिंडौरी, खंडवा, बुरहानपुर, बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा और सिवनी में अलर्ट है। 29 अगस्त को छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, खरगोन, देवास, खंडवा, हरदा, बुरहानपुर, नर्मदापुरम, बैतूल, झाबुआ, अलीराजपुर, धार और बड़वानी में भारी बारिश हो सकती है।
Q2. कितनी बारिश की संभावना है?
मौसम विभाग के अनुसार कई जिलों में 3 से 4 इंच तक पानी गिर सकता है।
Q3. मुख्यमंत्री की यात्रा पर इसका क्या असर पड़ा?
खराब मौसम और बारिश के कारण मुख्यमंत्री का हेलिकॉप्टर उड़ान नहीं भर सका और उन्हें सड़क मार्ग से यात्रा करनी पड़ी।
Q4. क्या यह बारिश किसानों के लिए लाभकारी होगी?
हाँ, खरीफ फसलों के लिए यह बारिश काफी लाभकारी साबित हो सकती है, लेकिन जलभराव और बाढ़ की स्थिति से नुकसान भी हो सकता है।
Q5. लोगों को क्या सावधानी बरतनी चाहिए?
लोगों को अनावश्यक यात्रा से बचना चाहिए, नदी-नालों के पास न जाएं और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।
