2 मई को झारखंड में वज्रपात और बारिश का तांडव! रांची, बोकारो, जमशेदपुर समेत 20 जिलों के लिए अलर्ट जारी – कल का मौसम रहेगा बेहद खतरनाक ⚡🌪️
झारखंड में एक बार फिर मौसम ने करवट ली है। मौसम विभाग (IMD) ने 2 मई को भारी बारिश 🌧️ और वज्रपात ⚡ की चेतावनी देते हुए येलो अलर्ट जारी किया है। यह अलर्ट राज्य के 20 जिलों में लागू रहेगा। रांची स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, उत्तर-पश्चिमी भागों को छोड़ बाकी पूरे राज्य में तेज हवाओं 💨 के साथ गरज-चमक और बिजली गिरने की प्रबल संभावना है।
⚠️ 20 जिलों में वज्रपात की चेतावनी, अलर्ट रहें!
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा है कि हवा की रफ्तार 40-50 किमी प्रति घंटा तक पहुंच सकती है। यह स्थिति पेड़ गिरने, बिजली गुल होने और खुले में रहने वालों के लिए खतरा पैदा कर सकती है।
जिन 20 जिलों में बारिश और वज्रपात की चेतावनी जारी हुई है, वे हैं:
- गुमला
- लोहरदगा
- सिमडेगा
- पश्चिमी सिंहभूम
- पूर्वी सिंहभूम
- सरायकेला-खरसावां
- खूंटी
- रांची
- रामगढ़
- बोकारो
- हजारीबाग
- कोडरमा
- गिरिडीह
- धनबाद
- देवघर
- जामताड़ा
- दुमका
- गोड्डा
- साहिबगंज
- पाकुड़

🌥️ रांची में आंशिक बादल और हल्की बारिश की संभावना
मौसम विभाग के अनुसार, राजधानी रांची में शुक्रवार को आंशिक बादल ☁️ छाए रहेंगे। इसके साथ ही हल्की से मध्यम दर्जे की वर्षा 🌧️ होने की भी संभावना है।
- अधिकतम तापमान: 32°C
- न्यूनतम तापमान: 20°C
दो दिनों तक तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा, लेकिन उसके बाद 2-3 डिग्री की बढ़ोतरी हो सकती है।
🌪️ राजस्थान से कर्नाटक तक ट्रफ, बांग्लादेश में चक्रवात का असर
मौसम विभाग ने बताया कि राजस्थान से कर्नाटक तक एक ट्रफ लाइन गुजर रही है, जो केरल, मध्यप्रदेश, विदर्भ और महाराष्ट्र होते हुए झारखंड तक पहुंच रही है। इसके अतिरिक्त बांग्लादेश में बना चक्रवातीय सिस्टम भी झारखंड के मौसम को प्रभावित कर रहा है। इसी के कारण कई राज्यों में गरज-चमक और बारिश हो रही है।
📊 झारखंड के प्रमुख शहरों में अब तक हुई बारिश का रिकॉर्ड
शहर का नाम | बारिश (मिलीमीटर में) |
---|---|
रांची | 12.6 mm 🌧️ |
जमशेदपुर | 07.8 mm 🌧️ |
बोकारो | 24.4 mm 🌧️ |
देवघर | 09.0 mm 🌧️ |
हजारीबाग | 24.5 mm 🌧️ |
खूंटी | 08.5 mm 🌧️ |
सिमडेगा | 03.0 mm 🌧️ |
🛑 सावधान रहें! जानें क्या करें और क्या न करें वज्रपात के दौरान
✅ क्या करें:
- सुरक्षित जगह पर रहें 🏠
- मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से दूरी बनाएं 📵
- पेड़ों और खुले मैदानों से दूर रहें 🌳
- रेडियो या मौसम ऐप्स से जानकारी लेते रहें 📻📱
❌ क्या न करें:
- खुले मैदान में दौड़ें नहीं
- नंगे पांव या गीले कपड़ों में न रहें
- बाइक या साइकिल से यात्रा से बचें 🛑
🛰️ मौसम पूर्वानुमान क्यों है जरूरी?
झारखंड जैसे राज्य में जहां प्राकृतिक आपदाएं तेजी से असर डालती हैं, सटीक मौसम पूर्वानुमान 🌦️ जनजीवन की सुरक्षा के लिए अत्यंत आवश्यक होता है। खेतों में काम करने वाले किसानों से लेकर सड़क पर चल रहे लोगों तक, सभी को मौसम की सटीक जानकारी से बचाव के उपाय मिलते हैं।
📌 निष्कर्ष (Conclusion)
2 मई को झारखंड में बारिश और वज्रपात का खतरा बना हुआ है। मौसम विभाग की चेतावनी को गंभीरता से लेते हुए सभी नागरिकों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। मौसम के इस बदलाव के पीछे ट्रफ लाइन और चक्रवातीय सिस्टम का प्रभाव है। नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे सरकारी निर्देशों का पालन करें और सुरक्षित स्थानों पर रहें।
❓अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
Q1. क्या 2 मई को पूरे झारखंड में बारिश होगी?
👉 नहीं, केवल 20 जिलों में बारिश और वज्रपात की संभावना जताई गई है।
Q2. क्या रांची में तेज बारिश होगी?
👉 रांची में हल्की से मध्यम बारिश और आंशिक बादल छाए रहने की संभावना है।
Q3. वज्रपात से कैसे बचें?
👉 पेड़ों, खंभों और खुले मैदानों से दूर रहें। सुरक्षित स्थान पर शरण लें।
Q4. वज्रपात के समय बिजली के उपकरणों का प्रयोग कर सकते हैं?
👉 नहीं, इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से दूरी बनाए रखें।
Q5. क्या चक्रवात का असर झारखंड तक पहुंचेगा?
👉 हां, बांग्लादेश में बने चक्रवातीय संरचना का अप्रत्यक्ष प्रभाव झारखंड पर भी देखा जा रहा है।