बिहार आज का मौसम 23-24-25 अगस्त: पटना, गयाजी, औरंगाबाद, बक्सर में बारिश से तबाही, जानें जिलों का हाल
बिहार का मौसम इन दिनों बड़े बदलाव के दौर से गुजर रहा है। बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र का असर राज्य पर गहराई से पड़ रहा है। मौसम विभाग ने साफ कर दिया है कि 25 अगस्त तक बिहार में मानसून सक्रिय रहने वाला है। इसका सीधा असर गयाजी, औरंगाबाद, नवादा, भभुआ, भोजपुर, बक्सर और पटना सहित कई जिलों पर देखने को मिलेगा। भारी से अति भारी वर्षा के साथ वज्रपात और तेज हवाओं की चेतावनी जारी की गई है। मौसम विज्ञान केंद्र पटना ने साफ किया है कि बारिश की यह स्थिति सामान्य से खतरनाक रूप ले सकती है, खासकर दक्षिणी और पश्चिमी बिहार में। बीते 24 घंटों में ही भोजपुर, गयाजी और चंपारण जैसे जिलों में भारी वर्षा दर्ज की गई है। ऐसे में किसानों, आम नागरिकों और प्रशासन सभी को सतर्क रहने की जरूरत है। आइए विस्तार से जानते हैं कि अगले दिनों में बिहार के किन-किन जिलों में बारिश का सबसे ज्यादा असर देखने को मिलेगा।
बिहार में बंगाल की खाड़ी का असर
बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव का क्षेत्र इस समय बिहार के लिए भारी परेशानी का सबब बन गया है। इस सिस्टम की वजह से पूरे प्रदेश में मानसून पूरी तरह सक्रिय हो चुका है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि यह प्रभाव 25 अगस्त तक बने रहने की संभावना है। इस दौरान कई जिलों में लगातार बारिश होगी और साथ ही वज्रपात का खतरा भी बढ़ जाएगा। खासकर रात और सुबह के समय लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
पटना और आसपास का मौसम
राजधानी पटना में मौसम ने अचानक करवट बदली है। शुक्रवार की दोपहर में ही आसमान घने बादलों से ढक गया और हल्की बारिश शुरू हो गई। शाम होते-होते पूरे शहर का नजारा बदल गया। अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 28.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हालांकि लगातार बारिश के कारण लोगों को उमस से राहत मिली है, लेकिन जलजमाव की स्थिति ने परेशानियां भी बढ़ा दी हैं।
गयाजी, औरंगाबाद और नवादा में अति भारी वर्षा का अलर्ट
गयाजी, औरंगाबाद, नवादा और भभुआ जिले इस समय सबसे ज्यादा खतरे में हैं। मौसम विभाग ने यहां अति भारी वर्षा की चेतावनी दी है। गयाजी के बेलागंज में बीते 24 घंटों में ही 67.4 मिमी वर्षा दर्ज की गई। लगातार हो रही बारिश से नदी-नालों का जलस्तर बढ़ने की संभावना है, जिससे बाढ़ जैसी स्थिति बन सकती है।
भोजपुर और बक्सर में बारिश का कहर
भोजपुर और बक्सर जिले भी बारिश से बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं। भोजपुर के पीरो में सबसे ज्यादा 140.2 मिमी वर्षा दर्ज की गई, जबकि चरपोखरी में 81.2 मिमी वर्षा हुई। वहीं बक्सर के सिमरी में 40.6 मिमी और नवानगर में 36.6 मिमी बारिश दर्ज की गई। यह स्थिति किसानों के लिए लाभकारी होने के साथ-साथ फसलों को नुकसान भी पहुंचा सकती है।
पश्चिम चंपारण और रोहतास में भारी बारिश
पश्चिम चंपारण के वाल्मीकिनगर में 139.4 मिमी वर्षा हुई। रोहतास जिले में भी तिलौथू और अन्य इलाकों में 80 मिमी से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। इससे ग्रामीण इलाकों में जलजमाव और नदियों का जलस्तर बढ़ने की संभावना है।
