IMD Weather Update Today: दिल्ली-NCR में बढ़ी ठंड की दस्तक, पश्चिमी विक्षोभ और सागर की हलचल से मौसम में बड़ा बदलाव
IMD Weather Update Today: देश के मौसम में एक बार फिर बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने संकेत दिए हैं कि पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) के सक्रिय होने और अरब सागर से लेकर बंगाल की खाड़ी तक मौसम प्रणाली बनने से दिल्ली-NCR समेत उत्तर भारत के कई हिस्सों में ठंड की शुरुआत जल्द हो सकती है। पहाड़ों में बर्फबारी और बारिश के आसार हैं, जबकि मैदानी इलाकों में हल्की बूंदाबांदी की संभावना जताई गई है। इस बदलाव से हवा की गुणवत्ता (Air Quality) में सुधार और न्यूनतम तापमान में गिरावट देखने को मिल सकती है। वहीं, दक्षिण भारत और तटीय इलाकों में भी तेज हवाओं के साथ बारिश की चेतावनी जारी की गई है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि यह बदलाव सर्दियों के आगमन की पहली आहट है, जिससे देश के कई हिस्सों में मौसम का मिजाज पूरी तरह बदलने वाला है।
दिल्ली-NCR में मौसम का बदलता रुख
IMD की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली-NCR में अगले कुछ दिनों में हल्की बारिश और ठंडी हवाओं के चलने की संभावना है। इससे प्रदूषण स्तर में कमी और तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी। राजधानी का AQI (Air Quality Index) वर्तमान में “गंभीर श्रेणी” में है, लेकिन बारिश से इसमें सुधार होने की उम्मीद है।
| पैरामीटर | वर्तमान स्थिति | अनुमानित सुधार |
|---|---|---|
| AQI (वायु गुणवत्ता सूचकांक) | 450+ (गंभीर) | 250-300 (खराब से मध्यम) |
| न्यूनतम तापमान | 17°C | 13°C तक गिरावट |
| अधिकतम तापमान | 30°C | 26°C तक गिरावट |
| वर्षा की संभावना | 20% | 60% तक बढ़ने की संभावना |
पश्चिमी विक्षोभ का असर उत्तर भारत पर
IMD ने 4 और 5 नवंबर 2025 को पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की संभावना जताई है। इसके चलते जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में मौसम का मिजाज बदलेगा।
- पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी और बारिश:
जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल और उत्तराखंड में भारी बर्फबारी और बारिश के आसार हैं। - मैदानी इलाकों में बूंदाबांदी:
पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हल्की बारिश से ठंड की शुरुआत हो सकती है।
यह विक्षोभ सर्दी की शुरुआत का संकेत है, जिससे आने वाले सप्ताह में ठंडी हवाओं की रफ्तार बढ़ेगी।
अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में नई हलचल
मौसम विभाग ने बताया है कि अरब सागर और बंगाल की खाड़ी दोनों में एक नया लो-प्रेशर सिस्टम (Low Pressure System) विकसित हो रहा है।
- इस सिस्टम से तटीय गुजरात, गोवा, महाराष्ट्र, और ओडिशा में तेज हवाएं चलने और बारिश की संभावना है।
- हवाओं की रफ्तार 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे तक रह सकती है।
- मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।
यह सिस्टम दक्षिणी भारत के मौसम को भी प्रभावित करेगा, जिससे अगले कुछ दिनों तक बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है।
पूर्वी भारत में गरज-चमक के साथ बारिश
पूर्वी भारत में भी मौसम के तेवर तल्ख हैं।
- अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में 5 नवंबर तक तेज हवाओं के साथ बारिश का दौर जारी रहेगा।
- अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भी गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना है।
- इन राज्यों में तापमान में 3°C तक गिरावट दर्ज की जा सकती है।
दक्षिण भारत में बारिश का सिलसिला
दक्षिण भारत के राज्यों में 4 से 7 नवंबर के बीच लगातार बारिश होने की संभावना है।
- तमिलनाडु, तटीय आंध्र प्रदेश, यनम और रायलसीमा में हल्की से मध्यम बारिश की चेतावनी।
- कर्नाटक और केरल में भी भारी बारिश की संभावना जताई गई है।
- मराठवाड़ा, कोकण और गोवा में गरज-चमक के साथ बारिश से फसल पर असर पड़ सकता है।
मौसम विशेषज्ञों की राय
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, यह पश्चिमी विक्षोभ इस सीजन की पहली बड़ी गतिविधि है, जो उत्तर भारत की ठंड की शुरुआत करेगा।
- दिल्ली और उत्तर भारत में ठंडी हवाएं चलेंगी।
- न्यूनतम तापमान में 3-5°C की गिरावट दर्ज होगी।
- प्रदूषण में सुधार होगा क्योंकि हवा का दबाव और दिशा दोनों बदल रहे हैं।
अगले 24 घंटों में क्या होगा?
