झारखंड रांची कल का मौसम 30 अगस्त से 4 सितंबर 2025 तक: भारी बारिश, वज्रपात का अलर्ट, जानें 31 अगस्त और 2 सितंबर का अपडेट
झारखंड में मानसून एक बार फिर सक्रिय होने जा रहा है और आने वाले दिनों में राज्यवासियों को मौसम में बड़े बदलाव का सामना करना पड़ सकता है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने झारखंड के कई हिस्सों में गरज-चमक के साथ भारी बारिश और वज्रपात की चेतावनी जारी की है। 30 अगस्त 2025 और 2 सितंबर 2025 को राज्य के कई जिलों में भारी वर्षा होने की संभावना जताई गई है। इसके अलावा 31 अगस्त, 1 सितंबर और 4 सितंबर तक बादलों की सक्रियता बनी रहेगी, जिससे लगातार बारिश होती रहेगी। इस दौरान गरज के साथ तेज हवाएं चल सकती हैं, जिनकी गति 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंचने का अनुमान है। मौसम विभाग ने एहतियात के तौर पर येलो अलर्ट जारी किया है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी है।
झारखंड में 30 अगस्त को भारी बारिश की संभावना
30 अगस्त 2025 को झारखंड के उत्तर-पश्चिमी, मध्यवर्ती और दक्षिणी हिस्सों में भारी बारिश का पूर्वानुमान है। उत्तर-पश्चिमी जिलों में पलामू, गढ़वा, लातेहार और चतरा शामिल हैं, वहीं मध्यवर्ती जिलों में रांची, बोकारो, गुमला, हजारीबाग, खूंटी, रामगढ़, लोहरदगा, कोडरमा और धनबाद में तेज बारिश की आशंका है। दक्षिणी हिस्सों में पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सिमडेगा और सरायकेला-खरसावां जिलों को भी अलर्ट पर रखा गया है। इस दिन गरज के साथ बारिश के साथ-साथ 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने का अनुमान है। वज्रपात की घटनाएं भी देखने को मिल सकती हैं, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में सावधानी बरतना बेहद जरूरी है।
31 अगस्त और 1 सितंबर का पूर्वानुमान
रविवार (31 अगस्त) और सोमवार (1 सितंबर) को भी झारखंड में गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना है। हालांकि इन दिनों बारिश अपेक्षाकृत हल्की से मध्यम दर्जे की हो सकती है, लेकिन वज्रपात और तेज हवाओं का असर बरकरार रहेगा। ग्रामीण इलाकों और खुले स्थानों पर रहने वालों को विशेष सावधानी की सलाह दी गई है।
2 सितंबर को फिर भारी बारिश का अलर्ट
मंगलवार (2 सितंबर 2025) को मौसम एक बार फिर गंभीर रूप ले सकता है। उत्तर-पश्चिमी जिलों (पलामू, गढ़वा, लातेहार, चतरा) और मध्यवर्ती जिलों (रांची, बोकारो, गुमला, हजारीबाग, खूंटी, रामगढ़, लोहरदगा, कोडरमा, धनबाद) में भारी वर्षा की संभावना है। इस दिन भी गरज-चमक और वज्रपात के साथ हवाएं तेज चल सकती हैं। मौसम विभाग ने इन जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है और किसानों को खेतों में काम करते समय सतर्क रहने की सलाह दी है।
4 सितंबर तक बादल बरसते रहेंगे
मौसम विभाग के मुताबिक झारखंड में 4 सितंबर 2025 तक लगातार बारिश होती रहेगी। हालांकि हर दिन बारिश की तीव्रता अलग-अलग रहेगी, लेकिन मानसून की सक्रियता बनी रहेगी। यह बारिश राज्य के जलस्तर को बढ़ाने में मदद करेगी और किसानों के लिए राहत भरी साबित हो सकती है।
पिछले 24 घंटे का मौसम
पिछले 24 घंटों में झारखंड में मानसून की रफ्तार थोड़ी कमजोर रही। केवल कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश हुई। पश्चिमी सिंहभूम जिले के सोनुआ में सबसे अधिक 47 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। वहीं, गोड्डा में सबसे अधिक तापमान 35.1 डिग्री सेल्सियस और लातेहार में सबसे कम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
बार-बार जारी हो रहा अलर्ट, सावधानी जरूरी
बारिश और वज्रपात के चलते मौसम विभाग ने कई बार अलर्ट जारी किया है। यह अलर्ट ग्रामीण और शहरी दोनों इलाकों के लिए बेहद अहम है। वज्रपात की घटनाओं के कारण हर साल झारखंड में सैकड़ों लोगों की जान चली जाती है। ऐसे में लोगों को बारिश के समय पेड़ों के नीचे खड़े होने से बचने, खुले स्थानों से दूर रहने और सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने की सलाह दी जा रही है।
झारखंड में मानसून का असर
झारखंड में मानसून का असर इस बार अनियमित रहा है। कभी भारी बारिश तो कभी शुष्क मौसम देखने को मिला है। अगस्त के अंत और सितंबर की शुरुआत में यह बारिश राज्य के जल संसाधनों को संतुलित करने में मदद करेगी। हालांकि, तेज हवाओं और वज्रपात से जनजीवन प्रभावित हो सकता है।
FAQs
प्रश्न 1: 30 अगस्त को झारखंड में किन जिलों में भारी बारिश होगी?
उत्तर: पलामू, गढ़वा, लातेहार, चतरा, रांची, बोकारो, गुमला, हजारीबाग, खूंटी, रामगढ़, लोहरदगा, कोडरमा, धनबाद, पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सिमडेगा और सरायकेला-खरसावां जिलों में भारी बारिश की संभावना है।
प्रश्न 2: 2 सितंबर को मौसम का क्या हाल रहेगा?
उत्तर: 2 सितंबर 2025 को झारखंड के कई हिस्सों में भारी बारिश, गरज-चमक और तेज हवाओं के साथ वज्रपात की संभावना है।
प्रश्न 3: क्या 4 सितंबर तक बारिश होती रहेगी?
उत्तर: हां, मौसम विभाग ने बताया है कि 4 सितंबर 2025 तक झारखंड में लगातार बादल बरसते रहेंगे।
प्रश्न 4: लोगों को क्या सावधानी बरतनी चाहिए?
उत्तर: वज्रपात और तेज हवाओं से बचने के लिए लोगों को खुले स्थानों पर न रुकने, पेड़ों के नीचे आश्रय न लेने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी गई है।
निष्कर्ष
झारखंड में मानसून ने एक बार फिर दस्तक दी है और अगले कुछ दिनों तक राज्य में बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। 30 अगस्त और 2 सितंबर को भारी बारिश के साथ-साथ वज्रपात का खतरा भी रहेगा। इस दौरान मौसम विभाग का येलो अलर्ट गंभीर चेतावनी है, जिसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में लोगों को सतर्क रहना होगा। यह बारिश जहां खेती के लिए फायदेमंद साबित होगी, वहीं जनजीवन को भी प्रभावित कर सकती है।