झारखंड रांची-धनबाद-कोडरमा आज का मौसम 10 से 13 सितंबर 2025: IMD का येलो अलर्ट, अगले 5 दिनों में बारिश और वज्रपात का तांडव
झारखंड का मौसम इस समय एक बार फिर चर्चा में है क्योंकि भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने राज्य के लिए अगले 5 दिनों तक भारी बारिश और खराब मौसम की चेतावनी जारी की है। इस दौरान लोगों को गरज-चमक, वज्रपात और तेज हवाओं का सामना करना पड़ सकता है। 🌩️ मानसून ट्रफ और बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने साइक्लोनिक सर्कुलेशन के कारण यह मौसम परिवर्तन हो रहा है, जिसकी वजह से झारखंड के कई जिलों में अलर्ट घोषित किया गया है। 13 सितंबर तक जारी यह येलो अलर्ट राज्य के लोगों के लिए सावधानी का संकेत है। मौसम विभाग ने साफ किया है कि हवा की गति 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच सकती है, जो दैनिक जीवन और यातायात को प्रभावित कर सकती है। ऐसे में ज़रूरी है कि लोग सतर्क रहें और सुरक्षित स्थानों पर ही रहें। 🌧️
झारखंड का मौसम अपडेट: क्यों जारी हुआ येलो अलर्ट?
भारतीय मौसम विज्ञान केंद्र (IMD) ने झारखंड में अगले पांच दिनों तक मौसम खराब रहने की चेतावनी दी है। दरअसल, बंगाल की खाड़ी और उससे लगे ओडिशा तथा आंध्र प्रदेश के ऊपर बने साइक्लोनिक सर्कुलेशन की वजह से पूरे राज्य में तेज हवाएं और गरज-चमक के साथ बारिश हो रही है।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार यह सिस्टम धीरे-धीरे दक्षिण की ओर बढ़ रहा है और इसके प्रभाव से झारखंड के उत्तरी, मध्य और दक्षिणी जिलों में बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। 🌧️
मॉनसून ट्रफ का असर और झारखंड की मौजूदा स्थिति
रांची से गुजर रहा मानसून ट्रफ फिलहाल झारखंड के मौसम को पूरी तरह प्रभावित कर रहा है। यह ट्रफ पाकिस्तान से होते हुए राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड होते हुए बंगाल की खाड़ी तक फैला हुआ है।
इसका असर यह है कि राज्य में कई जगहों पर लगातार बारिश हो रही है। कोडरमा, धनबाद, जमशेदपुर और लातेहार जैसे जिलों में भारी बारिश के साथ वज्रपात की घटनाएं भी दर्ज की गई हैं। ⚡
झारखंड के प्रमुख शहरों का मौसम और AQI
झारखंड के अलग-अलग शहरों का तापमान और वायु गुणवत्ता (AQI) इस प्रकार दर्ज की गई है:
- रांची 🌆 : अधिकतम तापमान 30°C, न्यूनतम 22°C, AQI – 73
- जमशेदपुर 🏭 : अधिकतम तापमान 33°C, न्यूनतम 25°C, AQI – 88
- धनबाद ⛏️ : अधिकतम तापमान 33°C, न्यूनतम 25°C, AQI – 80
- बोकारो 🏙️ : अधिकतम तापमान 34°C, न्यूनतम 25°C, AQI – 75
ये आंकड़े दर्शाते हैं कि बारिश के बावजूद तापमान में ज्यादा गिरावट नहीं हुई है, लेकिन उमस और नमी बनी हुई है।
कोडरमा में वज्रपात का कहर ⚡
झारखंड का कोडरमा जिला इन दिनों सबसे अधिक प्रभावित हो रहा है। यहां बारिश के साथ-साथ वज्रपात ने तबाही मचा दी है। हाल ही में दो लोगों और दो मवेशियों की मौत हो गई। वहीं, कई पेड़ गिरने से ग्रामीण इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई है।
लोगों को सलाह दी जा रही है कि वे खुले मैदान, पेड़ों के नीचे या खेतों में काम करने से बचें क्योंकि इस समय बिजली गिरने की आशंका अधिक है।
लातेहार और गोड्डा में तापमान का उतार-चढ़ाव
पिछले 24 घंटों में लातेहार जिले में 75 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जबकि गोड्डा का अधिकतम तापमान 36.9°C तक पहुंच गया। वहीं, लातेहार का न्यूनतम तापमान 20.9°C दर्ज किया गया।
यह आंकड़े बताते हैं कि राज्य के अलग-अलग हिस्सों में मौसम की स्थिति काफी भिन्न है। जहां एक ओर कहीं भारी बारिश हो रही है, वहीं दूसरी ओर तापमान में बढ़ोतरी भी देखने को मिल रही है।
