भारत में ‘La Niña’ का कहर! इस बार की सर्दी तोड़ेगी सारे रिकॉर्ड – IMD का बड़ा अलर्ट जारी
भारत में इस बार सर्दी कुछ अलग ही तेवर दिखाने वाली है। मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी जारी की है कि La Niña प्रभाव के चलते देश के कई राज्यों में तापमान में जबरदस्त गिरावट देखने को मिलेगी। उत्तर भारत से लेकर मध्य और दक्षिण भारत तक ठंडी हवाएं और पश्चिमी विक्षोभ के असर से ठिठुरन बढ़ेगी। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बर्फबारी का सिलसिला जारी रहेगा, जबकि राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे जा सकता है। IMD ने किसानों, यात्रियों और बुजुर्गों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। इस बार सर्दी केवल लंबी नहीं बल्कि कड़ाके की ठंड वाली होने वाली है, क्योंकि La Niña प्रभाव सर्द हवाओं को और ज्यादा ताकत देगा। आइए जानते हैं कि किन राज्यों पर पड़ेगा सबसे ज्यादा असर और क्या कहता है IMD का ताजा पूर्वानुमान।
La Niña प्रभाव क्या है और इसका असर कैसा होता है?
La Niña (ला नीना) एक जलवायु घटना है, जो प्रशांत महासागर में समुद्री सतह के तापमान में कमी आने से उत्पन्न होती है। जब यह प्रभाव सक्रिय होता है, तो ठंडी हवाएं तेजी से फैलती हैं और भारत जैसे देशों में सर्दी की तीव्रता बढ़ जाती है। इस बार मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि ला नीना की स्थिति नवंबर से जनवरी तक बनी रह सकती है, जिससे पूरे देश में औसत से ज्यादा ठंड देखने को मिलेगी।
IMD की चेतावनी – ठंड बढ़ने का अलर्ट जारी
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने स्पष्ट किया है कि पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) के चलते आने वाले हफ्तों में देश के उत्तर और मध्य हिस्सों में बारिश, बर्फबारी और शीत लहर का दौर चलेगा।
- जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में हल्की से मध्यम बर्फबारी होगी।
- मैदानों में ठंडी हवाएं चलेंगी जो तापमान को 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे ले जाएंगी।
- सुबह और रात के समय घना कोहरा छा सकता है जिससे दृश्यता प्रभावित होगी।

इन राज्यों में सबसे ज्यादा गिरेगा तापमान
| राज्य | अनुमानित न्यूनतम तापमान | मौसम की स्थिति |
|---|---|---|
| राजस्थान | 7°C | सीवियर कोल्ड वेव |
| मध्य प्रदेश | 7°C | ठंडी हवाएं तेज |
| हरियाणा | 9°C | घना कोहरा |
| पंजाब | 8°C | शीत लहर |
| उत्तर प्रदेश | 10°C | तापमान गिरावट जारी |
| बिहार | 17.8°C | ठंडी पश्चिमी हवाएं |
| छत्तीसगढ़ (सरगुजा) | 9°C | कोल्ड वेव अलर्ट |
| तमिलनाडु (ऊटी) | 11°C | ओस जमना शुरू |
राजस्थान और मध्य प्रदेश में शीत लहर का कहर
राजस्थान के 12 जिलों में तापमान 10 डिग्री से नीचे चला गया है। सीकर में 7 डिग्री, अलवर, झुंझुनू और उदयपुर में सीजन की सबसे ठंडी रात दर्ज हुई। वहीं मध्य प्रदेश में भोपाल, राजगढ़, इंदौर और शाजापुर में तापमान 7 डिग्री के करीब पहुंच गया है। कई इलाकों में सीवियर कोल्ड वेव अलर्ट जारी किया गया है।
बिहार, पंजाब और दक्षिण भारत भी ठंड की चपेट में
उत्तर भारत ही नहीं, बल्कि बिहार, पंजाब और दक्षिण भारत में भी इस बार ठंड का असर तेज है।
- पटना का तापमान 17.8 डिग्री दर्ज किया गया।
- पंजाब में तापमान 2 डिग्री तक गिर गया।
- ऊटी (तमिलनाडु) में सुबह ओस जमने लगी है।
मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि दक्षिण भारत में इतनी ठंड दुर्लभ स्थिति होती है, लेकिन इस बार La Niña के कारण यह संभव हुआ है।
किसानों और आम लोगों के लिए IMD की सलाह
IMD ने किसानों को सलाह दी है कि फसलों को पाले से बचाने के लिए रात में हल्की सिंचाई करें और पौधों को ढककर रखें।
- सुबह यात्रा करने से पहले मौसम रिपोर्ट जरूर देखें।
- बुजुर्ग और बच्चे अत्यधिक ठंड में बाहर न निकलें।
- हीटर और ब्लैंकेट का उपयोग करते समय सावधानी रखें ताकि आग लगने का खतरा न हो।
इस बार की सर्दी क्यों होगी अधिक लंबी और ठंडी?
