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IMD Weather Alert: दिल्ली-एनसीआर, मुंबई, कोलकाता, ओडिशा, आंध्र प्रदेश में आज का मौसम 3 अक्टूबर से 10 अक्टूबर तक, अगले 7 दिनों तक तूफानी बारिश और 50 KMPH हवाओं का अलर्ट 🌧️⚡

कल का मौसम 4 अक्टूबर से 10 अक्टूबर तक: गुजरात, महाराष्ट्र, बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बारिश का कहर, दिल्ली-एनसीआर में बादलों का डेरा ⛈️🌦️


भारत में मौसम का मिजाज एक बार फिर बदलने लगा है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने ताज़ा रिपोर्ट में चेतावनी दी है कि मानसून की वापसी (Monsoon Withdrawal) पर फिलहाल ब्रेक लग गया है और इसके पीछे दो बड़े सिस्टम एक्टिव होना मुख्य कारण है। बंगाल की खाड़ी से लेकर अरब सागर तक निम्न दबाव क्षेत्रों (Low Pressure Areas) के सक्रिय होने के चलते तेज हवाएं और बारिश का सिलसिला जारी रहने की संभावना है। अनुमान है कि आने वाले दिनों में पूर्वी और पश्चिमी भारत के कई राज्यों में तेज बारिश और 50-60 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलेंगी। इसके अलावा पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) भी सक्रिय हो चुका है, जिससे उत्तरी भारत के मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। इस रिपोर्ट में हम जानेंगे कि आने वाले दिनों में किन राज्यों में बारिश होगी, किन्हें अलर्ट रहने की ज़रूरत है और मानसून की वापसी पर इसका क्या असर पड़ेगा। 🌦️


मानसून वापसी पर ब्रेक क्यों लगा? 🌧️

मौसम विज्ञानियों के अनुसार, सामान्यत: सितंबर के अंत तक उत्तर भारत और मध्य भारत के अधिकांश हिस्सों से मानसून की विदाई हो जाती है। लेकिन इस बार अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में दो बड़े लो-प्रेशर एरिया के एक्टिव रहने से मानसून वापसी की प्रक्रिया धीमी पड़ गई है। स्काईमेट वेदर की रिपोर्ट के मुताबिक, इन सिस्टम्स के कारण देशभर में अगले 7 से 10 दिनों तक बारिश का सिलसिला जारी रहेगा।


अरब सागर में एक्टिव लो-प्रेशर सिस्टम 🌊

पश्चिमी हिस्से में इस समय कच्छ की खाड़ी और उत्तर-पूर्वी अरब सागर में लो-प्रेशर क्षेत्र सक्रिय है। अगले 24 घंटों में यह पूरी तरह डिप्रेशन का रूप ले सकता है। इसके चारों ओर लगभग 50 किमी/घंटा की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं और इसके पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम की ओर बढ़ते हुए उत्तर-पश्चिम अरब सागर तक पहुंचने की संभावना है। इसका असर खासतौर पर गुजरात, महाराष्ट्र और राजस्थान के कई इलाकों में दिखेगा।


बंगाल की खाड़ी का दबाव क्षेत्र 🌪️

दूसरा सिस्टम बंगाल की खाड़ी में सक्रिय है। यहां 55-60 किमी/घंटा की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। अनुमान है कि यह 3 अक्टूबर को सुबह दक्षिण ओडिशा और उत्तर आंध्र प्रदेश के तट से टकराएगा। इसके बाद यह सिस्टम और मजबूत होकर लगातार बारिश कराएगा। ओडिशा, आंध्र प्रदेश, झारखंड और बिहार जैसे राज्यों में भारी वर्षा की संभावना है।


पश्चिमी विक्षोभ का असर ❄️

4 अक्टूबर से एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ भी मौसम का रुख बदल देगा। यह विक्षोभ पाकिस्तान से होते हुए भारत में प्रवेश करेगा और 5 अक्टूबर तक उत्तर राजस्थान और पंजाब तक पहुंच जाएगा। इसके चलते उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों जैसे हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश और बर्फबारी की संभावना है।


