आज का मौसम अपडेट: अगले 2 दिन इन राज्यों में भारी बारिश और तूफानी हवाओं का अलर्ट – जानिए IMD की पूरी भविष्यवाणी
भारत के विभिन्न हिस्सों में मौसम ने अचानक करवट ली है। मौसम विभाग (IMD) ने 31 अक्टूबर और 1 नवंबर के लिए कई राज्यों में भारी बारिश और तूफानी हवाओं का अलर्ट जारी किया है। इस दौरान पूर्वी, पश्चिमी, और उत्तर भारत के कुछ क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ बारिश और तेज़ हवाओं की संभावना जताई गई है। विशेष रूप से अंडमान-निकोबार, झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, और गुजरात जैसे राज्यों में अगले दो दिनों के भीतर मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल सकता है।
IMD के अनुसार, यह परिवर्तन बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में बने निम्न दबाव क्षेत्रों के कारण हो रहा है, जिससे पूर्वी भारत से लेकर पश्चिम भारत तक वर्षा का सिलसिला शुरू होगा। आइए जानते हैं किन-किन राज्यों में कब और कितनी बारिश होगी, और किन क्षेत्रों के लिए मौसम विभाग ने विशेष चेतावनी जारी की है।
1. अंडमान-निकोबार में भारी बारिश की संभावना
मौसम विभाग ने बताया है कि 31 अक्टूबर और 1 नवंबर को अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में मूसलाधार बारिश होने की संभावना है। इन द्वीपों में पिछले कुछ दिनों से बादल छाए हुए हैं, और समुद्री हवाएं तेज़ हो रही हैं।
- मुख्य कारण: बंगाल की खाड़ी में सक्रिय निम्न दबाव क्षेत्र।
- प्रभाव: समुद्री यातायात और मछली पकड़ने की गतिविधियों पर रोक लगाई गई है।
- सावधानी: स्थानीय प्रशासन ने तटीय इलाकों में लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
2. बिहार और पश्चिम बंगाल में भारी से अत्यधिक भारी वर्षा का अलर्ट
31 अक्टूबर को बिहार में बहुत भारी बारिश और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल व सिक्किम में अत्यधिक भारी वर्षा (21 सेमी या अधिक) की चेतावनी जारी की गई है।
- प्रभावित जिले: पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज, जलपाईगुड़ी, कूचबिहार और दार्जिलिंग।
- संभावित प्रभाव: जलभराव, फसलों को नुकसान, और यातायात पर असर।
- IMD का सुझाव: किसान अपने खेतों से अतिरिक्त पानी निकालने की व्यवस्था करें और लोग गैर-जरूरी यात्रा से बचें।
3. झारखंड के 7 जिलों में भारी बारिश का खतरा
मौसम विभाग के अनुसार, झारखंड के धनबाद, जामताड़ा, दुमका, देवघर, गोड्डा, साहिबगंज और पाकुड़ जिलों में भारी बारिश की संभावना है।
- ये जिले मुख्य रूप से संताल परगना क्षेत्र के अंतर्गत आते हैं।
- प्रभाव: निचले इलाकों में जलभराव, बिजली गिरने और तेज़ हवाओं का खतरा।
- सलाह: लोगों को घरों में रहने और खुले क्षेत्रों से दूर रहने की सलाह दी गई है।
4. उत्तर प्रदेश में जारी रहेगा बारिश का सिलसिला
उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से बेमौसम बारिश हो रही है और यह सिलसिला 6 नवंबर तक जारी रहने का अनुमान है।
- प्रभावित क्षेत्र: बुंदेलखंड, विंध्य, और पूर्वी मैदानी इलाके।
- मौसम की स्थिति:- हल्की से मध्यम बारिश 31 अक्टूबर से 6 नवंबर तक।
- कुछ इलाकों में बिजली कड़कने और तेज़ हवाओं के साथ भारी बारिश की संभावना।
 
