Bihar Weather Today: पटना, भागलपुर, दरभंगा, मधुबनी में 28, 29, 30, 31 अगस्त और 1 सितंबर 2025 का मौसम अपडेट – आज का मौसम धूप-बारिश से बदलता मिजाज
बिहार का मौसम इन दिनों लोगों के लिए किसी पहेली से कम नहीं है। कभी चिलचिलाती धूप और उमस भरी गर्मी लोगों को परेशान कर रही है तो कभी अचानक होने वाली हल्की बारिश थोड़ी राहत देती है। राजधानी पटना से लेकर दरभंगा, वैशाली और मधुबनी जैसे जिलों में मौसम का मिजाज हर दिन बदलता हुआ नज़र आ रहा है। बुधवार को सबसे ज्यादा बारिश मधुबनी में 53.5 मिमी दर्ज की गई, जबकि अन्य जिलों में हल्की फुहारें पड़ीं। वहीं कई हिस्सों में आसमान पूरी तरह साफ रहा और लोग गर्म हवाओं और उमस से बेहाल हो गए। सवाल यह उठता है कि क्या बिहार में मॉनसून की विदाई हो गई है या आने वाले दिनों में बारिश फिर से दस्तक देगी? इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे आज का मौसम कैसा रहेगा, किन जिलों में बारिश की संभावना है, मॉनसून का आगे का हाल, बाढ़ की स्थिति और प्रमुख शहरों का तापमान।
आज का मौसम: बिहार में धूप और हल्की बारिश का मिश्रण
गुरुवार को बिहार के पश्चिमी और पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सीवान और सारण जिलों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई गई है। वहीं, बाकी जिलों में मौसम शुष्क ही रहने का अनुमान है। राजधानी पटना सहित कई इलाकों में सुबह से ही तेज धूप निकल चुकी है, जिससे उमस और बढ़ गई है। मौसम विभाग का कहना है कि बारिश की संभावना फिलहाल बेहद कम है और ज्यादातर हिस्सों में लोग गर्मी से परेशान रहेंगे।
क्या हो चुकी है मॉनसून की विदाई?
मौसम विज्ञान केंद्र ने साफ किया है कि अभी बिहार से मॉनसून की विदाई नहीं हुई है। बारिश की गतिविधियों में कमी ज़रूर आई है लेकिन मॉनसून अभी सक्रिय है। पूर्वानुमान के अनुसार 30 और 31 अगस्त के साथ 1 सितंबर को राज्य के कई जिलों में भारी बारिश की संभावना बनी हुई है। यानी कि सितंबर की शुरुआत में एक बार फिर से झमाझम बारिश देखने को मिल सकती है। अभी तक के आंकड़ों के मुताबिक, बिहार में इस साल सामान्य से 27 प्रतिशत कम बारिश हुई है, जिसकी वजह से सूखे जैसी स्थिति भी कई जगह बन गई है।
किन जिलों में सबसे कम बारिश हुई?
मॉनसून कमजोर रहने की वजह से बिहार के कई जिलों में बारिश का स्तर सामान्य से काफी कम रहा है। सीतामढ़ी में अब तक 60% कम बारिश हुई है, वहीं सहरसा और सुपौल में 55% की कमी दर्ज की गई। मुजफ्फरपुर और मधेपुरा में भी बारिश का स्तर क्रमशः 52% और 50% कम रहा। पश्चिमी चंपारण और गोपालगंज जैसे जिलों में भी बारिश सामान्य से 50% से अधिक कम हुई है। इस वजह से इन जिलों के किसानों को खेती-किसानी में बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
कहाँ हुई सामान्य से अधिक बारिश?
कुछ जिलों में मॉनसून मेहरबान रहा है। गया में अब तक सामान्य से 26% अधिक बारिश हुई है, जबकि शेखपुरा, नालंदा और नवादा जैसे जिलों में भी बारिश औसत से ऊपर दर्ज की गई है। राजधानी पटना में 8% और बांका तथा लखीसराय में 6% ज्यादा बारिश हुई है। इन जिलों में अच्छी बारिश से किसानों को खेती में राहत मिली है।
गंगा का बढ़ता जलस्तर और बाढ़ की स्थिति
देश के अन्य हिस्सों, विशेषकर उत्तराखंड में हो रही भारी बारिश का असर बिहार में गंगा पर साफ नज़र आ रहा है। बक्सर में गंगा नदी खतरे के निशान के करीब पहुंच चुकी है, वहीं मुंगेर में जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। आरा में भी बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार अब तक बिहार के 10 जिलों में कुल 17.62 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हो चुके हैं। इनमें सबसे अधिक प्रभावित भागलपुर जिला है, जहां 343 गांवों के 4.16 लाख लोग बाढ़ की चपेट में हैं।
प्रमुख शहरों का तापमान और AQI
बुधवार के आंकड़ों के अनुसार, राजधानी पटना का अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 29.1 डिग्री दर्ज किया गया। मुजफ्फरपुर में अधिकतम 33.2 और न्यूनतम 28.5 डिग्री, गया में 34.4 और 25.6 डिग्री, पूर्णिया में 34.2 और 27.1 डिग्री, जबकि भागलपुर में 34.5 और 28.4 डिग्री तापमान दर्ज हुआ। वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) की बात करें तो पटना का AQI 78, मुजफ्फरपुर 56, गया 59, पूर्णिया 135 और भागलपुर 59 दर्ज किया गया। पूर्णिया में वायु प्रदूषण का स्तर अन्य शहरों की तुलना में सबसे अधिक पाया गया।
निष्कर्ष
बिहार का मौसम फिलहाल बेहद अस्थिर स्थिति में है। कहीं धूप और उमस लोगों को परेशान कर रही है तो कहीं हल्की बारिश थोड़ी राहत देती है। हालांकि, मौसम विभाग ने साफ किया है कि मॉनसून की विदाई अभी नहीं हुई है और आने वाले दिनों में एक बार फिर से भारी बारिश की संभावना है। बाढ़ और गंगा के बढ़ते जलस्तर ने कई जिलों में चिंता बढ़ा दी है। किसानों और आम जनता के लिए यह मौसम चुनौतीपूर्ण साबित हो रहा है।
FAQs
प्रश्न 1: क्या बिहार से मॉनसून की विदाई हो गई है?
नहीं, मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार अभी मॉनसून की विदाई नहीं हुई है। 30, 31 अगस्त और 1 सितंबर को फिर से बारिश की संभावना है।
प्रश्न 2: किन जिलों में सबसे कम बारिश हुई है?
सीतामढ़ी, सहरसा, सुपौल, मुजफ्फरपुर, मधेपुरा, पश्चिमी चंपारण और गोपालगंज में सबसे कम बारिश दर्ज की गई है।
प्रश्न 3: किस जिले में सबसे ज्यादा बाढ़ का असर है?
भागलपुर जिले में बाढ़ का सबसे ज्यादा असर है, जहां 4.16 लाख लोग प्रभावित हैं।
प्रश्न 4: प्रमुख शहरों का तापमान कितना है?
पटना में अधिकतम 35 डिग्री और न्यूनतम 29.1 डिग्री तापमान दर्ज हुआ है। अन्य शहरों जैसे गया, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया और भागलपुर में भी तापमान 33 से 35 डिग्री के बीच रहा।
प्रश्न 5: क्या किसानों को बारिश से राहत मिलेगी?
हाँ, 30 अगस्त से 1 सितंबर तक होने वाली संभावित बारिश से किसानों को कुछ राहत मिल सकती है।