झारखंड मौसम अपडेट 5 सितंबर: रांची, पलामू, धनबाद और बोकारो में आज का मौसम भारी बारिश से तबाह, 6 सितंबर से धूप लौटेगी – IMD का बड़ा बयान
झारखंड में मानसून का रंग अब पूरी तरह बदल चुका है और आसमान से बरसते पानी ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। राजधानी रांची से लेकर पलामू, धनबाद और जमशेदपुर तक लगातार बारिश हो रही है, जिससे लोगों की दिनचर्या प्रभावित हो रही है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अगले 24 घंटे के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। बंगाल की खाड़ी में सक्रिय साइक्लोनिक सर्कुलेशन के कारण राज्य के कई जिलों में आज पूरे दिन रुक-रुक कर बारिश होने की संभावना है। हालांकि राहत की खबर यह है कि 6 सितंबर से मौसम का मिजाज बदल सकता है और झारखंड को फिर से साफ आसमान और धूप देखने को मिल सकती है। यह बदलाव न सिर्फ किसानों के लिए महत्वपूर्ण होगा, बल्कि आम लोगों के लिए भी राहत लेकर आएगा। 🌦️
झारखंड में बारिश का कहर और मौसम का हाल ☔
पिछले 24 घंटे में झारखंड में सबसे अधिक बारिश लातेहार में दर्ज की गई, जहां 35.5 मिमी पानी गिरा। रांची, बोकारो और धनबाद जैसे शहरों में सुबह से ही झमाझम बारिश ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दीं। कई इलाकों में सड़कों पर पानी जमा हो गया है, जिससे यातायात बाधित हुआ।
वहीं, पंजाब और हिमालय क्षेत्र जहां बाढ़ से जूझ रहे हैं, वहीं झारखंड भी लगातार बारिश से जूझ रहा है। राजधानी रांची में सुबह से हो रही मूसलाधार बारिश ने बाजार, ऑफिस और स्कूल जाने वाले लोगों के लिए परेशानी खड़ी कर दी।
साइक्लोनिक सर्कुलेशन का असर 🌪️
मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी में बना निम्न दबाव क्षेत्र अब उत्तरी ओडिशा तट तक पहुंच गया है। अगले 24 घंटों में यह सिस्टम और अधिक सक्रिय होकर झारखंड व उत्तरी छत्तीसगढ़ की ओर बढ़ेगा। इस साइक्लोनिक सर्कुलेशन के कारण झारखंड के लगभग सभी जिलों में भारी बारिश की संभावना है।
यह मौसम का बदलता रुख किसानों के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है। जहां धान की फसल के लिए यह बारिश लाभकारी है, वहीं लगातार हो रही वर्षा से खेतों में जलभराव की समस्या भी सामने आ सकती है। 🌱
प्रमुख शहरों का मौसम और AQI 📊
राज्य के प्रमुख शहरों में शुक्रवार को मौसम और वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) का हाल इस प्रकार दर्ज किया गया:
- रांची – अधिकतम तापमान 29°C, न्यूनतम 23°C, AQI 22 (स्वस्थ)
- जमशेदपुर – अधिकतम तापमान 32°C, न्यूनतम 25°C, AQI 62 (मध्यम)
- धनबाद – अधिकतम तापमान 32°C, न्यूनतम 25°C, AQI 54 (मध्यम)
- बोकारो – अधिकतम तापमान 32°C, न्यूनतम 25°C, AQI 60 (मध्यम)
यह साफ संकेत है कि बारिश के कारण झारखंड की वायु गुणवत्ता बेहतर बनी हुई है।
आज का मौसम अलर्ट 🔔
शुक्रवार को पूरे झारखंड में बारिश की चेतावनी जारी की गई है। IMD के अनुसार, आज सुबह से लेकर देर शाम तक कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। कई जगहों पर गरज-चमक के साथ बिजली गिरने का भी खतरा है। मौसम के इस अचानक बदलते स्वरूप ने लोगों को सतर्क कर दिया है।
6 सितंबर से मिलेगा राहत ☀️
IMD के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि 6 सितंबर से झारखंड का मौसम साफ होना शुरू होगा। साइक्लोनिक सर्कुलेशन कमजोर पड़ जाएगा और बादल छंटने लगेंगे। इसके बाद राज्य के कई जिलों में धूप खिली दिखाई देगी।
यह बदलाव खासकर उन लोगों के लिए राहत लेकर आएगा, जो लगातार बारिश से प्रभावित हुए हैं। वहीं, किसानों को भी अपनी फसलों के लिए बेहतर परिस्थितियों का इंतजार रहेगा।
बारिश से प्रभावित जनजीवन 🚶♂️🚗
लगातार हो रही वर्षा ने झारखंड के कई जिलों में जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। सड़कों पर पानी भर गया है, जिससे यातायात धीमा हो गया है। ग्रामीण इलाकों में बिजली आपूर्ति भी प्रभावित हुई है। वहीं, बाजारों में लोगों की आवाजाही कम हो गई है।
शहरों में जहां गड्ढों और जलभराव ने परेशानी बढ़ा दी है, वहीं गांवों में किसान फसलों को बचाने की जुगत में लगे हुए हैं।
निष्कर्ष ✅
झारखंड में फिलहाल मानसून का प्रभाव तेज़ी से जारी है और आने वाले 24 घंटे राज्य के लिए बेहद अहम साबित होंगे। जहां आज भारी बारिश का अलर्ट है, वहीं 6 सितंबर से मौसम में सुधार होने की संभावना जताई गई है। ऐसे में लोगों को सतर्क रहने और मौसम विभाग के निर्देशों का पालन करने की सलाह दी जाती है।
FAQs ❓
Q1. झारखंड में सबसे ज्यादा बारिश कहां दर्ज की गई?
लातेहार में पिछले 24 घंटे में 35.5 मिमी बारिश दर्ज की गई।
Q2. क्या रांची और जमशेदपुर में बारिश जारी रहेगी?
हां, अगले 24 घंटे तक दोनों शहरों में भारी बारिश की संभावना है।
Q3. 6 सितंबर से मौसम कैसा रहेगा?
6 सितंबर से मौसम साफ होना शुरू होगा और धूप देखने को मिलेगी।
Q4. बारिश का सबसे ज्यादा असर किसे हो रहा है?
शहरी यातायात, ग्रामीण क्षेत्रों की फसलें और लोगों का दैनिक जीवन प्रभावित हो रहा है।
Q5. क्या बिजली गिरने का खतरा है?
हां, गरज-चमक के साथ बिजली गिरने की संभावना भी जताई गई है।