- कृषि प्रभाव: गेहूं और सरसों की बुवाई प्रभावित हो सकती है।
5. पश्चिम बंगाल और सिक्किम में चक्रवाती असर जारी
चक्रवात ‘मोंथा’ के कमजोर पड़ने के बाद भी इसका असर समाप्त नहीं हुआ है।
- उत्तर बंगाल के जिले: दार्जिलिंग, कलिम्पोंग, जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार और कूचबिहार में भारी से बहुत भारी बारिश (7-20 सेमी) की संभावना।
- दक्षिण बंगाल के जिले: मालदा, उत्तर और दक्षिण दिनाजपुर में 7-11 सेमी वर्षा हो सकती है।
- IMD अलर्ट: इन जिलों में भूस्खलन और नदियों में जलस्तर बढ़ने की चेतावनी दी गई है।
6. गुजरात और महाराष्ट्र में गरज-चमक के साथ बारिश
31 अक्टूबर से 1 नवंबर तक गुजरात और महाराष्ट्र में गरज-चमक के साथ तूफानी बारिश की संभावना है।
- गुजरात में: कच्छ, सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के कुछ हिस्सों में भारी बारिश।
- महाराष्ट्र में: कोकण और गोवा क्षेत्र में 31 अक्टूबर को तेज़ हवाएं और वर्षा।
- IMD का अलर्ट: अगले चार दिनों तक गुजरात और दो दिनों तक महाराष्ट्र में असामान्य मौसम बना रहेगा।
7. उत्तर-पश्चिम भारत में बर्फबारी की संभावना
पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से 3 से 5 नवंबर के बीच उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के ऊंचे इलाकों में हल्की से मध्यम बर्फबारी हो सकती है।
- मैदानों में प्रभाव: दिल्ली, हरियाणा और पंजाब में ठंडक बढ़ेगी।
- यात्रियों के लिए सुझाव: पहाड़ी इलाकों की यात्रा पर निकलने से पहले मौसम अपडेट जरूर देखें।
8. तटीय आंध्र प्रदेश और रायलसीमा में गरज के साथ बारिश
2 और 3 नवंबर को तटीय आंध्र प्रदेश, यनम और रायलसीमा में बिजली गिरने और तेज़ हवाओं के साथ बारिश की संभावना है।
- IMD चेतावनी: तेज सतही हवाओं के कारण मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह।
- संभावित प्रभाव: बिजली आपूर्ति बाधित हो सकती है और ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क यातायात प्रभावित हो सकता है।
9. पूर्वोत्तर भारत में लगातार बारिश
अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय और नागालैंड में अगले तीन दिनों तक गरज-चमक और बौछारों का सिलसिला बना रहेगा।
- मुख्य कारण: बंगाल की खाड़ी से नमी युक्त हवाओं का प्रवाह।
- प्रभाव: पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन का खतरा, जबकि घाटी क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति।
मौसम विभाग का राज्योंवार वर्षा पूर्वानुमान चार्ट
| राज्य/क्षेत्र | तारीखें | वर्षा का प्रकार | IMD अलर्ट स्थिति | 
|---|---|---|---|
| अंडमान-निकोबार द्वीप समूह | 31 अक्टूबर – 1 नवंबर | भारी से बहुत भारी वर्षा | येलो अलर्ट | 
| बिहार, पश्चिम बंगाल, सिक्किम | 31 अक्टूबर – 1 नवंबर | अत्यधिक भारी वर्षा | रेड अलर्ट | 
| झारखंड | 31 अक्टूबर | भारी वर्षा | ऑरेंज अलर्ट | 
| उत्तर प्रदेश | 31 अक्टूबर – 6 नवंबर | हल्की से मध्यम बारिश | येलो अलर्ट | 
| गुजरात, महाराष्ट्र | 31 अक्टूबर – 1 नवंबर | गरज-चमक के साथ वर्षा | येलो अलर्ट | 
| उत्तराखंड, हिमाचल, J&K | 3 – 5 नवंबर | बारिश और बर्फबारी | येलो अलर्ट | 
| पूर्वोत्तर राज्य | 31 अक्टूबर – 2 नवंबर | गरज-चमक के साथ बारिश | येलो अलर्ट | 
निष्कर्ष (Conclusion)
भारत के कई हिस्सों में अगले कुछ दिनों तक मौसम का मिजाज बदला रहेगा। जहां एक ओर पूर्वी राज्यों में भारी बारिश का खतरा है, वहीं उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी की संभावना भी बढ़ गई है। किसानों, यात्रियों और तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। मौसम विभाग की चेतावनी का पालन कर सुरक्षा उपाय अपनाना ही सबसे सही कदम होगा।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
1. क्या बिहार में अगले दो दिनों तक भारी बारिश होगी?
हाँ, मौसम विभाग के अनुसार, बिहार के उत्तरी और पूर्वी जिलों में 31 अक्टूबर और 1 नवंबर को भारी से अत्यधिक भारी बारिश की संभावना है, जिससे निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बन सकती है।
2. झारखंड में किन जिलों में बारिश का अलर्ट है?
IMD ने झारखंड के धनबाद, देवघर, दुमका, जामताड़ा, गोड्डा, साहिबगंज और पाकुड़ जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
3. उत्तर प्रदेश में बारिश कब तक जारी रहेगी?
उत्तर प्रदेश में 31 अक्टूबर से 6 नवंबर तक हल्की से मध्यम बारिश जारी रहेगी, खासकर पूर्वी और बुंदेलखंड क्षेत्रों में।
4. क्या उत्तर भारत में ठंड बढ़ेगी?
हाँ, पश्चिमी विक्षोभ के कारण 3 से 5 नवंबर के बीच उत्तर भारत में हल्की बारिश और पहाड़ों पर बर्फबारी के बाद तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी।
5. किन राज्यों में समुद्री गतिविधियों पर रोक लगाई गई है?
अंडमान-निकोबार और आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में तेज़ हवाओं और लहरों के कारण मछुआरों को समुद्र में जाने से मना किया गया है।
 
 
					

 
 