IMD की चेतावनी और लोगों के लिए सुझाव
IMD ने लोगों को आगाह किया है कि अगले 5 दिनों तक मौसम खराब रहेगा। इस दौरान 30-40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं, जिससे पेड़ गिरने, कच्चे मकानों को नुकसान पहुंचने और यातायात बाधित होने की संभावना है।
लोगों को सलाह दी गई है कि वे घरों से अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें और अगर निकलना पड़े तो पूरी सावधानी बरतें।
बारिश और स्वास्थ्य पर असर 🩺
लगातार हो रही बारिश और उमस भरा मौसम स्वास्थ्य पर भी असर डाल सकता है। डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियां इस मौसम में तेजी से फैलती हैं। गड्ढों में जमा पानी मच्छरों के लिए breeding ground बन जाता है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि इस समय साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें और मच्छरदानी का प्रयोग करें।
झारखंड में मानसून की वर्तमान स्थिति 🌦️
इस समय झारखंड मानसून के सक्रिय चरण से गुजर रहा है। सितंबर के मध्य तक मानसून पूरी तरह सक्रिय रहेगा। बारिश के कारण किसानों को धान की फसलों में राहत मिल रही है, लेकिन लगातार भारी बारिश से कुछ जगह जलभराव और खेतों में नुकसान की आशंका भी बनी हुई है।
बारिश से यातायात और जनजीवन पर असर 🚗
भारी बारिश के चलते कई जगहों पर सड़कें जलमग्न हो गई हैं। छोटे कस्बों और गांवों में तो हालत और भी खराब है, जहां कीचड़ और पानी भरने से लोगों को आवाजाही में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
रेल और बस सेवाओं पर भी बारिश का असर देखा जा रहा है। कई जगहों पर गाड़ियों की रफ्तार धीमी हो गई है।
किसानों के लिए क्या मायने रखती है यह बारिश? 🌾
झारखंड का एक बड़ा हिस्सा कृषि पर निर्भर है। लगातार हो रही बारिश किसानों के लिए वरदान भी है और चिंता का कारण भी।
जहां धान की खेती को इससे फायदा मिल रहा है, वहीं अधिक बारिश से खेतों में जलभराव भी फसलों को नुकसान पहुंचा सकता है।
आगे का पूर्वानुमान: क्या कहता है IMD?
IMD ने स्पष्ट किया है कि अगले 5 दिनों तक झारखंड में मौसम खराब रहेगा। गरज-चमक और वज्रपात की संभावना बनी हुई है।
13 सितंबर तक राज्य के सभी जिलों को येलो अलर्ट पर रखा गया है। इसका मतलब है कि मौसम खतरनाक हो सकता है और लोगों को पूरी तरह से सतर्क रहना चाहिए।
निष्कर्ष 🌍
झारखंड के लोगों को आने वाले दिनों में सतर्क रहने की आवश्यकता है क्योंकि मौसम का मिजाज बिगड़ चुका है। 🌧️ लगातार बारिश और वज्रपात से जनजीवन प्रभावित हो रहा है। ऐसे में जरूरी है कि लोग मौसम विभाग के निर्देशों का पालन करें और सुरक्षित रहें।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
Q1. झारखंड में येलो अलर्ट क्यों जारी किया गया है?
IMD ने अगले 5 दिनों तक गरज-चमक, बारिश और वज्रपात की आशंका के चलते येलो अलर्ट जारी किया है।
Q2. तेज हवाओं की रफ्तार कितनी रहने की संभावना है?
हवाएं 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चल सकती हैं।
Q3. झारखंड के कौन से जिलों में सबसे ज्यादा असर होगा?
रांची, धनबाद, जमशेदपुर, कोडरमा और लातेहार जिलों पर अधिक असर देखने को मिल रहा है।
Q4. लोगों को वज्रपात से बचने के लिए क्या करना चाहिए?
लोगों को खुले मैदान, पेड़ों के नीचे और खेतों में काम करने से बचना चाहिए।
Q5. किसानों के लिए यह बारिश कैसी है?
धान की फसल के लिए यह बारिश लाभदायक है, लेकिन लगातार भारी बारिश से खेतों में जलभराव की समस्या हो सकती है।