दिल्ली-मुंबई बारिश अलर्ट 2 से 7 सितंबर 2025: आज का मौसम पूर्वानुमान, हिमाचल-उत्तराखंड में रेड अलर्ट और गुजरात में बाढ़ का खतरा 🚨🌊
भारत में मानसून का मौसम इस बार बेहद खतरनाक साबित हो रहा है। दिल्ली से लेकर मुंबई और उत्तर से दक्षिण तक आसमान से आफत बरस रही है। मौसम विभाग (IMD) ने अगले कुछ दिनों के लिए भारी से अति भारी बारिश का रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। पहाड़ी राज्यों जैसे हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर से लेकर मैदानी इलाकों दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, महाराष्ट्र और गुजरात तक बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। जगह-जगह जलभराव, ट्रैफिक जाम और भूस्खलन जैसी घटनाएं लोगों के लिए परेशानी का कारण बन रही हैं।
मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि बंगाल की खाड़ी में सक्रिय हो रहे निम्न दबाव क्षेत्र और पश्चिमी विक्षोभ के कारण बारिश का ये सिलसिला अभी थमने वाला नहीं है। आगामी एक सप्ताह तक देशभर के कई राज्यों में भारी वर्षा का खतरा बना रहेगा। ऐसे में लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी जा रही है। 🚨
देशभर में बारिश का हाल और मौसम विभाग की चेतावनी
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, तीन सितंबर तक उत्तर पश्चिम भारत में भारी से अति भारी वर्षा होगी। खासकर हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मूसलाधार बारिश की संभावना जताई गई है।
- हिमाचल प्रदेश: दक्षिणी जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। भूस्खलन और फ्लैश फ्लड का खतरा बढ़ा हुआ है।
- उत्तराखंड: पहाड़ी इलाकों में लगातार बारिश से नदियां उफान पर हैं। यात्रियों को यात्रा टालने की सलाह।
- दिल्ली-एनसीआर: सोमवार को हुई भारी बारिश के बाद मंगलवार को भी बादल छाए रहेंगे और हल्की से मध्यम बारिश होगी।
- गुजरात और महाराष्ट्र: 4 और 5 सितंबर को अत्यंत भारी वर्षा की संभावना, बाढ़ का खतरा।
- पूर्वोत्तर राज्य: असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर और त्रिपुरा में लगातार बारिश से जनजीवन प्रभावित होगा।
दिल्ली-एनसीआर में हालात 🏙️
दिल्ली और आसपास के इलाकों में बारिश ने सोमवार को तबाही मचाई। नोएडा, गुरुग्राम और दिल्ली की सड़कों पर जलभराव के कारण घंटों जाम लगा रहा। मौसम विभाग ने 5 सितंबर तक रुक-रुककर बारिश होने का पूर्वानुमान जताया है।
- सोमवार को अधिकतम तापमान 30.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 3.7 डिग्री कम रहा।
- न्यूनतम तापमान 23.7 डिग्री सेल्सियस रहा, जो औसत से करीब 3 डिग्री कम है।
- स्काइमेट के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ और मॉनसून की सक्रियता के कारण बारिश का ये दौर जारी रहेगा।
हिमाचल और उत्तराखंड में रेड अलर्ट ⛰️⚠️
पहाड़ी राज्यों में लगातार बारिश ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
- भूस्खलन की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं।
- कई राष्ट्रीय और राज्य राजमार्ग बंद हो चुके हैं।
- नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर जा चुका है।
