मध्य प्रदेश के 47 जिलों में आज का मौसम अलर्ट: भोपाल, इंदौर और ग्वालियर में 16 जून 2025 को तेज आंधी-बारिश की चेतावनी 🌧️⚠️
मध्य प्रदेश में इस बार मानसून की एंट्री से पहले ही मौसम ने करवट ले ली है। आंधी और बारिश की बौछारों ने लोगों को तेज़ गर्मी से थोड़ी राहत दी है 🌦️। बीते रविवार को भोपाल, इंदौर, नर्मदापुरम, बड़वानी और खंडवा समेत कई ज़िलों में तेज़ हवाओं के साथ जोरदार बारिश दर्ज की गई।
☁️ राज्यभर में सक्रिय हैं छह मौसम प्रणालियां
प्रदेश में छह अलग-अलग मौसम प्रणालियों के कारण बादल छाए हुए हैं और कहीं-कहीं पर रुक-रुक कर बारिश भी हो रही है। इस वजह से अधिकतम तापमान में जबरदस्त गिरावट देखी जा रही है 📉। हालांकि कुछ जिलों में अभी भी गर्मी का असर बना हुआ है। रविवार को सबसे ज्यादा तापमान सीधी में 41.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

🌡️ पांच प्रमुख शहरों का तापमान विवरण
मध्य प्रदेश के कुछ प्रमुख शहरों में तापमान का हाल कुछ इस प्रकार रहा:
शहर | अधिकतम तापमान 🌡️ |
---|---|
सीधी | 41.2°C |
नर्मदापुरम | 41.0°C |
नौगांव | 40.2°C |
सतना | 39.5°C |
भोपाल | 39.0°C |
इसके अलावा, इंदौर में 38.8°C, ग्वालियर में 38.5°C, उज्जैन में 37.8°C और जबलपुर में 37.6°C तापमान दर्ज किया गया।
🧊 सबसे ठंडी जगह बनी पचमढ़ी
राज्य में रविवार को सबसे कम तापमान पचमढ़ी में दर्ज किया गया, जो कि केवल 17.6 डिग्री सेल्सियस रहा। यह तापमान पूरे प्रदेश में सबसे ठंडा रहा ❄️।
🌬️ MP में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) रिपोर्ट
मध्य प्रदेश में हवा की गुणवत्ता में भी बदलाव देखा गया है। दमोह की हवा सबसे शुद्ध रही और उसका AQI स्तर सिर्फ 62 रहा, जो सामान्य श्रेणी में आता है 🌿।
शहर | AQI स्तर 🌫️ |
---|---|
दमोह | 62 |
जबलपुर | 77 |
भोपाल | 82 |
इंदौर | 89 |
ग्वालियर | 120 ⚠️ (खराब हवा) |
ग्वालियर की हवा में गिरावट दर्ज की गई है और इसका AQI लेवल “खराब” श्रेणी में पहुंच गया है।
🔄 मानसून की वर्तमान स्थिति
मौसम विभाग के अनुसार, मानसून की उत्तरी सीमा वर्तमान में मुंबई, अहिल्यानगर, आदिलाबाद, भवानीपटना, पुरी और बालुरघाट तक फैली हुई है। साथ ही, दक्षिण-मध्य महाराष्ट्र और उसके आसपास के इलाकों में ऊपरी हवा का चक्रवात सक्रिय है।
इसके अलावा, एक द्रोणिका रेखा (ट्रफ लाइन) पूर्वी मध्य प्रदेश से लेकर बांग्लादेश तक बनी हुई है, जो कि छत्तीसगढ़, झारखंड और पश्चिम बंगाल के हिस्सों से होकर गुजर रही है।
⚠️ 47 जिलों में तेज़ बारिश और आंधी का अलर्ट
मौसम विभाग ने सोमवार, 17 जून को भोपाल, इंदौर समेत कुल 47 जिलों में तेज़ बारिश और आंधी को लेकर अलर्ट जारी किया है 🚨। लोगों को सावधान रहने की सलाह दी गई है और संभव हो तो घरों में रहने की अपील की गई है।
📅 18 जून तक मानसून की संभावित एंट्री
मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, अगले 24 घंटे में मानसून गुजरात, विदर्भ, छत्तीसगढ़ और ओडिशा के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ सकता है। मध्य प्रदेश में मानसून के पहुंचने की संभावना 18 जून तक जताई गई है 🌧️। हालांकि, इससे पहले ही रुक-रुक कर बारिश का सिलसिला तेज़ हो सकता है।
✅ मुख्य बातें (Quick Highlights with Emoji)
- 🌧️ मानसून से पहले कई जिलों में आंधी और बारिश शुरू
- 🔻 तापमान में भारी गिरावट, पचमढ़ी सबसे ठंडी जगह
- 🌬️ दमोह में हवा सबसे शुद्ध, AQI केवल 62
- ⚠️ 47 जिलों में तेज़ आंधी और बारिश का अलर्ट
- 🗓️ 18 जून तक मानसून आने की पूरी संभावना
❓ FAQs – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
Q1. मध्य प्रदेश में मानसून कब तक पहुंचेगा?
👉 18 जून 2025 तक मानसून के पहुंचने की संभावना जताई गई है।
Q2. कौन-कौन से जिले अलर्ट पर हैं?
👉 भोपाल, इंदौर समेत कुल 47 जिलों में बारिश और आंधी का अलर्ट है।
Q3. सबसे ज्यादा तापमान किस शहर में रहा?
👉 सीधी में सबसे अधिक 41.2°C तापमान दर्ज किया गया।
Q4. किस शहर की हवा सबसे शुद्ध है?
👉 दमोह की हवा सबसे शुद्ध है, AQI 62 दर्ज किया गया है।
Q5. क्या मानसून से पहले भी बारिश हो सकती है?
👉 हां, कई जगहों पर मानसून से पहले भी रुक-रुक कर बारिश हो रही है।
📝 निष्कर्ष (Conclusion)
मध्य प्रदेश में मानसून आने से पहले ही मौसम ने करवट ले ली है। आंधी और बारिश ने गर्मी से राहत दी है, तो वहीं कई जिलों में अलर्ट की स्थिति बनी हुई है ⚠️। अब पूरे राज्य को मानसून की अगवानी के लिए बस कुछ और दिनों का इंतजार करना है।