Jharkhand Weather Today 26 सितंबर 2025: रांची, खूंटी, जमशेदपुर और धनबाद में आज का मौसम, अगले 2 दिनों तक बारिश और बिजली गिरने का अलर्ट 🌧️⚡
झारखंड का मौसम इन दिनों फिर से सुर्खियों में है। राजधानी रांची और आसपास के जिलों में पिछले 24 घंटों से लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है जिसने जन-जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। देर रात बादलों की तेज गड़गड़ाहट और आकाशीय बिजली ने लोगों की नींद हराम कर दी। मौसम विभाग ने स्पष्ट चेतावनी जारी की है कि आने वाले दो दिनों तक झारखंड में भारी बारिश और वज्रपात की संभावना बनी हुई है। यह बारिश सामान्य नहीं बल्कि मॉनसून की वापसी की बारिश है, जो राज्य में एक बार फिर से खतरे का संकेत लेकर आई है। 🌩️
झारखंड में आज का मौसम अपडेट 🌦️
रांची मौसम विभाग के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद के अनुसार राजधानी और उसके आसपास के क्षेत्रों में आज भारी बारिश की आशंका है। साथ ही पूर्वी सिंहभूम, खूंटी और लोहरदगा जिलों में भी हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान लगाया गया है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि राज्य के ऊपर निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है, जिसकी वजह से अगले दो दिनों तक लगातार बारिश हो सकती है।
रांची के लोगों को रहना होगा सतर्क ⚠️
राजधानी रांची में बारिश के साथ-साथ आकाशीय बिजली गिरने का खतरा भी बना हुआ है। विशेषज्ञों का कहना है कि लोगों को घर से बाहर निकलने में सावधानी बरतनी चाहिए और किसी भी खुले स्थान पर मोबाइल फोन का इस्तेमाल या पेड़ों के नीचे खड़ा होने से बचना चाहिए। बिजली गिरने की घटनाएं इस समय सबसे बड़ा खतरा साबित हो सकती हैं।
झारखंड के प्रमुख शहरों का तापमान और AQI 🌡️
मौसम विभाग ने शुक्रवार को झारखंड के प्रमुख शहरों के तापमान और AQI के आंकड़े जारी किए हैं।
- रांची – अधिकतम तापमान 29 डिग्री, न्यूनतम 23 डिग्री, AQI 82
- जमशेदपुर – अधिकतम तापमान 33 डिग्री, न्यूनतम 24 डिग्री, AQI 60
- धनबाद – अधिकतम तापमान 31 डिग्री, न्यूनतम 24 डिग्री, AQI 58
- बोकारो – अधिकतम तापमान 32 डिग्री, न्यूनतम 24 डिग्री, AQI 80
यह आंकड़े बताते हैं कि बारिश के बावजूद तापमान में हल्की गर्माहट बनी हुई है और हवा की गुणवत्ता सामान्य श्रेणी में है।
भीषण बारिश ने बढ़ाई परेशानी 🌊
झारखंड के कई जिलों में मूसलाधार बारिश ने बाढ़ जैसी स्थिति पैदा कर दी है। रांची, जमशेदपुर और धनबाद जैसे शहरों में निचले इलाकों में पानी भर गया है, जिससे यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है। कई जगहों पर ग्रामीण इलाकों के कच्चे घर ढह गए और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ा।
मॉनसून की वापसी की बारिश 🌧️
मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि यह बारिश मॉनसून की वापसी का संकेत है। सितंबर के आखिरी हफ्ते में जब मॉनसून धीरे-धीरे उत्तर की ओर से पीछे हटता है, तब इस तरह की भारी बारिश देखने को मिलती है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह बारिश इस बार की आखिरी बड़ी बारिश हो सकती है।
आकाशीय बिजली का खतरा ⚡
झारखंड में बारिश के साथ-साथ बिजली गिरने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। पिछले कुछ वर्षों में राज्य में दर्जनों लोगों की मौत वज्रपात के कारण हुई है। इसलिए मौसम विभाग ने लोगों को सावधान रहने की सलाह दी है। खेतों में काम करने वाले किसान और खुले मैदानों में मौजूद लोगों को विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए।
झारखंड का मौसम और कृषि 🌱
बारिश का असर झारखंड की कृषि पर भी दिखाई दे रहा है। धान की फसल को यह बारिश फायदा पहुंचा सकती है, लेकिन अगर जलभराव ज्यादा बढ़ गया तो किसानों को नुकसान झेलना पड़ सकता है। मौसम विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे फसलों को सुरक्षित रखने के लिए आवश्यक कदम उठाएं।
झारखंड में मानसून का असर 🌧️➡️🌤️
झारखंड का मानसून अब अंतिम चरण में है। बारिश के बाद धीरे-धीरे मौसम साफ होगा और अक्टूबर में शरद ऋतु का आगमन होगा। फिलहाल लोगों को बारिश और बिजली से सावधान रहने की जरूरत है।
निष्कर्ष 🎯
झारखंड में आज का मौसम काफी खतरनाक हो सकता है। रांची, खूंटी, जमशेदपुर और अन्य जिलों में भारी बारिश और आकाशीय बिजली का खतरा मंडरा रहा है। यह मॉनसून की वापसी की बारिश है, इसलिए लोगों को सतर्क रहकर ही बाहर निकलना चाहिए। आने वाले दो दिनों तक मौसम की स्थिति यही बनी रहेगी, ऐसे में सावधानी ही सुरक्षा है।
FAQs – झारखंड मौसम आज से जुड़े सवाल ❓
Q1. झारखंड में आज कहां सबसे ज्यादा बारिश होगी?
रांची और उसके आसपास के जिलों में आज भारी बारिश की संभावना है।
Q2. क्या आकाशीय बिजली का खतरा है?
हाँ, मौसम विभाग ने झारखंड में बिजली गिरने का अलर्ट जारी किया है।
Q3. झारखंड में तापमान कितना रहेगा?
रांची का अधिकतम तापमान 29 और न्यूनतम 23 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।
Q4. क्या यह मॉनसून की आखिरी बारिश है?
हाँ, मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार यह मॉनसून की वापसी की बारिश है।
Q5. किसानों के लिए मौसम का क्या असर होगा?
यह बारिश धान की फसल के लिए फायदेमंद हो सकती है, लेकिन जलभराव से नुकसान भी संभव है।