WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Group Join Now

चक्रवात मोंथा का बिहार पर बड़ा असर – जानिए कब बरसेगी तेज़ बारिश, किन इलाकों में बिजली और आंधी का अलर्ट जारी

Mausam
Mausam

बंगाल की खाड़ी से उठा तूफान ‘मोंथा’ लेकर आ रहा तबाही! बिहार के इन जिलों में 3 दिन तक भारी बारिश का खतरा

बिहार में मौसम का मिजाज एक बार फिर बदलने वाला है। बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवात “मोंथा” (Cyclone Montha) के प्रभाव से राज्य के कई जिलों में भारी बारिश, तेज़ आंधी और बिजली गिरने की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग (IMD Patna) ने यलो अलर्ट जारी करते हुए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। बुधवार से लेकर शुक्रवार तक बिहार के कई इलाकों में मूसलाधार बारिश और 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है।

विशेष रूप से जमुई, बांका, मुंगेर, भागलपुर, गयाजी, कटिहार, पूर्वी और पश्चिम चंपारण जिलों में भारी वर्षा का अलर्ट जारी हुआ है। इस दौरान तापमान में भी गिरावट देखने को मिलेगी। यह चक्रवात न केवल बिहार बल्कि झारखंड, पश्चिम बंगाल और नेपाल सीमा से लगे क्षेत्रों में भी मौसम का संतुलन बिगाड़ सकता है। आइए विस्तार से जानते हैं बिहार में आने वाले दिनों में कैसा रहेगा मौसम का हाल।


मोंथा चक्रवात का असर – बिहार में मौसम का रुख बदलेगा

बंगाल की खाड़ी में सक्रिय हुआ मोंथा चक्रवात अब उत्तर दिशा की ओर बढ़ रहा है। इसके असर से बिहार में तीन दिनों तक बारिश, बिजली चमकने और आंधी की स्थिति बन सकती है। मौसम विभाग के अनुसार, 29 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक राज्य के कई हिस्सों में तेज़ हवाओं के साथ भारी बारिश की संभावना है।

विशेष रूप से दक्षिण और पूर्व बिहार में यह चक्रवात अधिक प्रभाव दिखा सकता है। इससे कृषि कार्यों पर असर, फसलों को नुकसान और बिजली व्यवस्था में बाधा आने की आशंका जताई जा रही है।


मौसम विभाग का पूर्वानुमान – जारी हुआ यलो अलर्ट

पटना मौसम विज्ञान केंद्र ने अपने नवीनतम बुलेटिन में बताया है कि बुधवार से शुक्रवार तक बिहार के विभिन्न जिलों में यलो अलर्ट जारी रहेगा। इसका मतलब है कि मौसम सामान्य से अधिक बिगड़ सकता है, लेकिन अभी यह खतरनाक स्तर पर नहीं है।

इस दौरान 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी, जिससे कई स्थानों पर पेड़ गिरने, विद्युत तार टूटने जैसी घटनाएं हो सकती हैं। लोगों को सलाह दी गई है कि वे घर से बाहर निकलने से पहले मौसम की जानकारी अवश्य लें और खुले स्थानों पर रहने से बचें।


इन जिलों में भारी बारिश का खतरा

मौसम विभाग के अनुसार, बिहार के कुल 9 जिलों में भारी से अति भारी वर्षा की संभावना है। इन जिलों में मोंथा चक्रवात का सीधा असर देखने को मिलेगा।

क्रमांकजिला का नामसंभावित स्थिति
1जमुईभारी वर्षा और तेज़ हवा
2बांकाबिजली गिरने की संभावना
3मुंगेरआंधी और भारी बारिश
4भागलपुरनदी क्षेत्र में जलस्तर बढ़ने की आशंका
5कटिहारस्थानीय बाढ़ का खतरा
6गयातापमान में गिरावट और बारिश
7पूर्वी चंपारणतेज़ हवा और गर्जन
8पश्चिम चंपारणतेज़ बारिश और बिजली
9रोहतासआंशिक रूप से बादल और हल्की वर्षा

पिछले 24 घंटों में बारिश के आंकड़े

बिहार के कई हिस्सों में पहले से ही मौसम में बदलाव देखने को मिला है। पिछले 24 घंटों के दौरान भभुआ और रोहतास जिलों में हल्की वर्षा दर्ज की गई।

स्थानवर्षा (मिलीमीटर)
चांद (भभुआ)3.4 मिमी
भभुआ शहर2.8 मिमी
दुर्गावटी (भभुआ)1.4 मिमी
करघर (रोहतास)1.2 मिमी
मोहनिया1.0 मिमी
कोचस (रोहतास)0.4 मिमी

