29 अगस्त से 1 सितंबर 2025 तक मध्य प्रदेश आज का मौसम – भोपाल, इंदौर, उज्जैन और सिवनी में बारिश से हाहाकार, नदियों का जलस्तर बढ़ा, देखें पूरी रिपोर्ट
मध्य प्रदेश में मानसून एक बार फिर पूरी रफ्तार पकड़ चुका है और इस बार इसका असर इतना ज्यादा है कि बारिश अब “मिलीमीटर” में नहीं बल्कि “इंच” में दर्ज की जा रही है। राज्य के कई जिलों में मूसलाधार बारिश का दौर लगातार जारी है, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हो गया है। मौसम विभाग ने 1 सितंबर तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। राजधानी भोपाल समेत इंदौर, उज्जैन, सिवनी, छिंदवाड़ा और धार जैसे जिलों में बारिश ने लोगों को बेहाल कर दिया है। कई जगह निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई है और नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। अगले चार दिनों तक प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में भारी से अति भारी बारिश का सिलसिला जारी रहने की संभावना जताई गई है। यह लेख आपको मध्य प्रदेश के मौसम की ताज़ा जानकारी, बारिश की स्थिति, प्रभावित जिलों और मौसम विभाग के पूर्वानुमान पर विस्तार से जानकारी देगा।
मध्य प्रदेश में भारी बारिश का दौर फिर शुरू
पिछले कुछ दिनों तक मानसून ने थोड़ी राहत जरूर दी थी, लेकिन गुरुवार से एक बार फिर मूसलाधार बारिश ने दस्तक दे दी है। राजधानी भोपाल में दोपहर के बाद अचानक मौसम ने करवट बदली, आसमान में काले बादल छा गए और तेज बारिश शुरू हो गई। यह बारिश रुक-रुक कर देर रात तक जारी रही। इसी तरह इंदौर, उज्जैन, छिंदवाड़ा, रायसेन और धार जिलों में भी बारिश का सिलसिला जारी रहा।
उज्जैन में तो क्षिप्रा नदी का जलस्तर इतना बढ़ गया कि घाटों पर बने मंदिर पानी में डूब गए। इंदौर में भारी बारिश से निचले इलाकों में जलभराव हो गया, जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
बारिश का आंकड़ा: कहां कितनी हुई बारिश
गुरुवार को दिनभर में भोपाल में सुबह 8:30 से शाम 5:30 बजे तक 11 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। इंदौर में 5 मिमी, रायसेन में 45 मिमी, छिंदवाड़ा में 30 मिमी और मंडला में 7 मिमी बारिश हुई। वहीं पिछले 24 घंटे में रतलाम में 56 मिमी, शिवपुरी में 26 मिमी, उज्जैन में 16.6 मिमी, छिंदवाड़ा में 28.2 मिमी और सिवनी में 75.4 मिमी बारिश दर्ज की गई।
इन आंकड़ों से साफ है कि प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में बारिश का असर अलग-अलग स्तर पर हो रहा है, लेकिन कुल मिलाकर मानसून इस बार जोरदार तरीके से सक्रिय है।
चार मौसम प्रणालियों का असर
मौसम विशेषज्ञ डॉ. शैलेंद्र नायक के अनुसार, इस समय मध्य प्रदेश में चार अलग-अलग मौसम प्रणालियों का प्रभाव दिखाई दे रहा है। इनमें से एक निम्न दबाव का क्षेत्र भी शामिल है, जो अगले एक-दो दिन में और ज्यादा सक्रिय हो सकता है। इसी वजह से प्रदेश के कई हिस्सों में लगातार बारिश हो रही है।
किन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने शुक्रवार और उसके बाद के दिनों के लिए कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इनमें प्रमुख रूप से बैतूल, नर्मदापुरम, हरदा, खंडवा, बुरहानपुर, बड़वानी, खरगोन, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, उज्जैन, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा और सिवनी जिले शामिल हैं। राजधानी भोपाल के लिए भी अनुमान जताया गया है कि यहां गरज-चमक के साथ मध्यम से तेज बारिश हो सकती है।
जलभराव और नदियों के बढ़ते जलस्तर से बढ़ी चिंता
लगातार हो रही बारिश के कारण कई जिलों में निचले इलाकों में पानी भरने की स्थिति बन गई है। इंदौर और भोपाल जैसे बड़े शहरों में यातायात प्रभावित हो रहा है। वहीं उज्जैन में क्षिप्रा नदी का जलस्तर इतना बढ़ गया है कि घाटों पर बने मंदिर पानी में डूब चुके हैं। ग्रामीण इलाकों में भी खेतों में पानी भरने से फसलों को नुकसान पहुंचने की आशंका बढ़ गई है।
कृषि पर बारिश का असर
जहां एक ओर किसान खरीफ फसलों के लिए इस बारिश को वरदान मान रहे हैं, वहीं दूसरी ओर लगातार हो रही तेज बारिश से खेतों में जलभराव होने का खतरा भी बढ़ गया है। धान और सोयाबीन जैसी फसलें इस समय पानी की अधिकता झेलने की स्थिति में नहीं हैं।
अगले चार दिनों का पूर्वानुमान
मौसम विभाग ने साफ किया है कि 1 सितंबर तक प्रदेश में भारी बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। कुछ जिलों में तो अति भारी बारिश की संभावना भी जताई गई है। इस दौरान लोगों को सतर्क रहने और अनावश्यक बाहर न निकलने की सलाह दी गई है।
निष्कर्ष
मध्य प्रदेश में मानसून ने एक बार फिर जोरदार दस्तक दी है और 1 सितंबर तक भारी बारिश का दौर जारी रहने वाला है। कई जिलों में जलभराव, नदियों का बढ़ता जलस्तर और फसलों पर खतरे का साया आम लोगों की चिंता बढ़ा रहा है। ऐसे में सावधानी बरतना बेहद जरूरी है।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
Q1. मध्य प्रदेश में बारिश कब तक जारी रहेगी?
मौसम विभाग के अनुसार, 1 सितंबर तक भारी बारिश का सिलसिला जारी रहेगा।
Q2. किन जिलों में सबसे ज्यादा बारिश का अलर्ट है?
बैतूल, नर्मदापुरम, हरदा, खंडवा, बुरहानपुर, इंदौर, उज्जैन, सिवनी, छिंदवाड़ा और धार समेत कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी है।
Q3. क्या बारिश से फसलों को नुकसान होगा?
हां, लगातार बारिश और जलभराव से धान और सोयाबीन जैसी फसलों को नुकसान पहुंचने की आशंका है।
Q4. भोपाल का मौसम कैसा रहेगा?
भोपाल में गरज-चमक के साथ मध्यम से तेज बारिश की संभावना जताई गई है।
Q5. उज्जैन में बारिश का क्या असर हुआ है?
उज्जैन में क्षिप्रा नदी का जलस्तर बढ़ने से घाटों पर बने मंदिर पानी में डूब गए हैं।