MP Weather Today: मोंथा तूफान से बदला मध्य प्रदेश का मौसम, भोपाल-इंदौर समेत कई जिलों में बारिश और ठंड बढ़ी, देखें पूरा अपडेट
MP Weather Today: मध्य प्रदेश में अक्टूबर के आखिरी दिनों में मौसम ने अप्रत्याशित करवट ली है। मोंथा चक्रवाती तूफान, डिप्रेशन और ट्रफ सिस्टम के सक्रिय होने से पूरे प्रदेश में बारिश और ठंडी हवाओं का दौर जारी है। भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर जैसे बड़े शहरों में बादलों की घनी परत छाई हुई है, जबकि ग्रामीण इलाकों में फसलों को नुकसान की खबरें भी सामने आई हैं। मौसम विभाग ने बताया है कि अगले पांच दिनों तक हल्की से मध्यम बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है। साथ ही तापमान में गिरावट के कारण लोगों को ठंड का अहसास होने लगा है। इस लेख में हम आपको बताएंगे — किस जिले में कैसा रहेगा मौसम, कहां जारी हुआ अलर्ट, कितना गिरा तापमान और आगे क्या रहेगा अनुमान।
मध्य प्रदेश में सक्रिय तीन बड़े मौसम सिस्टम
मध्य प्रदेश इन दिनों तीन अलग-अलग मौसम प्रणालियों के प्रभाव में है —
- डिप्रेशन सिस्टम: आंध्र प्रदेश और उड़ीसा से टकराने के बाद कमजोर हुआ मोंथा तूफान अब डिप्रेशन में बदल गया है।
- ट्रफ लाइन: यह पूर्वी मध्य प्रदेश से होकर गुजर रही है, जिससे नमी और बादल बढ़ रहे हैं।
- साइक्लोनिक सरकुलेशन: अरब सागर के ऊपर बना चक्रवात प्रदेश के पश्चिमी हिस्सों में नमी ला रहा है।
इन तीनों सिस्टम के संयुक्त प्रभाव से प्रदेश के लगभग 25 जिलों में बारिश दर्ज की गई है।
तेज हवाओं के साथ बारिश का असर – राजधानी से गांवों तक
गुरुवार को भोपाल, इंदौर, जबलपुर, दतिया और गुना में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई।
- दतिया में करीब 2 इंच बारिश रिकार्ड की गई।
- जबलपुर में 1.25 इंच, बालाघाट में 0.75 इंच,
- और गुना में 0.5 इंच से अधिक वर्षा दर्ज हुई।
बारिश के साथ तेज हवाएं भी चलीं, जिससे कई जगह पेड़ गिरने और बिजली आपूर्ति बाधित होने की घटनाएं सामने आईं।
फसलों पर असर – किसानों के लिए चिंता का विषय
बारिश से जहां कुछ इलाकों में राहत मिली है, वहीं किसानों के लिए यह चिंता का कारण बन गई है।
- मुरैना, दतिया और भिंड जिलों में खेतों में रखी कटी हुई फसलें भीग गईं।
- जलभराव की स्थिति से बुवाई के बाद की फसल को नुकसान हुआ है।
- विशेषकर गेहूं और सरसों की फसल पर इसका प्रतिकूल असर देखा गया।
कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को सलाह दी है कि वे खेतों में पानी निकासी की व्यवस्था करें और बीज भंडारण को सूखे स्थान पर रखें।
तापमान में भारी गिरावट – बढ़ी ठंड का एहसास
बारिश और ठंडी हवाओं के चलते प्रदेश के कई जिलों में अधिकतम तापमान में 10 से 12 डिग्री तक की गिरावट देखी गई है।
- छतरपुर के नौगांव में तापमान 11°C तक गिर गया।
- दतिया में दिन का तापमान 22°C के करीब दर्ज हुआ।
- वहीं भोपाल, इंदौर, उज्जैन और ग्वालियर में 24°C तक पारा लुढ़क गया।
बड़े शहरों का तापमान (31 अक्टूबर 2025)
| शहर | अधिकतम तापमान (°C) | न्यूनतम तापमान (°C) | 
|---|---|---|
| भोपाल | 24.0 | 18.2 | 
| इंदौर | 23.2 | 17.5 | 
| जबलपुर | 28.2 | 18.0 | 
| ग्वालियर | 24.0 | 16.8 | 
| उज्जैन | 24.0 | 17.0 | 
इन 11 जिलों में जारी हुआ अलर्ट
मौसम विभाग ने शुक्रवार के लिए 11 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है — रीवा, सतना, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, झाबुआ, धार, अलीराजपुर, बड़वानी, खरगोन और बुरहानपुर।