इन आंकड़ों से साफ है कि चक्रवात के असर से बिहार का मौसम पहले ही बदलना शुरू हो गया है।


प्रमुख शहरों का तापमान – गिरावट के संकेत

चक्रवात के चलते बिहार में आने वाले दिनों में तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट दर्ज की जा सकती है। मंगलवार को राज्य के प्रमुख शहरों का तापमान इस प्रकार रहा:

शहरअधिकतम तापमान (°C)न्यूनतम तापमान (°C)
पटना31.726.2
गया30.523.0
भागलपुर33.124.0
मुजफ्फरपुर30.026.1

इस गिरावट से मौसम ठंडा और नम हो जाएगा, जिससे रातें ठंडी और दिन में हल्की उमस महसूस की जा सकती है।


कृषि और ग्रामीण जीवन पर प्रभाव

मोंथा चक्रवात का सबसे बड़ा असर बिहार के किसान वर्ग पर पड़ेगा। तेज़ हवा और भारी बारिश के कारण धान की फसल को नुकसान पहुंच सकता है। खेतों में जलभराव की स्थिति बनने से कटाई और भंडारण कार्यों में रुकावट आएगी।

मौसम विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे खेतों में कटे धान को खुले में न रखें और फसलों की सुरक्षा के उपाय करें। साथ ही, ग्रामीण इलाकों में बिजली और संचार सेवाओं पर भी असर पड़ सकता है।


लोगों को क्या सावधानी बरतनी चाहिए

  • घर से बाहर निकलने से पहले मौसम का अपडेट अवश्य देखें।
  • पेड़ों, खंभों और खुले मैदानों में बिजली गिरने के खतरे से बचें।
  • गाड़ियों को सुरक्षित स्थान पर पार्क करें।
  • भारी बारिश के दौरान घरों की छत और जलनिकासी की जांच करें।
  • बिजली कड़कने पर मोबाइल या अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग न करें।

आने वाले दिनों का पूर्वानुमान

बिहार में अगले तीन दिनों तक मौसम अस्थिर रहेगा। उसके बाद धीरे-धीरे बारिश कम होने लगेगी और तापमान में मामूली सुधार होगा। हालांकि, 1 नवंबर के बाद भी कुछ क्षेत्रों में छिटपुट वर्षा बनी रह सकती है।


निष्कर्ष

बिहार में मोंथा चक्रवात का असर साफ तौर पर दिखने लगा है। आने वाले दिनों में राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश, आंधी और बिजली गिरने की संभावना है। ऐसे में लोगों को सतर्क रहना चाहिए और मौसम विभाग के निर्देशों का पालन करना चाहिए। किसानों और ग्रामीण इलाकों में रहने वालों को विशेष रूप से सतर्क रहने की जरूरत है ताकि किसी तरह की जान-माल की हानि से बचा जा सके।


FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

Q1. मोंथा चक्रवात क्या है और यह कहाँ से उत्पन्न हुआ है?
मोंथा चक्रवात बंगाल की खाड़ी में बना एक उष्णकटिबंधीय तूफान है। यह समुद्र की गर्म सतह से ऊर्जा प्राप्त करता है और उत्तर दिशा की ओर बढ़ते हुए बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल को प्रभावित करता है।

Q2. बिहार में किन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है?
जमुई, बांका, मुंगेर, भागलपुर, गया, कटिहार, पूर्वी और पश्चिम चंपारण समेत 9 जिलों में भारी बारिश और आंधी का यलो अलर्ट जारी किया गया है।

Q3. मोंथा चक्रवात से बिहार में तापमान पर क्या असर पड़ेगा?
इस चक्रवात के कारण अधिकतम तापमान में 2 से 4 डिग्री की गिरावट आ सकती है। इससे मौसम ठंडा और नम हो जाएगा, और रात के समय ठंडक बढ़ेगी।

Q4. किसानों को इस मौसम में क्या सावधानी बरतनी चाहिए?
किसानों को सलाह दी गई है कि वे कटे हुए धान को ढककर रखें, खेतों में जलभराव से बचाव करें और फसलों की सुरक्षा के उपाय पहले से कर लें।

Q5. क्या यह चक्रवात बिहार के सभी हिस्सों को प्रभावित करेगा?
नहीं, यह चक्रवात मुख्य रूप से दक्षिण-पूर्व और उत्तर-पूर्व बिहार के जिलों को प्रभावित करेगा। हालांकि, बाकी जिलों में भी आंशिक रूप से बारिश और तेज हवा चल सकती है।

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Group Join Now