झारखंड के रांची, गुमला, हजारीबाग और धनबाद में 14, 15 और 16 जुलाई को बारिश का तांडव! आज का मौसम अलर्ट, कल और परसों भी जारी रहेगा चक्रवात का कहर 🌧️🚨
बंगाल की खाड़ी में एक बार फिर सक्रिय हुए चक्रवातीय परिसंचरण 🌪️ का असर झारखंड पर साफ़ तौर पर दिखाई देने वाला है। मौसम विभाग ने राज्य के कई जिलों में 14 से 16 जुलाई तक भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इस बीच कई जिलों में 200 मिमी तक वर्षा का अनुमान लगाया गया है, जबकि कुछ क्षेत्रों में 110 मिमी तक की तेज़ बारिश 🌧️ दर्ज की जा सकती है। इस बदले हुए मौसम के मिजाज को देखते हुए मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट और येलो अलर्ट जारी किया है।
🌬️ चक्रवाती प्रभाव से झारखंड में बदलेगा मौसम का रुख
बंगाल की खाड़ी में विकसित हुआ चक्रवात अब झारखंड के दक्षिण-पश्चिम, उत्तर-पश्चिम और मध्य हिस्सों की ओर तेजी से बढ़ रहा है। इसका प्रभाव 14 जुलाई से झारखंड के मौसम में स्पष्ट रूप से दिखेगा, जब दक्षिणी जिलों में बहुत भारी बारिश (120-200 मिमी) हो सकती है। वहीं राज्य के उत्तर और मध्य जिलों में 70-110 मिमी तक बारिश होने की संभावना है।
📅 जिलावार वर्षा पूर्वानुमान: कहाँ-कहाँ होगी मूसलधार बारिश?
🌧️ 14 जुलाई को भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना:
- बहुत भारी वर्षा (200 मिमी तक): गुमला, खूंटी, सिमडेगा, पश्चिमी सिंहभूम
- भारी वर्षा (110 मिमी तक): लोहरदगा, रांची, सरायकेला-खरसावां, पूर्वी सिंहभूम, गिरिडीह, धनबाद, देवघर, जामताड़ा
🌧️ 15 जुलाई को भी स्थिति गंभीर:
- बहुत भारी वर्षा: पलामू, चतरा, लातेहार, हजारीबाग
- भारी वर्षा: रांची, रामगढ़, बोकारो, धनबाद, गिरिडीह, दुमका
🌧️ 16 जुलाई को चक्रवात का चरम असर:
- बहुत भारी वर्षा: पलामू, हजारीबाग, कोडरमा, गिरिडीह, चतरा
- भारी वर्षा: बोकारो, धनबाद, जामताड़ा, देवघर
💨 तेज़ हवाओं और वज्रपात से सतर्क रहें
मौसम विभाग ने यह भी चेताया है कि इस दौरान 40 से 50 किमी/घंटा की रफ्तार से तेज़ हवाएं 💨 चल सकती हैं। इसके साथ गर्जन और वज्रपात ⚡ की भी आशंका है। ग्रामीण इलाकों के लोगों को विशेष रूप से सतर्क रहने की सलाह दी गई है। खेतों, ऊंचे पेड़ों और बिजली के खंभों से दूर रहना इस दौरान जरूरी है।
🌤️ राजधानी रांची में मिली थोड़ी राहत, लेकिन देर शाम फिर बरसे बादल
रविवार को राजधानी रांची में मौसम कुछ हद तक सामान्य रहा। दिन में अच्छी धूप ☀️ खिली रही और बादलों का भी आंशिक प्रभाव रहा, जिससे अधिकतम तापमान 31°C तक पहुंच गया। हालांकि, शाम होते-होते मौसम फिर करवट लेने लगा और कई इलाकों में तेज़ बारिश ने दस्तक दे दी।
🌦️ 17 जुलाई से मिल सकती है राहत
मौसम विज्ञान केंद्र ने संकेत दिए हैं कि 17 जुलाई से मौसम में कुछ सुधार हो सकता है। 17 से 19 जुलाई के बीच किसी भी प्रकार की चेतावनी जारी नहीं की गई है। हालांकि, मानसून के इस दौर में अचानक परिवर्तन संभव है, इसलिए अपडेटेड मौसम बुलेटिन पर नज़र बनाए रखें।
❗ अलर्ट की स्थिति
- ऑरेंज अलर्ट 🚨: जिन जिलों में बहुत भारी बारिश की संभावना है, वहाँ ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
- येलो अलर्ट ⚠️: जहां सामान्य से अधिक बारिश हो सकती है, वहाँ येलो अलर्ट जारी किया गया है।
इन अलर्ट्स का उद्देश्य है कि स्थानीय प्रशासन और आम जनता पूर्व तैयारी करें ताकि किसी प्रकार की जान-माल की क्षति से बचा जा सके।
❓FAQs – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
Q1. क्या झारखंड में बाढ़ का खतरा है?
👉 अगर भारी बारिश लगातार जारी रही, खासकर नदी किनारे वाले जिलों में, तो स्थानीय स्तर पर बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
Q2. किन जिलों में सबसे ज्यादा सतर्कता जरूरी है?
👉 गुमला, सिमडेगा, खूंटी, चतरा, हजारीबाग, पलामू और गिरिडीह जैसे जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है, इसलिए इन जिलों में विशेष सावधानी बरतना जरूरी है।
Q3. क्या 17 जुलाई के बाद मौसम साफ रहेगा?
👉 मौसम विभाग के अनुसार 17 से 19 जुलाई तक कोई विशेष चेतावनी नहीं है, लेकिन मौसम पूरी तरह साफ रहेगा या नहीं, यह अपडेट्स पर निर्भर करेगा।
Q4. क्या किसानों को फसल को लेकर चिंता करनी चाहिए?
👉 हाँ, अत्यधिक वर्षा से खेतों में जलभराव की स्थिति बन सकती है। किसानों को फसल सुरक्षा के उपाय अपनाने चाहिए।
📝 निष्कर्ष
झारखंड में अगले कुछ दिन मौसम के लिहाज से चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं। बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवातीय तूफान का असर स्पष्ट है और 14 से 16 जुलाई तक कई इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया गया है। ऐसे में जरूरी है कि लोग सतर्क रहें, मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करें और अनावश्यक यात्रा से बचें। स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमों को भी तैयार रहने की आवश्यकता है।