मौसम विभाग अलर्ट: आसमानी आफत से जूझने को तैयार रहें, जानें कहां-कहां बढ़ेगी मुश्किल
देशभर में मौसम का मिजाज तेजी से बदल रहा है और अब आईएमडी (भारतीय मौसम विज्ञान विभाग) ने कई राज्यों में गंभीर चेतावनी जारी की है। इस बार की सर्दी न केवल हाड़ कंपाने वाली है, बल्कि कई क्षेत्रों में भारी बारिश और बर्फबारी की वजह से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो सकता है। आईएमडी के मुताबिक, आने वाले दिनों में ठंड का कहर और बढ़ने की संभावना है।
उत्तर भारत में शीतलहर का अलर्ट
उत्तर भारत के राज्यों में शीतलहर का प्रभाव तेज होता जा रहा है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा और पंजाब में अगले पांच दिनों तक कोल्ड वेव का प्रकोप बढ़ सकता है। इस स्थिति में प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने और बिना जरूरत घरों से बाहर न निकलने की सलाह दी है।
दिल्ली-एनसीआर का बिगड़ता मौसम
दिल्ली और एनसीआर में शुक्रवार सुबह से ही बादल छाए हुए हैं। रिमझिम बारिश और तेज ठंड की वजह से लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है। आईएमडी ने बताया है कि आने वाले कुछ घंटों तक बारिश और कोहरा जारी रहेगा, जिससे यातायात और जनजीवन पर असर पड़ सकता है।
पहाड़ों पर बर्फबारी का अलर्ट
जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्यों में भारी बर्फबारी की संभावना है। नए साल से पहले इन राज्यों के 25 से ज्यादा जिलों में तापमान माइनस में पहुंच सकता है। बर्फबारी के कारण पर्यटन और परिवहन पर प्रभाव पड़ने की आशंका है। प्रशासन ने इन इलाकों में यात्रा करने वालों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
दक्षिण भारत में बारिश का खतरा
तमिलनाडु, कर्नाटक, केरल और आंध्र प्रदेश के कोस्टल इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं। कुछ स्थानों पर जोरदार बारिश भी हो सकती है, जिससे जनजीवन प्रभावित होगा। वहीं, पूर्वोत्तर राज्यों जैसे असम, मेघालय और नागालैंड में भी बारिश की संभावना बनी हुई है।
क्या करें इस तबाही से बचाव के लिए?
- राशन और जरूरी सामान स्टॉक करें: प्रशासन की सलाह मानते हुए घर में कुछ दिनों का राशन और दवाइयां रखें।
- यात्रा टालें: खराब मौसम में यात्रा करने से बचें, खासकर पहाड़ी इलाकों में।
- विनम्र रहें: जरूरतमंदों की मदद करें और सरकारी निर्देशों का पालन करें।
- बिजली और पानी का ख्याल रखें: बिजली कटौती और पानी की समस्या से बचने के लिए वैकल्पिक इंतजाम रखें।
निष्कर्ष
मौसम की यह तबाही केवल एक प्राकृतिक घटना है, लेकिन सतर्कता और तैयारी से इससे बचा जा सकता है। आईएमडी की चेतावनियों को नजरअंदाज न करें और सुरक्षित रहें। घर पर रहें, सतर्क रहें और प्रशासन की हर गाइडलाइंस का पालन करें।