Bihar Weather Alert: पटना, सहरसा, मधेपुरा, मुंगेर समेत सभी जिलों में आज का मौसम 20-25 अगस्त तक भारी बारिश और वज्रपात का अलर्ट, पढ़ें पूरी रिपोर्ट
बिहार में मानसून ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ ली है और मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक राज्यभर में बारिश और वज्रपात का अलर्ट जारी किया है। लंबे इंतजार के बाद मानसून की सक्रियता से किसानों और आम जनता को राहत तो मिलेगी लेकिन साथ ही कई चुनौतियां भी सामने आ सकती हैं। 20 अगस्त से 25 अगस्त तक राज्य के कई जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। इस दौरान तेज हवाओं के साथ आकाशीय बिजली गिरने का खतरा भी बढ़ गया है। विशेषकर सीमावर्ती और उत्तर बिहार के जिलों में भारी बारिश के आसार हैं जिससे जनजीवन प्रभावित हो सकता है। ऐसे में लोगों को सतर्क रहने और अनावश्यक रूप से बाहर न निकलने की सलाह दी जा रही है। आइए विस्तार से जानते हैं कि बिहार के किन-किन जिलों में मौसम का मिजाज बदलने वाला है और इसका असर दैनिक जीवन पर कैसा पड़ेगा।
बिहार में मानसून की वापसी
चार दिनों के अंतराल के बाद मानसून एक बार फिर सक्रिय हो चुका है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि 20 अगस्त से 25 अगस्त तक लगातार बारिश और वज्रपात देखने को मिल सकता है। इसका सबसे ज्यादा असर उत्तर और पूर्व बिहार के जिलों पर पड़ेगा।
20 अगस्त से 25 अगस्त तक बारिश का अलर्ट
बुधवार को सुपौल, अररिया, किशनगंज, मधेपुरा, सहरसा, पूर्णिया और कटिहार जैसे जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। इन इलाकों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। पूर्णिया, अररिया और किशनगंज में कहीं-कहीं भारी बारिश के आसार हैं।
21 से 24 अगस्त तक बारिश का असर
21 अगस्त से लेकर 24 अगस्त तक उत्तर-पश्चिम और उत्तर-मध्य बिहार के कई हिस्सों में लगातार बारिश और वज्रपात की संभावना है। वहीं उत्तर-पूर्व, दक्षिण-पश्चिम, दक्षिण-मध्य और दक्षिण-पूर्व बिहार में भी अधिकांश जगहों पर बारिश हो सकती है।
पटना और आसपास के जिलों में मौसम का हाल
राजधानी पटना और उसके आसपास के जिलों गया, नालंदा, शेखपुरा, नवादा, बेगूसराय, लखीसराय, भागलपुर, बांका, जमुई, मुंगेर और खगड़िया में 21 से 23 अगस्त तक झमाझम बारिश का पूर्वानुमान है। मंगलवार रात को पटना में हुई मूसलाधार बारिश से शहर के कई इलाकों में जलजमाव की समस्या पैदा हो गई। इससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
वज्रपात को लेकर चेतावनी
मौसम विभाग ने खासतौर पर लोगों को वज्रपात से बचने की सलाह दी है। ग्रामीण इलाकों में खेतों और खुले स्थानों पर काम करने वाले किसानों और मजदूरों से घरों के अंदर सुरक्षित रहने की अपील की गई है। बारिश के दौरान पेड़ों और बिजली के खंभों के नीचे खड़े होने से बचने की चेतावनी दी गई है।
कृषि पर असर
लगातार होने वाली बारिश से धान की खेती को फायदा मिल सकता है। हालांकि, ज्यादा बारिश होने पर जलभराव की समस्या से फसलों को नुकसान भी झेलना पड़ सकता है। वहीं सब्जियों और दलहन की फसलों पर इसका सीधा असर दिखाई देगा।
शहरों में जलजमाव की समस्या
पटना सहित कई बड़े शहरों में बारिश होते ही जलजमाव की स्थिति बिगड़ जाती है। मंगलवार की बारिश के बाद राजधानी में सड़कें तालाब में बदल गईं और लोगों को घंटों जाम का सामना करना पड़ा। नगर निगम की तैयारियों पर भी सवाल खड़े हो गए हैं।
लोगों से अपील
मौसम विभाग ने कहा है कि लोग अनावश्यक रूप से घरों से बाहर न निकलें और सतर्क रहें। बिजली गिरने की संभावना वाले समय में मोबाइल फोन और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का प्रयोग कम करें।
निष्कर्ष
बिहार में अगले कुछ दिनों तक मौसम का मिजाज पूरी तरह बदलने वाला है। राज्य के लगभग सभी जिलों में बारिश और वज्रपात का खतरा बना हुआ है। ऐसे में लोगों को सतर्कता बरतने की जरूरत है ताकि किसी भी तरह की अनहोनी से बचा जा सके। किसानों के लिए यह बारिश राहत भी लेकर आएगी लेकिन जलजमाव और वज्रपात की वजह से चुनौती भी कम नहीं होगी।
FAQs
प्रश्न 1: बिहार में बारिश कब तक होगी?
उत्तर: मौसम विभाग ने 20 अगस्त से 25 अगस्त तक बारिश और वज्रपात का अलर्ट जारी किया है।
प्रश्न 2: किन जिलों में भारी बारिश की संभावना है?
उत्तर: सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया और कटिहार जैसे जिलों में भारी बारिश के आसार हैं।
प्रश्न 3: पटना में मौसम कैसा रहेगा?
उत्तर: पटना और आसपास के जिलों में 21 से 23 अगस्त तक झमाझम बारिश हो सकती है।
प्रश्न 4: वज्रपात से कैसे बचें?
उत्तर: बारिश के समय खुले मैदान, पेड़ों और बिजली के खंभों के नीचे खड़े होने से बचें और घरों में सुरक्षित रहें।
प्रश्न 5: क्या इस बारिश से खेती को फायदा होगा?
उत्तर: हां, धान जैसी खरीफ फसलों को फायदा होगा, लेकिन अत्यधिक बारिश से जलभराव की समस्या फसलों को नुकसान भी पहुंचा सकती है।