स्काइमेट वेदर (Skymet Weather) के अनुसार, अगले 24 घंटों में कई राज्यों में हल्की से मध्यम बारिश होने के आसार हैं।
- तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान और मध्य प्रदेश में बारिश के साथ तापमान में कमी आएगी।
- पूर्वोत्तर भारत, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और केरल में भी बारिश का अनुमान है।
- इस बदलाव की वजह दक्षिण से आ रही नमी वाली हवाएं और सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ हैं।
महत्वपूर्ण क्षेत्रों का मौसम सारांश (चार्ट में डेटा)
| क्षेत्र | मुख्य मौसम गतिविधि | तापमान में बदलाव | विशेष प्रभाव |
|---|---|---|---|
| दिल्ली-NCR | हल्की बारिश, ठंडी हवा | -3°C | AQI में सुधार |
| जम्मू-कश्मीर | बर्फबारी, तेज हवा | -6°C | पर्यटन पर असर |
| तमिलनाडु | गरज-चमक के साथ बारिश | -2°C | फसलों को नुकसान |
| गुजरात | तेज हवाएं और बारिश | -3°C | समुद्री गतिविधियों पर रोक |
| अंडमान-निकोबार | तेज हवाएं, भारी बारिश | -4°C | नाव संचालन पर प्रतिबंध |
निष्कर्ष
भारत का मौसम फिलहाल बदलाव के दौर में है। पश्चिमी विक्षोभ, समुद्री सिस्टम और दक्षिण की नमी के कारण अगले कुछ दिनों तक देशभर में बारिश और ठंडी हवाएं जारी रहेंगी। इससे जहां एक ओर किसानों को राहत मिलेगी, वहीं प्रदूषण से जूझ रही दिल्ली-NCR को भी कुछ राहत की उम्मीद है। हालांकि, पहाड़ी राज्यों में यात्रा करने वालों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है क्योंकि बर्फबारी और फिसलन की संभावना बढ़ गई है।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
1. क्या दिल्ली में आने वाले दिनों में बारिश होगी?
हाँ, IMD के अनुसार, 4 से 5 नवंबर के बीच दिल्ली-NCR में हल्की बारिश की संभावना है। इस दौरान ठंडी हवाएं चलेंगी, जिससे तापमान में गिरावट आएगी और प्रदूषण स्तर में भी सुधार देखने को मिलेगा।
2. पश्चिमी विक्षोभ क्या होता है और इसका असर कैसे पड़ता है?
पश्चिमी विक्षोभ एक मौसम प्रणाली है जो भूमध्य सागर से उत्पन्न होकर भारत के उत्तर-पश्चिमी इलाकों में पहुंचती है। यह बारिश, बर्फबारी और ठंडी हवाओं को लेकर आती है, जिससे सर्दी की शुरुआत होती है।
3. किन राज्यों में भारी बर्फबारी की संभावना है?
जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में 4 और 5 नवंबर को भारी बर्फबारी की संभावना है। इससे इन इलाकों में तापमान शून्य के नीचे जा सकता है।
4. बंगाल की खाड़ी और अरब सागर की हलचल का क्या असर होगा?
दोनों समुद्री इलाकों में कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है, जिससे तटीय राज्यों में तेज हवाएं और बारिश की संभावना है। इससे समुद्री यातायात और मछली पकड़ने की गतिविधियों पर असर पड़ सकता है।
5. क्या यह बदलाव सर्दी की शुरुआत का संकेत है?
हाँ, मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि यह पश्चिमी विक्षोभ सर्दी की शुरुआत का संकेत है। आने वाले 10 दिनों में पूरे उत्तर भारत में ठंड का असर तेज़ी से बढ़ेगा।