मौसम विभाग ने साफ कहा है कि 2 से 5 सितंबर के बीच यहां की स्थिति बेहद खतरनाक रह सकती है।
गुजरात और महाराष्ट्र में बाढ़ का खतरा 🌊
पश्चिमी भारत के गुजरात, कोंकण-गोवा और मध्य महाराष्ट्र में 3 से 6 सितंबर तक जोरदार बारिश का सिलसिला जारी रहेगा।
- 4 और 5 सितंबर को सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्र में बाढ़ जैसी स्थिति बनने का अंदेशा।
- निचले इलाकों में जलभराव, फसलों को नुकसान और ट्रैफिक पर असर की आशंका।
पूर्वोत्तर राज्यों में लगातार बरसात 🌦️
पूर्वोत्तर भारत में असम, मेघालय, नागालैंड और त्रिपुरा में भारी बारिश का अलर्ट है।
- पहाड़ी और नदी वाले क्षेत्रों में बाढ़ की संभावना।
- मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।
बारिश का विस्तृत अलर्ट – तारीखवार जानकारी 📅
तारीख | प्रभावित राज्य/इलाके | अलर्ट | स्थिति |
---|---|---|---|
2 सितंबर | हिमाचल, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी यूपी, जम्मू-कश्मीर | 🔴 रेड / 🟠 ऑरेंज | अति भारी वर्षा, भूस्खलन का खतरा |
3 सितंबर | जम्मू-कश्मीर, हिमाचल, उत्तराखंड, पंजाब, पूर्वी राजस्थान | 🟠 ऑरेंज | भारी वर्षा बनी रहेगी |
4 सितंबर | गुजरात, दक्षिण-पश्चिम एमपी, उत्तरी महाराष्ट्र | 🔴 रेड | अत्यंत भारी वर्षा, बाढ़ की आशंका |
5 सितंबर | गुजरात, उत्तरी महाराष्ट्र, पश्चिमी एमपी | 🔴 रेड / 🟠 ऑरेंज | अति भारी वर्षा |
6–7 सितंबर | गुजरात, राजस्थान, मध्य महाराष्ट्र | 🟠 ऑरेंज | भारी वर्षा का सिलसिला जारी |
भारी बारिश से संभावित खतरे 🚧
- भूस्खलन और फ्लैश फ्लड: पहाड़ी राज्यों में सबसे ज्यादा खतरा।
- बाढ़ और जलभराव: मैदानी इलाकों में जनजीवन प्रभावित।
- फसलों को नुकसान: धान और मक्का जैसी खरीफ फसलें प्रभावित हो सकती हैं।
- ट्रैफिक जाम और विजिबिलिटी की समस्या: शहरी इलाकों में सबसे बड़ी चुनौती।
लोगों के लिए सावधानियां 📝
- अनावश्यक यात्रा से बचें।
- निचले इलाकों से दूर रहें।
- स्थानीय प्रशासन की एडवाइजरी का पालन करें।
- पहाड़ी यात्राओं से बचें।
- आपातकालीन किट और मोबाइल चार्ज रखें।
निष्कर्ष (Conclusion)
मानसून इस बार देशभर में कहर बरपा रहा है। दिल्ली से लेकर मुंबई, हिमालय से लेकर पूर्वोत्तर तक भारी बारिश ने जीवन को प्रभावित किया है। मौसम विभाग ने साफ कर दिया है कि 7 सितंबर तक यह सिलसिला जारी रहेगा। ऐसे में सावधानी और सतर्कता ही सबसे बड़ा बचाव है।
FAQs – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल ❓
Q1. दिल्ली में बारिश कब तक होगी?
➡️ मौसम विभाग के अनुसार, 5 सितंबर तक दिल्ली-एनसीआर में रुक-रुककर बारिश जारी रहेगी।
Q2. हिमाचल और उत्तराखंड में रेड अलर्ट क्यों है?
➡️ लगातार भारी बारिश से भूस्खलन और फ्लैश फ्लड का खतरा बढ़ गया है।
Q3. गुजरात में बाढ़ की आशंका कब है?
➡️ 4 और 5 सितंबर को गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ में अत्यंत भारी वर्षा की संभावना है।
Q4. क्या पूर्वोत्तर राज्यों में भी भारी बारिश होगी?
➡️ हां, असम, मेघालय, नागालैंड और त्रिपुरा में लगातार तेज वर्षा की संभावना है।
Q5. लोगों को किन सावधानियों का पालन करना चाहिए?
➡️ अनावश्यक यात्रा से बचें, निचले इलाकों से दूर रहें और प्रशासनिक निर्देशों का पालन करें।