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UP Weather Update: लखनऊ, प्रयागराज, कानपुर समेत यूपी के 15 जिलों में 1 और 2 सितंबर को आज का मौसम अलर्ट – भारी बारिश और ओलावृष्टि की चेतावनी

उत्तर प्रदेश आज का मौसम: लखनऊ, मेरठ, बरेली, सहारनपुर में 1 सितंबर को भारी बारिश, 2 सितंबर कल का मौसम अलर्ट – जानें किन 29 जिलों में अधिक वर्षा होगी

उत्तर प्रदेश में इस समय मानसून पूरी तरह सक्रिय हो चुका है और मौसम विभाग ने राज्य के कई हिस्सों में भारी से अत्यधिक बारिश की चेतावनी जारी की है। सोमवार और मंगलवार को प्रदेश के अलग-अलग जिलों में गरज-चमक के साथ तेज बारिश और ओलावृष्टि देखने को मिल सकती है। इस वजह से जहां किसानों के लिए यह बारिश राहत लेकर आएगी, वहीं सामान्य जनजीवन पर भी इसका असर पड़ने वाला है। मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिकों ने बताया है कि पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से मानसून की रेखा उत्तर की ओर खिसक गई है, जिसके कारण अगले दो दिनों तक कई जिलों में तेज बारिश होगी। राजधानी लखनऊ और आसपास के क्षेत्रों में अगस्त माह में ही सामान्य से अधिक वर्षा दर्ज की जा चुकी है और सितंबर में भी सामान्य से ज्यादा बारिश की संभावना जताई जा रही है। इस अलर्ट के चलते प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षा उपाय अपनाने की सलाह दी है।


यूपी में मानसून का सक्रिय होना और भारी बारिश की चेतावनी

उत्तर प्रदेश में मानसून का रुख सितंबर की शुरुआत में और ज्यादा मजबूत हो गया है। मौसम विभाग ने साफ कहा है कि राज्य के 15 जिलों में अगले दो दिनों तक ऑरेंज अलर्ट रहेगा। इसका मतलब है कि इन जिलों में भारी से भारी बारिश हो सकती है और इससे आम जनजीवन प्रभावित होगा। वहीं, 29 अन्य जिलों में भी अधिक बारिश की संभावना बनी हुई है। गरज-चमक और वज्रपात की संभावना ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है।


किन जिलों में जारी हुआ भारी बारिश का अलर्ट

लखीमपुर खीरी, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, संभल और बदायूं में अगले दो दिनों तक भारी बारिश देखने को मिल सकती है। इन जिलों में ओलावृष्टि और बिजली गिरने का भी खतरा जताया गया है।


कहां होगी सामान्य से ज्यादा बारिश

मौसम विभाग ने बताया है कि चित्रकूट, कौशांबी, प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़, सोनभद्र, मीरजापुर, भदोही, बहराइच, सीतापुर, हरदोई, फर्रुखाबाद, कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, गाजियाबाद, हापुड़, गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, हाथरस, कासगंज, एटा और मैनपुरी समेत अन्य जिलों में भी अच्छी बारिश होगी। इसका सीधा असर खेती और जलस्तर पर पड़ेगा।


लखनऊ में अगस्त की बारिश का रिकॉर्ड

राजधानी लखनऊ में अगस्त महीने में ही सामान्य से 52 प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज की गई। यहां कुल 307.8 मिमी वर्षा हुई, जो लंबे समय के औसत से काफी ज्यादा है। वहीं, एक जून से 31 अगस्त तक कुल 542.7 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो सामान्य 519.3 मिमी से पांच प्रतिशत अधिक है। यह आंकड़े बताते हैं कि सितंबर में भी लखनऊ और आसपास के जिलों में अच्छी वर्षा होगी।


किसानों और आम जनता पर असर

बारिश जहां एक ओर किसानों के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है, वहीं इससे आम जनता को परेशानी का सामना भी करना पड़ सकता है। लगातार तेज बारिश से जलभराव, बिजली कटौती और यातायात अव्यवस्था जैसी समस्याएं पैदा हो सकती हैं। दूसरी ओर धान और गन्ने की फसल के लिए यह पानी बेहद लाभकारी होगा।


पश्चिमी विक्षोभ का असर और भविष्य का अनुमान

वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अतुल कुमार सिंह के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के कारण मानसूनी रेखा उत्तर की ओर खिसक गई है। यही वजह है कि उत्तर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश हो रही है। सितंबर महीने के दौरान भी सामान्य से अधिक वर्षा की संभावना है। इससे राज्य के मध्य और पूर्वी क्षेत्र में भी जलस्तर सुधरेगा और सूखाग्रस्त इलाकों को राहत मिलेगी।


निष्कर्ष

उत्तर प्रदेश में मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल चुका है और आने वाले दिनों में भारी बारिश के कारण कई जिलों में जनजीवन प्रभावित हो सकता है। हालांकि, किसानों के लिए यह बारिश उम्मीद की किरण है। मौसम विभाग ने साफ चेतावनी दी है कि लोग सतर्क रहें और बारिश के समय खुले स्थानों पर जाने से बचें।


FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

प्रश्न 1: किन जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है?
उत्तर: लखीमपुर खीरी, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, मेरठ, बिजनौर समेत 15 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी हुआ है।

प्रश्न 2: किन जिलों में सामान्य से अधिक बारिश होगी?
उत्तर: प्रयागराज, लखनऊ, कानपुर, गाजियाबाद, नोएडा समेत 29 जिलों में सामान्य से अधिक बारिश की संभावना है।

प्रश्न 3: लखनऊ में अगस्त महीने की बारिश कितनी हुई?
उत्तर: लखनऊ में अगस्त में 307.8 मिमी बारिश हुई, जो सामान्य से 52% अधिक है।

प्रश्न 4: भारी बारिश से क्या खतरे हो सकते हैं?
उत्तर: बिजली गिरने, जलभराव, यातायात बाधित होने और ओलावृष्टि जैसी समस्याओं का खतरा बना हुआ है।

प्रश्न 5: किसानों के लिए यह बारिश कैसे फायदेमंद है?
उत्तर: धान और गन्ने जैसी खरीफ फसलों के लिए यह बारिश बेहद लाभकारी है।

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