MP Weather Alert: आंध्र से टकराने के बाद ‘मोंथा’ तूफान पहुंचा एमपी, तेज बारिश और बर्फीली हवाओं से ठिठुरे शहर — देखें पूरा अपडेट जिला-दर-जिला
मध्य प्रदेश में मौसम का मिजाज इस समय पूरी तरह से बदल चुका है। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से उठे मौसमी सिस्टम्स ने प्रदेश के लगभग हर हिस्से को प्रभावित कर दिया है। ‘मोंथा’ नामक चक्रवात का असर अब साफ तौर पर एमपी में देखा जा रहा है, जिसके चलते राज्य के कई जिलों में तेज हवाएं, गरज-चमक के साथ बारिश और बर्फीली हवाओं का दौर जारी है। मौसम विभाग ने बुधवार को श्योपुर, मुरैना, बुरहानपुर, बैतूल, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, डिंडौरी और अनूपपुर समेत 11 जिलों में भारी वर्षा का रेड अलर्ट जारी किया है।
वहीं राजधानी भोपाल और इंदौर जैसे शहरों में भी आंधी और हल्की बारिश ने मौसम को ठंडा बना दिया है। विशेषज्ञों का कहना है कि मोंथा चक्रवात का असर अगले 4 दिनों तक प्रदेश में देखने को मिलेगा, जिससे तापमान में गिरावट और ठंड की शुरुआत जल्दी हो सकती है।
मध्य प्रदेश में तीन बड़े वेदर सिस्टम सक्रिय
मध्य प्रदेश वर्तमान में तीन प्रमुख मौसमी प्रणालियों के प्रभाव में है —
- अरब सागर में सक्रिय डिप्रेशन (Depression)
- टर्फ लाइन (Trough Line)
- साइक्लोनिक सर्कुलेशन (Cyclonic Circulation)
इन तीनों सिस्टम के संयुक्त प्रभाव से राज्य में व्यापक बारिश, आंधी और बिजली गिरने की घटनाएं दर्ज की जा रही हैं। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले 24 घंटों के दौरान इन सिस्टम्स की तीव्रता और बढ़ सकती है, जिससे कई जिलों में भारी वर्षा की संभावना है।
मोंथा तूफान का असर: ठंडी हवाओं के साथ तेज बारिश
‘मोंथा’ नाम का यह तूफान बंगाल की खाड़ी में बना और अब आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों से टकराने के बाद मध्य भारत की ओर बढ़ रहा है। इसका सीधा असर मध्य प्रदेश पर देखने को मिल रहा है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, मोंथा चक्रवात की हवाएं 40 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं। इससे पेड़ गिरने, बिजली की लाइनें टूटने और जनजीवन प्रभावित होने की आशंका है।
भारी बारिश वाले जिले — मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने जिन 11 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है, वे निम्नलिखित हैं:
| क्रमांक | जिला | अलर्ट प्रकार | अनुमानित वर्षा (मिमी) |
|---|---|---|---|
| 1 | श्योपुर | रेड अलर्ट | 80-120 मिमी |
| 2 | मुरैना | ऑरेंज अलर्ट | 70-100 मिमी |
| 3 | बुरहानपुर | रेड अलर्ट | 90-130 मिमी |
| 4 | बैतूल | ऑरेंज अलर्ट | 60-90 मिमी |
| 5 | छिंदवाड़ा | रेड अलर्ट | 100-140 मिमी |
| 6 | सिवनी | ऑरेंज अलर्ट | 60-100 मिमी |
| 7 | मंडला | रेड अलर्ट | 90-120 मिमी |
| 8 | बालाघाट | रेड अलर्ट | 100-150 मिमी |
| 9 | डिंडौरी | ऑरेंज अलर्ट | 70-100 मिमी |
| 10 | अनूपपुर | रेड अलर्ट | 90-130 मिमी |
| 11 | पांढुर्णा | ऑरेंज अलर्ट | 60-90 मिमी |
राजधानी और प्रमुख शहरों में भी असर
भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर में मंगलवार से ही तेज हवाओं और बौछारों का सिलसिला जारी है। सड़कों पर जलभराव और ट्रैफिक जाम जैसी स्थितियां बन रही हैं।
मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले चार दिनों तक इन शहरों में दिन का तापमान 2 से 4 डिग्री तक गिर सकता है।
सर्दी की जल्द शुरुआत के संकेत
मोंथा तूफान के कारण न केवल बारिश बढ़ी है, बल्कि बर्फीली हवाओं के कारण तापमान में तेजी से गिरावट हो रही है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि इस बार ठंड का मौसम नवंबर की शुरुआत से ही असर दिखाना शुरू कर देगा। प्रदेश के उत्तरी हिस्सों में न्यूनतम तापमान 15 डिग्री तक पहुंचने की संभावना है।
आंध्र प्रदेश में टकराया मोंथा तूफान, एमपी पर भी असर
बंगाल की खाड़ी में बना यह गंभीर चक्रवात आंध्र प्रदेश से टकरा गया है। इसके चलते दक्षिणी और मध्य भारत में भारी वर्षा का दौर चल रहा है। आंध्र के अलावा छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में भी इसका प्रभाव देखा गया है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अगले कुछ दिनों तक इसका असर मध्य प्रदेश में भी महसूस किया जाएगा।
जनता के लिए मौसम विभाग की सलाह
- अनावश्यक यात्रा से बचें।
- तेज हवाओं के दौरान पेड़ों और बिजली के खंभों से दूरी बनाए रखें।
- फसलों की सुरक्षा के लिए किसान आवश्यक कदम उठाएं।
- निचले इलाकों में रहने वाले लोग सतर्क रहें, जलभराव की स्थिति में ऊंचे स्थानों पर शरण लें।
FAQs: अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
1. मोंथा तूफान क्या है और यह कहां से आया?
मोंथा एक गंभीर चक्रवाती तूफान है जो बंगाल की खाड़ी में बना और आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों से टकराने के बाद मध्य भारत की ओर बढ़ा। इसका असर अब मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में भी देखा जा रहा है।
2. मध्य प्रदेश के किन जिलों में सबसे ज्यादा बारिश होगी?
श्योपुर, मुरैना, बुरहानपुर, बैतूल, छिंदवाड़ा, मंडला, बालाघाट और अनूपपुर जैसे जिलों में सबसे ज्यादा बारिश की संभावना है। इन इलाकों में रेड अलर्ट जारी किया गया है।
3. क्या मोंथा तूफान से सर्दी जल्दी शुरू होगी?
जी हां, मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, बर्फीली हवाओं के चलते तापमान तेजी से गिरेगा और नवंबर की शुरुआत में ही सर्दी का असर महसूस होने लगेगा।
4. किसानों को इस मौसम में क्या सावधानी बरतनी चाहिए?
किसानों को फसलों को तेज हवाओं से बचाने के लिए खेतों के चारों ओर अवरोधक लगाना चाहिए और कटाई योग्य फसलों की जल्द कटाई कर लेनी चाहिए। बिजली के तारों से दूर रहना भी आवश्यक है।
5. मोंथा तूफान का असर कितने दिनों तक रहेगा?
मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले 4 से 5 दिनों तक यह प्रभाव जारी रहेगा। इसके बाद मौसम सामान्य होने लगेगा, लेकिन तापमान में गिरावट बनी रहेगी।
निष्कर्ष
मध्य प्रदेश इस समय एक जटिल मौसमीय दौर से गुजर रहा है। मोंथा चक्रवात, साइक्लोनिक सर्कुलेशन और टर्फ लाइन के संयुक्त प्रभाव से राज्य के कई हिस्सों में भारी वर्षा और ठंडी हवाएं चल रही हैं। आने वाले दिनों में यह मौसम और भी ठंडा हो सकता है। जनता को मौसम विभाग की सलाहों का पालन करते हुए सतर्क रहना चाहिए।