किन राज्यों में होगी बारिश? ☔

IMD के पूर्वानुमान के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक इन राज्यों में बारिश का असर रहेगा:
दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल।
उत्तराखंड, हिमाचल और जम्मू-कश्मीर में भी मौसम बिगड़ने की चेतावनी दी गई है।


मानसून वापसी क्यों रुकी रहेगी? ⛅

मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि जब भी इतने बड़े स्तर पर लो-प्रेशर और पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो जाते हैं तो मानसून वापसी (Monsoon Withdrawal) रुक जाती है। यही वजह है कि अगले 10 दिनों तक न सिर्फ मानसून की विदाई रुकी रहेगी, बल्कि उन इलाकों में भी बारिश लौटेगी जहां पिछले महीने ही विदाई की घोषणा हो चुकी थी।


कृषि और फसलों पर असर 🌾

लंबे समय तक मानसून की वापसी टलने से खरीफ फसलों को फायदा होगा, खासकर धान और मक्का जैसी फसलें जो अभी पकने की स्थिति में हैं। हालांकि, लगातार बारिश से सब्जियों और दलहन पर नमी बढ़ने का असर पड़ सकता है।


शहरों का हाल 🌆

दिल्ली-एनसीआर में अगले कुछ दिनों तक बादल छाए रहेंगे और हल्की बारिश की संभावना बनी रहेगी। मुंबई, अहमदाबाद और हैदराबाद में भी बौछारें पड़ सकती हैं। कोलकाता और भुवनेश्वर में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।


अगले 10 दिनों का मौसम ट्रेंड 🔮

IMD और स्काईमेट वेदर की रिपोर्ट्स बताती हैं कि 10 अक्टूबर तक देश के कई हिस्सों में बारिश का दौर जारी रहेगा। बंगाल की खाड़ी में एक और सिस्टम बनने की संभावना है, जो पूर्वोत्तर राज्यों में मानसूनी गतिविधियों को आगे बढ़ाएगा।


निष्कर्ष ✅

फिलहाल देशभर में मौसम का मिजाज बदला हुआ है। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी के लो-प्रेशर सिस्टम, साथ ही पश्चिमी विक्षोभ के कारण बारिश का दौर लंबा खिंच गया है। इसका असर अगले 10 दिनों तक देखने को मिलेगा। किसानों के लिए यह राहत की खबर है, लेकिन पहाड़ी इलाकों और निचले राज्यों में बाढ़ जैसी स्थिति बन सकती है। इसलिए मौसम विभाग की एडवाइजरी का पालन करना बेहद ज़रूरी है।


FAQs ❓

प्रश्न 1. क्या दिल्ली-एनसीआर में बारिश होगी?
हाँ, हल्की से मध्यम बारिश और बादलों का असर अगले कुछ दिनों तक रहेगा।

प्रश्न 2. सबसे ज्यादा बारिश किन राज्यों में होगी?
ओडिशा, आंध्र प्रदेश, झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र में भारी बारिश की संभावना है।

प्रश्न 3. मानसून वापसी कब होगी?
अगले 10 दिनों तक मानसून वापसी टलने की संभावना है, यानी 10 अक्टूबर के बाद ही विदाई शुरू हो सकती है।

प्रश्न 4. क्या किसानों के लिए यह मौसम फायदेमंद होगा?
धान और मक्का जैसी खरीफ फसलों के लिए यह मौसम अच्छा है, लेकिन ज्यादा नमी से सब्जियों और दलहन पर असर पड़ सकता है।

प्रश्न 5. क्या पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी होगी?
हाँ, पश्चिमी विक्षोभ के असर से जम्मू-कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड में बर्फबारी की संभावना है।

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