छत्तीसगढ़ बारिश अलर्ट 19-20 अगस्त: रायपुर, दुर्ग, बस्तर समेत कई जिलों में भारी वर्षा की आशंका, जानें आज का मौसम और कल का मौसम पूर्वानुमान
छत्तीसगढ़ में मानसून एक बार फिर से सक्रिय हो गया है और प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश, गरज-चमक और आकाशीय बिजली का खतरा मंडरा रहा है। मौसम विभाग ने रायपुर, दुर्ग और बस्तर संभाग सहित कई हिस्सों में आगामी घंटों में तेज वर्षा के साथ बिजली गिरने और आंधी-तूफान की आशंका जताई है। दक्षिण आंतरिक ओडिशा पर बने अवदाब के चलते बारिश का दौर तेज हो गया है। पिछले 24 घंटों में सरगुजा, बिलासपुर और रायपुर संभाग में मध्यम बारिश दर्ज की गई, जबकि नारायणपुर और बस्तर में सबसे ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई। मौसम विज्ञानियों ने 19 और 20 अगस्त को भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना जताई है, जिससे सामान्य जनजीवन प्रभावित हो सकता है। आने वाले दिनों में भी कई जिलों में आंधी और मेघगर्जन का असर देखने को मिलेगा। किसानों और यात्रियों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है क्योंकि बिजली गिरने और अचानक तेज हवाओं से नुकसान की संभावना बनी हुई है।
छत्तीसगढ़ में मानसून की सक्रियता
इस समय छत्तीसगढ़ में मानसून पूरी तरह सक्रिय हो चुका है। दक्षिण आंतरिक ओडिशा पर बने अवदाब के कारण प्रदेश के कई हिस्सों में लगातार बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने स्पष्ट किया है कि यह अवदाब पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ रहा है, जिसके चलते आगामी दिनों में और भी जिलों में बारिश की गतिविधियां तेज होंगी। मानसून की द्रोणिका दीव से लेकर बंगाल की खाड़ी तक फैली हुई है, जिसका सीधा असर छत्तीसगढ़ पर पड़ रहा है।
भारी बारिश का अलर्ट और प्रभावित जिले
प्रदेश में 19 अगस्त को दक्षिण छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। दुर्ग और रायपुर संभाग के कुछ स्थानों पर भी भारी वर्षा की चेतावनी जारी की गई है। मौसम विभाग ने इन जिलों को विशेष रूप से अलर्ट किया है क्योंकि यहां बिजली गिरने और आंधी-तूफान की आशंका भी जताई गई है।
ऑरेंज अलर्ट वाले जिले
उत्तर बस्तर कांकेर, बालोद, राजनांदगांव, रायपुर, बलौदा बाजार, जांजगीर-चांपा, बिलासपुर, दुर्ग, बेमेतरा, कबीरधाम और मुंगेली में मध्यम से भारी वर्षा होने की संभावना है। इन जिलों में 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं।
येलो अलर्ट वाले जिले
बीजापुर, नारायणपुर, कोडागांव, धमतरी, गरियाबंद, महासमुंद, कोरबा और गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है। यहां मध्यम बारिश के साथ गरज-चमक और बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।
पिछले 24 घंटों का बारिश का रिकॉर्ड
छत्तीसगढ़ के कई जिलों में बीते 24 घंटों में जोरदार बारिश दर्ज की गई। नारायणपुर में सर्वाधिक 14 सेंटीमीटर वर्षा हुई। इसके अलावा औंधी में 10 सेमी, दरभा और भैरमगढ़ में 8 सेमी, जगदलपुर में 7 सेमी, कोटा, दंतेवाड़ा और अंतागढ़ में 5 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई। अन्य स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की गई।
तापमान में उतार-चढ़ाव
लगातार बारिश के कारण तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है। बिलासपुर में अधिकतम तापमान 31.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि दुर्ग में न्यूनतम तापमान 20.2 डिग्री सेल्सियस रहा। बारिश के बाद मौसम सुहावना जरूर हो गया है, लेकिन भारी नमी और उमस भी महसूस की जा रही है।
आने वाले दिनों का मौसम पूर्वानुमान
20 अगस्त को प्रदेश में हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है। एक-दो स्थानों पर गरज-चमक और बिजली गिरने की चेतावनी दी गई है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार अगले दो दिनों में कई स्थानों पर मध्यम वर्षा होगी और कुछ जगहों पर भारी बारिश की स्थिति बन सकती है।
रायपुर का मौसम
राजधानी रायपुर में 20 अगस्त को आसमान ज्यादातर बादलों से घिरा रहेगा और कई बार गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ेंगी। अधिकतम तापमान लगभग 32 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है।
बारिश का असर आम जनता पर
लगातार हो रही बारिश से जनजीवन पर गहरा असर पड़ा है। निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई है, जिससे लोगों को आवागमन में दिक्कत हो रही है। कई ग्रामीण क्षेत्रों में कच्चे मकानों को भी नुकसान पहुंचा है।
किसानों के लिए राहत और चुनौतियां
कृषि क्षेत्र के लिए यह बारिश एक ओर राहत लेकर आई है क्योंकि इससे धान और अन्य फसलों को पानी मिल रहा है। लेकिन अत्यधिक वर्षा फसलों को नुकसान भी पहुंचा सकती है। मौसम विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे खेतों में पानी निकासी की उचित व्यवस्था करें और बिजली गिरने के समय सुरक्षित स्थान पर रहें।
यात्रियों और आम नागरिकों के लिए सावधानियां
मौसम विभाग ने नागरिकों और यात्रियों को सलाह दी है कि भारी बारिश और बिजली गिरने के दौरान घर से बाहर निकलने से बचें। अगर जरूरी हो तो सुरक्षित स्थान पर ठहरें और खुले मैदान में खड़े होने से बचें। वाहन चालकों को भी बारिश के दौरान धीमी गति से चलने और सड़क पर पानी भरने से सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
निष्कर्ष
छत्तीसगढ़ में मानसून की सक्रियता ने बारिश का सिलसिला तेज कर दिया है। रायपुर, दुर्ग और बस्तर संभाग समेत कई जिलों में भारी वर्षा और गरज-चमक के साथ बिजली गिरने की संभावना है। आने वाले दिनों में भी वर्षा का दौर जारी रहेगा। नागरिकों और किसानों को सावधानी बरतनी होगी ताकि बारिश से होने वाले नुकसान से बचा जा सके।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
Q1. छत्तीसगढ़ में फिलहाल कहां सबसे ज्यादा बारिश हुई है?
नारायणपुर में सबसे अधिक 14 सेमी बारिश दर्ज की गई है।
Q2. किन जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है?
कांकेर, बालोद, राजनांदगांव, रायपुर, बलौदा बाजार, जांजगीर-चांपा, बिलासपुर, दुर्ग, बेमेतरा, कबीरधाम और मुंगेली।
Q3. येलो अलर्ट किन जिलों के लिए है?
बीजापुर, नारायणपुर, कोडागांव, धमतरी, गरियाबंद, महासमुंद, कोरबा और गौरेला-पेंड्रा-मरवाही।
Q4. रायपुर का मौसम कैसा रहने वाला है?
रायपुर में 20 अगस्त को बादल छाए रहेंगे और गरज-चमक के साथ कई बार बारिश होगी।
Q5. किसानों को क्या सावधानी बरतनी चाहिए?
किसानों को फसलों में पानी निकासी की व्यवस्था करनी चाहिए और आकाशीय बिजली गिरने की स्थिति में खुले स्थान से दूर रहना चाहिए।