रांची झारखंड कल का मौसम और आज का अलर्ट 🌧️: 28, 29, 30 सितंबर व 2-3 अक्टूबर को कैसा रहेगा मौसम, अगले 5 दिनों की पूरी रिपोर्ट
झारखंड का मौसम इन दिनों लगातार बदलते मिजाज में दिख रहा है। राजधानी रांची समेत पूरे राज्य में पिछले कुछ दिनों से रुक-रुक कर बारिश हो रही है। तेज धूप और अचानक से होने वाली झमाझम बारिश ने लोगों को मौसम के मूड का अंदाजा लगाना मुश्किल कर दिया है। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार रांची और आसपास के इलाकों में 28 से 30 सितंबर तक हल्की बारिश के आसार बने रहेंगे, जबकि 2 और 3 अक्टूबर को वज्रपात के साथ भारी बारिश की संभावना जताई गई है। बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र बनने से झारखंड में मौसम का यह बदलाव देखा जा रहा है। इस बीच राजधानी रांची का तापमान गिरकर सामान्य से नीचे आ गया है, जिससे लोगों को गर्मी और उमस से राहत भी मिली है। 🌦️
झारखंड मौसम विभाग का पूर्वानुमान 🛰️
मौसम विभाग ने स्पष्ट किया है कि 28 से 30 सितंबर तक रांची में धूप और बादलों का खेल जारी रहेगा। दोपहर के बाद कई इलाकों में हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है। वहीं 1 अक्टूबर से बंगाल की खाड़ी में एक नया लो-प्रेशर क्षेत्र बनने की संभावना है, जिसके कारण 2 और 3 अक्टूबर को झारखंड के कई जिलों में वज्रपात और भारी बारिश का खतरा मंडरा रहा है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि इस दौरान किसानों और आम लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है, क्योंकि अचानक बदलते मौसम से फसल और जनजीवन पर असर पड़ सकता है।
रांची में बारिश और तापमान में गिरावट 🌡️
बीते 24 घंटों में रांची में कई इलाकों में हल्की बारिश दर्ज की गई। शनिवार की दोपहर 3 बजे के बाद मौसम में बदलाव हुआ और आकाश में घने काले बादल छा गए। स्थानीय स्तर पर बनी परिस्थितियों के कारण कई क्षेत्रों में हल्की बारिश हुई और राजधानी में 2 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई। इसके चलते रांची के अधिकतम तापमान में गिरावट देखी गई, जो 27.4 डिग्री सेल्सियस रहा और यह पिछले 24 घंटों की तुलना में लगभग 1.9 डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया गया।
बंगाल की खाड़ी से बदल रहा है मौसम 🌊
कल यानी शनिवार को बंगाल की खाड़ी में बने लो-प्रेशर क्षेत्र का असर साफ तौर पर झारखंड के मौसम में दिखा। यह सिस्टम धीरे-धीरे दक्षिण ओडिशा की ओर बढ़ा और फिर छत्तीसगढ़ की ओर पश्चिम की तरफ चला गया। मौसम विभाग का कहना है कि एक और नया निम्न दबाव क्षेत्र 1 अक्टूबर को बंगाल की खाड़ी में सक्रिय हो सकता है, जिससे राज्य में 2 और 3 अक्टूबर को भारी बारिश के हालात बन सकते हैं।
बारिश से मिली राहत और चुनौतियां ☔
झारखंड में लगातार हो रही बारिश ने एक तरफ जहां गर्मी और उमस से राहत दी है, वहीं दूसरी ओर निचले इलाकों में जलभराव और बिजली गिरने जैसी घटनाओं का खतरा भी बढ़ा है। किसानों के लिए यह बारिश मिश्रित प्रभाव लेकर आई है। धान और अन्य खरीफ फसलों को फायदा हो रहा है, लेकिन भारी बारिश से खेतों में पानी भरने का खतरा भी बना हुआ है।
मौसम का असर जनजीवन पर 🚶♂️
रांची और आसपास के इलाकों में लोग मौसम के अचानक बदलाव से हैरान हैं। तेज धूप में बाहर निकलते ही अचानक बारिश से भीगना आम बात हो गई है। इस दौरान लोग छतरी और रेनकोट का इस्तेमाल करने को मजबूर हैं। वहीं तापमान में आई गिरावट से रात का मौसम सुहावना हो गया है और लोगों को गर्मी से राहत मिल रही है।
आगामी दिनों के लिए सतर्कता की सलाह ⚠️
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि 2 और 3 अक्टूबर को राज्य के कई जिलों में भारी बारिश और वज्रपात हो सकता है। ऐसे में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने और अनावश्यक बाहर न निकलने की सलाह दी गई है। खासतौर पर ग्रामीण इलाकों में बिजली गिरने की घटनाओं से बचाव के लिए सावधानी बरतना बेहद जरूरी है।
निष्कर्ष 🌏
झारखंड का मौसम इस समय बेहद अनिश्चित बना हुआ है। रांची समेत पूरे राज्य में कभी धूप तो कभी बारिश का सिलसिला जारी है। बंगाल की खाड़ी से आ रहे निम्न दबाव क्षेत्र के कारण आने वाले दिनों में भारी बारिश का खतरा है। ऐसे में लोगों को सतर्क रहना होगा और मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करना जरूरी है। किसानों के लिए यह बारिश फायदे और नुकसान दोनों लेकर आ सकती है, इसलिए उन्हें भी अपनी फसलों की सुरक्षा के लिए सतर्क रहना होगा।
FAQs ❓
Q1. झारखंड में कब तक बारिश की संभावना है?
28 से 30 सितंबर तक हल्की बारिश होगी, जबकि 2 और 3 अक्टूबर को भारी बारिश की संभावना है।
Q2. रांची का वर्तमान तापमान कितना है?
शनिवार को रांची का अधिकतम तापमान 27.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से कम है।
Q3. बंगाल की खाड़ी का मौसम पर क्या असर है?
बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव क्षेत्र से झारखंड में बारिश और वज्रपात की संभावना बढ़ जाती है।
Q4. क्या किसानों को बारिश से फायदा होगा?
हाँ, खरीफ फसलों को फायदा हो सकता है, लेकिन भारी बारिश से खेतों में जलभराव का खतरा भी रहेगा।
Q5. लोगों को मौसम से बचाव के लिए क्या करना चाहिए?
लोगों को बारिश और वज्रपात से बचने के लिए सुरक्षित स्थानों पर रहना चाहिए और मौसम विभाग की सलाह माननी चाहिए।