छठ पूजा 2025: बिहार में मौसम ने बदली करवट! जानिए किन जिलों में खरना के बाद होगी जोरदार बारिश और कहां रहेगा कोहरा
आज से श्रद्धा और आस्था का महापर्व छठ पूजा शुरू हो रहा है, जिसमें नहाय-खाय का पवित्र प्रसंग शामिल है। इसी मौके पर बिहार में मौसम में एक बड़ा बदलाव साफ दिख रहा है। राज्य के कई जिलों जैसे अरवल, जमुई, पटना आदि में सुबह के समय घना कोहरा देखने को मिल रहा है। तापमान में उतार-चढ़ाव जारी है—सुबह हल्की ठंड, शाम को सुहावना मौसम। इसके बीच India Meteorological Department (IMD) द्वारा यह संकेत मिला है कि छठ के खरना के बाद पूरे राज्य में बारिश का रुझान बढ़ रहा है। इसलिए घाट की ओर जाने वाले श्रद्धालुओं को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
मौसम की स्थिति अभी: खरना से पहले
आज और आने वाले 26 अक्टूबर तक के लिए मौसम शुष्क और आसमान साफ रहने की संभावना है। पटना समेत अधिकांश जिलों में दिन का तापमान लगभग 31-33°C तक रहने का अनुमान है, जबकि रात में हल्की ठंड महसूस हो सकती है। हवा में नमी लगभग 60 % तक बनी रह सकती है और सुबह-सुबह कुहासा दिख सकता है। दक्षिण-पूर्वी क्षेत्रों जैसे भागलपुर, बांका, जमुई, मुंगेर और खगड़िया में अधिक बादल छाने की संभावना है।
→ यह जानकारी इस तथ्य से मेल खाती है कि अक्टूबर माह में बिहार में सामान्यतः दिन का तापमान लगभग 33 °C और रात का लगभग 23 °C रहता है।
“खरना” के बाद मौसम में बदलाव का संकेत
27 से 31 अक्टूबर के बीच मौसम कौशल में बदलाव देखने को मिल सकता है — राज्य के अलग-अलग हिस्सों में बारिश की संभावना जताई जा रही है। बंगाल की खाड़ी से नमी-भरी हवाएं उत्तर की ओर बढ़ रही हैं जो बादल निर्माण में योगदान दे सकती हैं। यह हवाएं 30-31 अक्टूबर को मजबूत होने की संभावना रखती हैं। उत्तरी बिहार के कुछ इलाकों को छोड़कर राज्यभर में बारिश का अलर्ट जारी हो सकता है।
कुछ प्रमुख जिलों में अच्छी-खासी बारिश होने की संभावना है — जैसे जमुई, किशनगंज, अररिया, नवादा और बांका। मौसम वैज्ञानिक बताते हैं कि अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में बारिश होने से नवंबर के पहले सप्ताह में ठंड की दस्तक मिल सकती है।
जिलों के अनुसार अनुमानित बारिश का शेड्यूल
- 27 अक्टूबर: पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सीवान, सारण, वैशाली, समस्तीपुर, दरभंगा, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, शिवहर में हल्की बारिश की संभावना।
- 28 अक्टूबर: पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सीवान, सारण, भोजपुर, बक्सर, कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद, अरवल, पटना, गया, जहानाबाद, नालंदा, नवादा, शेखपुरा, बेगूसराय, लखीसराय में हल्की बारिश।
- 29 अक्टूबर: पटना, गया, जहानाबाद, नालंदा, नवादा, शेखपुरा, बेगूसराय, लखीसराय, भागलपुर, बांका, जमुई, मुंगेर, खगड़िया में हल्के से मध्यम स्तर की वर्षा, जबकि शेष जिलों में हल्की बारिश।
- 30 अक्टूबर: सुपौल, अररिया, किशनगंज, सहरसा, मधेपुरा, पूर्णिया, कटिहार, भागलपुर, बांका, जमुई, मुंगेर, खगड़िया में हल्के से मध्यम स्तर की वर्षा, शेष जिलों में हल्की बारिश हो सकती है।
प्रमुख शहरों में तापमान और वायु गुणवत्ता का हाल
| शहर | अधिकतम तापमान | न्यूनतम तापमान | AQI |
|---|---|---|---|
| पटना | 33.5 °C | 24.1 °C | 287 |
| मुजफ्फरपुर | 31 °C | 23.6 °C | 110 |
| गया | 32.6 °C | 21.6 °C | 153 |
| पूर्णिया | 34 °C | 23.1 °C | 132 |
| भागलपुर | 33.1 °C | 23.4 °C | 140 |
— ये आंकड़े शुक्रवार के दिन के हैं।
श्रद्धालुओं के लिए विशेष सावधानियाँ
- घाट-घाट जाने के दौरान छाता/रेनकोट साथ रखें — विशेषकर खरना के बाद बारिश की संभावना के चलते।
- सुबह-सुबह कोहरा एवं धुंध अधिक रहने की संभावना है, इसलिए समय से निकलें और सुरक्षित-सफर रखें।
- शाम के समय तापमान में गिरावट आ सकती है — हल्की जैकेट या स्वेटर साथ रखना अच्छा रहेगा।
- वायु गुणवत्ता (AQI) कुछ इलाकों में उच्च दर्जे पर है — यदि सांस संबंधी समस्या हो, तो मास्क या अन्य रक्षा उपाय अपनाएं।
- घाट पर भीड़ और परिस्थितियों को देखते हुए अपने समय का प्रबंधन करें—बारिश या कोहरा आने पर जल प्रबंधन एवं ट्रैफिक प्रभावित हो सकता है।
क्यों बदलाव महसूस हो रहा है?
