उत्तराखंड मौसम अलर्ट: 1 सितंबर 2025 आज का मौसम, देहरादून-हरिद्वार-पौड़ी-टिहरी में रेड अलर्ट, स्कूल बंद और सितंबर भर भारी बारिश की चेतावनी
उत्तराखंड इन दिनों गंभीर मौसमीय संकट से गुजर रहा है। सितंबर की शुरुआत होते ही भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने राज्य के लिए बड़ा अलर्ट जारी किया है। मानसून पहले ही कई राज्यों में तबाही मचा चुका है, और अब सितंबर में भी सामान्य से अधिक बारिश की संभावना ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। देहरादून सहित कई जिलों में रेड अलर्ट घोषित कर दिया गया है और एहतियातन स्कूलों को बंद कर दिया गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि लगातार भारी वर्षा से उत्तराखंड जैसे पर्वतीय राज्य में भूस्खलन, अचानक बाढ़ और नदियों के उफान का खतरा और ज्यादा बढ़ जाता है। ऐसे हालात न केवल जनजीवन को प्रभावित करते हैं, बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था, पर्यटन और कृषि पर भी गहरा असर डालते हैं। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि सितंबर के महीने में उत्तराखंड में मौसम कैसा रहने वाला है, आईएमडी की चेतावनी कितनी गंभीर है और इसका आम लोगों पर क्या असर होगा।
सितंबर में बारिश का नया खतरा
आईएमडी के ताजा पूर्वानुमान के अनुसार सितंबर का महीना भी उत्तराखंड और आसपास के इलाकों के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है। सामान्य परिस्थितियों में सितंबर में लगभग 167.9 मिमी वर्षा दर्ज होती है, लेकिन इस बार अनुमान है कि यह औसत से करीब 109% अधिक हो सकती है। इसका मतलब है कि कई क्षेत्रों में लगातार भारी बारिश देखने को मिल सकती है।
उत्तराखंड जैसे पर्वतीय क्षेत्रों में अधिक वर्षा सीधे-सीधे आपदाओं से जुड़ी होती है। पहाड़ी इलाकों में मिट्टी ढीली होने के कारण भूस्खलन का खतरा ज्यादा रहता है। नदियों के जलस्तर बढ़ने से निचले इलाकों में बाढ़ की स्थिति बन सकती है। यही कारण है कि प्रशासन ने पहले से ही चेतावनी जारी कर दी है।
आईएमडी महानिदेशक की चेतावनी
भारतीय मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने साफ कहा है कि सितंबर में उत्तराखंड सबसे ज्यादा प्रभावित हो सकता है। उन्होंने चेतावनी दी है कि भारी बारिश से भूस्खलन और अचानक बाढ़ की स्थिति पैदा हो सकती है। राज्य से निकलने वाली नदियां, जैसे गंगा और यमुना की सहायक नदियां, जब उफान पर होंगी तो निचले इलाकों के शहर और कस्बे भी प्रभावित होंगे।
महापात्र ने दिल्ली, दक्षिणी हरियाणा और उत्तरी राजस्थान में भी सामान्य जीवन प्रभावित होने की आशंका जताई है। वहीं छत्तीसगढ़ के महानदी बेसिन में भी भारी वर्षा का अनुमान है, जिससे वहां के किसानों और ग्रामीण इलाकों को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
देहरादून में रेड अलर्ट, स्कूल बंद
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए उत्तराखंड में प्रशासन ने कड़े कदम उठाए हैं। देहरादून, पौड़ी, टिहरी और हरिद्वार जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना को देखते हुए प्रशासन ने जिला स्तर पर आपदा प्रबंधन टीमों को सक्रिय कर दिया है।
देहरादून में सभी सरकारी और निजी स्कूलों को बंद कर दिया गया है। इसके अलावा पूरे राज्य के 13 जिलों में स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में भी छुट्टी घोषित कर दी गई है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और नदियों-गदेरों के पास जाने से परहेज करें।
मानसून की इस बार की स्थिति
इस साल का मानसून अपेक्षाकृत ज्यादा सक्रिय रहा है। पश्चिमी विक्षोभों के कारण बारिश का दायरा और तीव्रता दोनों बढ़ी हैं। अगस्त महीने में दक्षिण भारत में 250.6 मिमी वर्षा दर्ज की गई, जो सामान्य से 31% अधिक है। यह वर्षा 2001 के बाद अगस्त महीने में तीसरी सबसे ज्यादा और 1901 के बाद आठवीं सबसे ज्यादा रही है।
इतनी अधिक बारिश ने कृषि और जलस्तर को तो राहत दी है, लेकिन साथ ही बाढ़ और भूस्खलन जैसी प्राकृतिक आपदाओं का खतरा भी बढ़ा दिया है। उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्य में यह खतरा और ज्यादा गंभीर हो जाता है।
लोगों को दी गई सावधानियां
प्रशासन और मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे सतर्क रहें और आपदा प्रबंधन विभाग के निर्देशों का पालन करें। नदियों और झीलों के आसपास जाने से बचें, क्योंकि अचानक जलस्तर बढ़ने पर स्थिति बिगड़ सकती है। साथ ही ग्रामीण और पर्वतीय इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी गई है।
निष्कर्ष
सितंबर का महीना उत्तराखंड और देश के कई हिस्सों के लिए चुनौतीपूर्ण रहने वाला है। भारी वर्षा, भूस्खलन और बाढ़ की संभावना ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। सरकार और प्रशासन सतर्क है, लेकिन आम लोगों को भी अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी। अनावश्यक यात्रा से बचें और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें। प्रकृति के इस रूप से बचाव का एकमात्र उपाय है सावधानी और सतर्कता।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
प्रश्न 1: सितंबर में उत्तराखंड का मौसम कैसा रहेगा?
उत्तर: मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि सितंबर में सामान्य से ज्यादा बारिश होगी, जिससे भूस्खलन और बाढ़ का खतरा बढ़ सकता है।
प्रश्न 2: किन जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है?
उत्तर: देहरादून, पौड़ी, टिहरी और हरिद्वार में रेड अलर्ट जारी किया गया है।
प्रश्न 3: क्या स्कूल बंद रहेंगे?
उत्तर: हां, देहरादून सहित पूरे उत्तराखंड के 13 जिलों में स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र बंद कर दिए गए हैं।
प्रश्न 4: आम जनता को क्या सावधानियां बरतनी चाहिए?
उत्तर: नदियों और झीलों से दूर रहें, अनावश्यक यात्रा से बचें और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें।
प्रश्न 5: क्या केवल उत्तराखंड ही प्रभावित होगा?
उत्तर: नहीं, दिल्ली, दक्षिणी हरियाणा, उत्तरी राजस्थान और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में भी भारी बारिश की संभावना है।