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, इस बार La Niña की अवधि सामान्य से लंबी रहेगी। इसके अलावा, पश्चिमी विक्षोभ की लगातार सक्रियता भी तापमान में गिरावट को और बढ़ा रही है। इसका मतलब है कि जनवरी और फरवरी 2026 तक सर्दी का प्रभाव बना रह सकता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
भारत में इस बार की सर्दी केवल सामान्य नहीं, बल्कि असाधारण ठंडी होने वाली है। IMD के अनुसार, La Niña प्रभाव के कारण देश के अधिकांश हिस्सों में 10 डिग्री से नीचे तापमान जाएगा। किसानों, यात्रियों और बुजुर्गों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। मौसम विभाग ने यह भी कहा है कि अगले 2 महीनों में शीत लहर और घने कोहरे की स्थिति बनी रह सकती है। ऐसे में सुरक्षा और स्वास्थ्य दोनों पर ध्यान देना बेहद जरूरी है।
MCQ Quiz (प्रश्नोत्तरी)
1. ‘La Niña’ किससे संबंधित है?
A) सौर ऊर्जा
B) प्रशांत महासागर का तापमान परिवर्तन
C) मानसून की ताकत
D) रेगिस्तानी हवाएं
उत्तर: B) प्रशांत महासागर का तापमान परिवर्तन
2. IMD ने किन राज्यों में शीत लहर की चेतावनी जारी की है?
A) केरल और तमिलनाडु
B) राजस्थान, मध्य प्रदेश, पंजाब
C) गुजरात और महाराष्ट्र
D) नागालैंड और मिजोरम
उत्तर: B) राजस्थान, मध्य प्रदेश, पंजाब
3. सीकर में दर्ज न्यूनतम तापमान कितना रहा?
A) 10°C
B) 8°C
C) 7°C
D) 5°C
उत्तर: C) 7°C
4. दक्षिण भारत का कौन-सा क्षेत्र ठंड की चपेट में है?
A) ऊटी
B) मदुरै
C) चेन्नई
D) मंगलौर
उत्तर: A) ऊटी
5. La Niña के कारण भारत में क्या असर पड़ता है?
A) गर्म हवाएं बढ़ती हैं
B) सर्दी की तीव्रता बढ़ती है
C) मानसून जल्दी आता है
D) समुद्र का जलस्तर घटता है
उत्तर: B) सर्दी की तीव्रता बढ़ती है
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
1. La Niña प्रभाव कितने समय तक रहता है?
La Niña का प्रभाव सामान्यतः 9 महीने से 1 वर्ष तक रह सकता है। कुछ मामलों में यह दो वर्षों तक भी सक्रिय रहता है, जिससे मौसम की चरम स्थितियाँ जैसे – अत्यधिक सर्दी या सूखा देखने को मिल सकता है।
2. क्या La Niña हमेशा सर्दी बढ़ाता है?
हाँ, अधिकांश मामलों में La Niña भारत में सर्दी को बढ़ा देता है क्योंकि यह ठंडी हवाओं को सक्रिय करता है। हालांकि, इसका असर क्षेत्र के अनुसार भिन्न हो सकता है।
3. क्या किसानों पर इस बार ठंड का असर पड़ेगा?
हाँ, पाले की वजह से रबी फसलों को नुकसान होने की संभावना है। इसलिए किसानों को फसलों की सुरक्षा के लिए सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
4. पश्चिमी विक्षोभ क्या है और इसका ठंड से क्या संबंध है?
पश्चिमी विक्षोभ एक मौसम प्रणाली है जो यूरोप से चलकर भारत में प्रवेश करती है। यह बारिश और बर्फबारी लाती है, जिससे तापमान में गिरावट होती है।
5. क्या इस बार सर्दी लंबी चलेगी?
हाँ, IMD के अनुसार, La Niña प्रभाव और लगातार पश्चिमी विक्षोभ के कारण सर्दी फरवरी 2026 तक बनी रह सकती है, जो सामान्य अवधि से ज्यादा है।