इन इलाकों में तेज हवाओं के साथ बिजली गिरने और बौछारें पड़ने की संभावना जताई गई है।
नर्मदापुरम रहा सबसे गर्म, शिवपुरी सबसे ठंडा
| शहर | अधिकतम तापमान (°C) | न्यूनतम तापमान (°C) | 
|---|---|---|
| नर्मदापुरम | 29.5 | 19.2 | 
| खरगोन | 29.2 | 17.4 | 
| नरसिंहपुर | 29.0 | 18.0 | 
| खंडवा | 28.5 | 17.0 | 
| शिवपुरी | 26.0 | 15.0 (सबसे कम) | 
मौसम वैज्ञानिकों का पूर्वानुमान
मौसम वैज्ञानिक दिव्या सुरेंद्रन ने बताया कि मोंथा तूफान कमजोर जरूर पड़ा है, लेकिन इसका डिप्रेशन सिस्टम अगले 5 दिनों तक सक्रिय रहेगा।
- प्रदेश के पूर्वी और दक्षिण-पश्चिमी जिलों में बारिश की संभावना है।
- अधिकतम तापमान में गिरावट जारी रहेगी।
- वहीं न्यूनतम तापमान सामान्य से थोड़ा अधिक रहेगा।
उन्होंने यह भी बताया कि अरब सागर में बना डिप्रेशन सिस्टम अगले सप्ताह तक बारिश को बढ़ा सकता है।
अगले 5 दिनों का अनुमानित मौसम (IMD Forecast)
| तारीख | संभावित मौसम स्थिति | तापमान रेंज (°C) | 
|---|---|---|
| 1 नवंबर | बादल और हल्की बारिश | 22 – 28 | 
| 2 नवंबर | मध्यम बारिश | 21 – 27 | 
| 3 नवंबर | हल्की बारिश, ठंड में बढ़ोतरी | 19 – 26 | 
| 4 नवंबर | साफ आसमान, ठंडी हवाएं | 18 – 25 | 
| 5 नवंबर | मौसम शुष्क, ठंड जारी | 17 – 25 | 
लोगों को दी गई महत्वपूर्ण सलाह
- बारिश और बिजली गिरने के दौरान खुले में न जाएं।
- किसान अपने खेतों में पानी निकासी की व्यवस्था करें।
- यात्रा करने से पहले मौसम विभाग के अपडेट्स चेक करें।
- बच्चों और बुजुर्गों को ठंडी हवाओं से सुरक्षित रखें।
निष्कर्ष (Conclusion)
मध्य प्रदेश में मोंथा तूफान के असर से मौसम में बड़ा बदलाव देखा जा रहा है। कई जिलों में बारिश और तेज हवाओं ने लोगों को ठंड का अहसास दिला दिया है। आने वाले कुछ दिनों तक प्रदेश के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश जारी रहने की संभावना है। किसानों को सतर्क रहने और अपनी फसलों की सुरक्षा के लिए उपाय करने की जरूरत है। हालांकि बारिश के बाद जब मौसम साफ होगा, तो सर्दी का दौर और तेज होने की पूरी संभावना है।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
Q1. मोंथा तूफान क्या है और इसका मध्य प्रदेश पर क्या असर पड़ा है?
मोंथा तूफान बंगाल की खाड़ी से उठा एक चक्रवाती तूफान था, जो आंध्र प्रदेश और उड़ीसा से टकराने के बाद कमजोर होकर डिप्रेशन में बदल गया। इसका असर मध्य प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश और तापमान में गिरावट के रूप में देखा जा रहा है।
Q2. किन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है?
रीवा, सतना, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, झाबुआ, धार, अलीराजपुर, बड़वानी, खरगोन और बुरहानपुर जिलों में मौसम विभाग ने भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
Q3. किसानों को फसल बचाने के लिए क्या कदम उठाने चाहिए?
किसानों को खेतों में जलभराव से बचने के लिए उचित निकासी की व्यवस्था करनी चाहिए। साथ ही बीज और अनाज को सूखे स्थान पर रखें और नमी से बचाने के उपाय करें।
Q4. अगले कुछ दिनों में तापमान कैसा रहेगा?
मौसम विभाग के अनुसार, अगले पांच दिनों तक अधिकतम तापमान में गिरावट जारी रहेगी जबकि न्यूनतम तापमान सामान्य से थोड़ा अधिक रहेगा।
Q5. क्या नवंबर के पहले सप्ताह में ठंड बढ़ेगी?
हां, बारिश के थमने के बाद नवंबर के पहले सप्ताह से प्रदेश में ठंड का असर और तेज होगा, विशेषकर सुबह और रात के समय।
 
 
					

 
 