तेज हवाओं का अलर्ट
मौसम विभाग ने यह भी चेतावनी दी है कि दक्षिणी बिहार के कई हिस्सों में 30 से 40 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। इससे पेड़ गिरने, बिजली तारों के टूटने और आवागमन प्रभावित होने की आशंका है।
भागलपुर और मुजफ्फरपुर का मौसम
भागलपुर में अधिकतम तापमान 31.8 डिग्री और न्यूनतम 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं मुजफ्फरपुर में अधिकतम तापमान 32.8 डिग्री और न्यूनतम 27.7 डिग्री सेल्सियस रहा। यहां भी बीच-बीच में बारिश के साथ बादल छाए रहे।
फसलों और किसानों पर प्रभाव
भारी वर्षा से धान की खेती को तो फायदा हो रहा है, लेकिन लगातार बारिश और जलजमाव से खरीफ फसलों को नुकसान भी पहुंच सकता है। किसानों को सलाह दी जा रही है कि वे अपने खेतों से अतिरिक्त पानी निकालने की व्यवस्था करें और बिजली गिरने से बचने के लिए सुरक्षित स्थानों पर रहें।
बिजली गिरने का खतरा
बिहार में हर साल वज्रपात से बड़ी संख्या में लोगों की जान जाती है। इस बार भी मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि भारी वर्षा के साथ वज्रपात की संभावना बनी रहेगी। ऐसे में लोगों को खुले मैदानों, पेड़ों और खंभों के नीचे खड़े होने से बचने की सख्त जरूरत है।
24 घंटे में बारिश का रिकॉर्ड
बीते 24 घंटों में भोजपुर के पीरो और पश्चिम चंपारण के वाल्मीकिनगर में सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई। पटना, बक्सर, गयाजी और सिवान जैसे जिलों में भी औसत से ज्यादा वर्षा हुई है। इससे साफ है कि आने वाले दिनों में स्थिति और गंभीर हो सकती है।
बिहार के प्रमुख जिलों में बारिश की स्थिति
- भोजपुर (पीरो) – 140.2 मिमी
- पश्चिम चंपारण (वाल्मीकिनगर) – 139.4 मिमी
- रोहतास – 85.4 मिमी
- गयाजी (बेलागंज) – 67.4 मिमी
- सिवान – 60.4 मिमी
- अरवल – 56.4 मिमी
- बांका (कटोरिया) – 52.6 मिमी
- सुपौल – 46.4 मिमी
निष्कर्ष
बिहार का मौसम इस समय पूरी तरह से बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव पर निर्भर है। गयाजी, औरंगाबाद, नवादा, भभुआ, भोजपुर और बक्सर जैसे जिलों में बारिश की मार सबसे ज्यादा पड़ रही है। वज्रपात और तेज हवाओं की वजह से लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। किसानों को फसलों की सुरक्षा और ग्रामीणों को अपनी जान की सुरक्षा के लिए एहतियात बरतनी चाहिए। आने वाले कुछ दिन बिहार के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकते हैं।
FAQs
Q1. बिहार में भारी वर्षा कब तक जारी रहेगी?
25 अगस्त तक मानसून का असर गहरा रहेगा और कई जिलों में भारी वर्षा की संभावना है।
Q2. किन जिलों में अति भारी वर्षा का अलर्ट जारी हुआ है?
गयाजी, औरंगाबाद, नवादा और भभुआ में अति भारी वर्षा का अलर्ट जारी हुआ है।
Q3. सबसे ज्यादा बारिश कहां दर्ज की गई है?
भोजपुर के पीरो में 140.2 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
Q4. तेज हवाओं की रफ्तार कितनी होगी?
दक्षिण बिहार के कई जिलों में 30 से 40 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।
Q5. किसानों को क्या सावधानी बरतनी चाहिए?
किसानों को खेतों से अतिरिक्त पानी निकालने और बिजली गिरने से बचने के लिए सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी गई है।