बंगाल, यूपी (झांसी), छत्तीसगढ़, ओडिशा और मध्यप्रदेश में 25 से 30 सितंबर तक आफत की बरसात 🌧️ आज का मौसम और कल का मौसम अलर्ट जारी – जानें अगले 6 दिनों का हाल
भारत में मानसून का मौसम हमेशा से किसानों, आम जनता और मौसम वैज्ञानिकों के लिए चर्चा का बड़ा विषय रहा है। इस बार भी देश के कई हिस्सों में बारिश का नया दौर दस्तक देने वाला है। मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि बंगाल की खाड़ी और म्यांमार के पास बने नए सिस्टम के कारण आने वाले कुछ दिनों में देश के आधे हिस्से में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। इसका असर उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, बंगाल और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में स्पष्ट रूप से देखने को मिलेगा। 🌩️ किसानों को विशेष रूप से सतर्क रहने की सलाह दी गई है क्योंकि लगातार बारिश से खरीफ फसलों को नुकसान पहुंच सकता है। वहीं दूसरी ओर, पश्चिमी और उत्तरी भारत के कई हिस्सों से मानसून की विदाई भी शुरू हो चुकी है, लेकिन बंगाल की खाड़ी से आने वाली नमी फिर से बारिश के हालात बना सकती है।
देश में फिर से भारी बारिश का खतरा 🌧️
देश के लगभग आधे हिस्से में अगले कुछ दिनों में बारिश का नया दौर शुरू होने जा रहा है। बंगाल की खाड़ी और म्यांमार के पास बने लो-प्रेशर सिस्टम ने इस बार फिर से मौसम का रुख बदल दिया है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि यह सिस्टम आने वाले सप्ताह तक सक्रिय रहेगा और पूर्वी से मध्य भारत तक अपना असर दिखाएगा।
मैदानी इलाकों में थमा बारिश का सिलसिला लेकिन…
उत्तर भारत के कई हिस्सों में मानसून की विदाई के साथ बारिश का दौर लगभग थम चुका है। दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और गुजरात से मानसून की वापसी हो गई है। लेकिन बंगाल की खाड़ी में बने लगातार नए सिस्टम नमी को उत्तर भारत तक धकेल रहे हैं, जिससे कुछ हिस्सों में बौछारें देखने को मिल सकती हैं। यह स्थिति साफ संकेत देती है कि बारिश का असर अभी खत्म नहीं हुआ है।
म्यांमार और चीन सागर से मिल रही ऊर्जा 🌪️
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, म्यांमार के पास चीन सागर में बना डिप्रेशन बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी को नई ऊर्जा प्रदान कर रहा है। पश्चिमी हवाओं और पूर्वी नमी युक्त हवाओं की टकराहट से मौसम में अचानक बदलाव देखने को मिल रहा है। यही वजह है कि आने वाले तीन दिनों में कई राज्यों में जोरदार बारिश की भविष्यवाणी की गई है।
इन राज्यों में अगले तीन दिनों तक भारी बारिश 🚨
मौसम विभाग (IMD) ने साफ किया है कि 25 से 30 सितंबर तक देश के पूर्वी और मध्य हिस्सों में बारिश का कहर देखने को मिलेगा।
- उत्तर-पूर्व भारत, पश्चिम बंगाल और झारखंड
- ओडिशा और छत्तीसगढ़
- मध्य प्रदेश के कई हिस्से
- महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा
यहां तक कि उत्तर प्रदेश के झांसी तक नमी पहुंच सकती है और वहां भी अच्छी बारिश हो सकती है।
बंगाल की खाड़ी का बढ़ता दबाव 🌊
बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम में बना लो-प्रेशर एरिया इस बारिश का मुख्य कारण है। 25 और 26 सितंबर को खाड़ी में एक और नया सिस्टम बनने की संभावना है, जिससे ओडिशा से लेकर गुजरात तक बारिश का दायरा फैल सकता है।
दिल्ली और उत्तर भारत से मानसून की विदाई 🌤️
दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में मानसून की विदाई हो चुकी है। लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि अब बारिश पूरी तरह से थम जाएगी। बंगाल की खाड़ी में लगातार बन रहे सिस्टम की वजह से उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में बौछारें देखने को मिल सकती हैं।
किसानों के लिए मौसम विभाग की सलाह 🌾
मौसम विभाग ने किसानों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि वे अपनी खरीफ फसलों को सुरक्षित रखें। लगातार हो रही बारिश से धान, सोयाबीन और मक्का जैसी फसलों पर असर पड़ सकता है। किसानों को चाहिए कि वे जल निकासी की व्यवस्था करें ताकि खेतों में पानी न भरे।
सितंबर का आखिरी हफ्ता होगा बारिश से भीगा 🌧️
26 से 30 सितंबर के बीच महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा में भारी बारिश का दौर चलेगा। वहीं मध्य भारत में भी लगातार बारिश से तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी। यह मौसम यात्रियों और किसानों दोनों के लिए चुनौती लेकर आएगा।
बारिश का असर आम जनता पर 🚦
भारी बारिश से जहां किसानों की चिंता बढ़ी है, वहीं आम लोगों को भी सड़क यातायात और जलजमाव जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। खासकर महानगरों जैसे मुंबई, कोलकाता और भुवनेश्वर में बारिश के कारण जीवन अस्त-व्यस्त हो सकता है।
मॉनसून की विदाई और नई बारिश का द्वंद्व 🌍
यह मौसम इस समय दो हिस्सों में बंटा है – एक ओर उत्तर भारत से मॉनसून की विदाई हो रही है और दूसरी ओर पूर्वी और मध्य भारत में बारिश का नया दौर शुरू हो रहा है। यही वजह है कि इस समय मौसम में अचानक बदलाव महसूस किया जा रहा है।
निष्कर्ष 🌟
आने वाले दिनों में देश के कई हिस्सों में आफत की बारिश देखने को मिलेगी। बंगाल की खाड़ी से बने सिस्टम और म्यांमार के पास डिप्रेशन के कारण पूर्वी और मध्य भारत में बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। किसानों को अपनी फसलों की सुरक्षा के लिए पहले से तैयारी करनी चाहिए, जबकि आम जनता को भी यात्रा और सुरक्षा के लिहाज से सतर्क रहने की जरूरत है।
FAQs ❓
प्रश्न 1: किन राज्यों में सबसे ज्यादा बारिश होगी?
उत्तर: बंगाल, ओडिशा, झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में भारी बारिश की संभावना है।
प्रश्न 2: क्या दिल्ली में दोबारा बारिश होगी?
उत्तर: दिल्ली से मॉनसून की विदाई हो चुकी है, लेकिन हल्की बौछारें देखने को मिल सकती हैं।
प्रश्न 3: किसानों को क्या सावधानी बरतनी चाहिए?
उत्तर: किसानों को खेतों में जल निकासी की व्यवस्था करनी चाहिए और फसलों को पानी से बचाने के उपाय करने चाहिए।
प्रश्न 4: बारिश का असर कितने दिन तक रहेगा?
उत्तर: 25 से 30 सितंबर तक पूर्वी और मध्य भारत में भारी बारिश होने की संभावना है।
प्रश्न 5: क्या इस बारिश से तापमान में बदलाव आएगा?
उत्तर: हां, लगातार बारिश से तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी और मौसम ठंडा रहेगा।