- अक्टूबर माह में बिहार में दिन-रात का तापमान धीरे-धीरे बदलता है: जैसे इस माह की शुरुआत में अधिकतम तापमान लगभग 30-31 °C जबकि अंत में कम होकर लगभग 29 °C तक हो जाता है, रात का तापमान 18-23 °C तक गिर सकता है।
- बारिश की संभावना इस वक्त कम होती है लेकिन बदलती हवाओं व बंगाल की खाड़ी की नमी-लहरें अचानक मौसम में बदलाव ला सकती हैं।
- त्योहारों के मौके पर लोगों की आवाजाही और घाट-पार्श्व की गतिविधियाँ बढ़ जाती हैं, ऐसे में मौसम-अपडेट्स पर ध्यान देना आवश्यक हो जाता है।
निष्कर्ष
छठ पूजा के पवित्र अवसर पर पूरे बिहार का माहौल श्रद्धा-भाव से भरा है, लेकिन इस वक्त मौसम ने भी कुछ सावधानी की आवश्यकता उत्पन्न कर दी है। वर्तमान में मौसम शुष्क व साफ है, लेकिन जैसे ही खरना का समय नज़दीक आएगा, बारिश के संकेत मिल रहे हैं—जिसका असर श्रद्धालुओं, घाट-पार्श्व की तैयारियों और यात्रा पर पड़ सकता है। इसलिए, घाट जाने से पहले मौसम-अपडेट देखें, उपयुक्त कपड़े व सामग्री साथ रखें, और सुरक्षित-सफर सुनिश्चित करें।
FAQs
1. छठ पूजा के दौरान मौसम पर बारिश का कितना असर हो सकता है?
छठ पूजा के दौरान यदि बारिश होती है तो घाट पर श्रद्धालुओं की संख्या, प्रक्रिया व समय-सारिणी प्रभावित हो सकती है। विशेष रूप से “संध्या अर्घ्य” के वक्त मौसम में बदलाव से पानी का स्तर, कोहरा या धुंध आदि की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। इसीलिए घाट पहुँचने से पहले मौसम-अपडेट देखना बहुत महत्वपूर्ण है और छाता-रैनकोट जैसे सावधानी-उपकरण साथ रखना चाहिए।
2. सुबह-कोहरे का प्रभाव किन जिलों में ज्यादा है?
बिहार के अधिकांश जिलों में सुबह-के समय घना कोहरा देखने को मिल सकता है, विशेष रूप से खुले जगहों, नदी-घाटों व घाट-पार्श्व इलाकों में। जैसे अरवल, जमुई, भागलपुर, खगड़िया आदि दक्षिण-पूर्वी जिले अधिक कोहरे के प्रति संवेदनशील हो सकते हैं। कोहरा होने पर विजिबिलिटी कम हो सकती है, इसलिए समय-का ध्यान रखते हुए निकास करना बुद्धिमानी होगी।
3. घाट-यात्रा के लिए कौन-से कपड़े व जितना समय उपयुक्त होगा?
दिन में तापमान 31-33 °C तक पहुँच रहा है, इसलिए हल्के कपड़े जैसे सूती कुर्ता-पैंट या टी-शर्ट फिट रहेंगे। लेकिन शाम-रात में हल्की ठंड महसूस हो सकती है, इसलिए हल्की जैकेट या स्वेटर साथ रखना अच्छा रहेगा। साथ ही एक छाता या रेनकोट भी साथ रखें, क्योंकि बारिश की संभावना बनी है। घाट के लिए यात्रा की शुरुआत सुबह करें ताकि कोहरे-बारिश से जुड़ी परेशानी कम हो।
4. बारिश का अलर्ट कब तक रह सकता है और उसके बाद ठंड कितनी बढ़ सकती है?
मौसम विभाग के अनुसार 27 से 31 अक्टूबर के बीच राज्य-भर में बारिश की संभावना है। इस अवधि के बाद, विशेषकर नवंबर के पहले सप्ताह में, ठंड बढ़ने का रुझान बन सकता है। बारिश के बाद धरती व वातावरण में ठंड असर दिखा सकती है, जिससे सुबह-सुबह ठिठुरन महसूस हो सकती है। इसलिए इस बदलाव-चक्र को ध्यान में रखते हुए तैयार रहें।
5. वायु गुणवत्ता (AQI) का घाट-यात्रा पर क्या असर हो सकता है?
घाट-यात्रा के समय वायु गुणवत्ता का ध्यान रखना आवश्यक है। जैसे कुछ शहरों में AQI 150 से ऊपर दर्ज है, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है। यदि किसी को सांस-सम्बंधी समस्या है, तो मास्क पहनें या डॉक्टर की सलाह अनुसार कदम उठाएं। यह विशेष रूप से घाट-पार्श्व की खुली जगहों पर व आत्मा-श्रद्धा के दौरान ध्यान रखने योग्य है।
