MP Weather Update 22 अगस्त 2025: उज्जैन, धार और श्योपुरकलां में रेड अलर्ट, भोपाल-इंदौर समेत आधे मध्यप्रदेश में आज का मौसम भारी बारिश का संकेत
मध्यप्रदेश में मानसून अपने चरम पर है और लगातार हो रही बारिश ने जनजीवन को प्रभावित करना शुरू कर दिया है। प्रदेश में मौसमी ट्रफ और छह मौसम प्रणालियों के सक्रिय रहने के कारण कई जिलों में लगातार भारी से अति भारी वर्षा दर्ज की जा रही है। महाकाल की नगरी उज्जैन के साथ-साथ धार और श्योपुरकलां जिलों में मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं, भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, रतलाम, सागर, नरसिंहपुर और दमोह जैसे जिलों में भी तेज बारिश से हालात बिगड़ सकते हैं। बारिश के चलते नदियों और नालों का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न होने लगी है। पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही वर्षा के कारण कई जगहों पर बिजली गिरने की घटनाएं भी सामने आई हैं। मौसम विभाग का अनुमान है कि 25 अगस्त तक इस बारिश से राहत मिलना मुश्किल है। ऐसे में प्रदेश के निवासियों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी गई है।
मध्यप्रदेश में मानसून का कहर
मानसून का दूसरा दौर इस बार पूरे प्रदेश पर भारी पड़ रहा है। आधे से ज्यादा जिले बारिश से तरबतर हैं और कई जगहों पर सड़कें व गांव पानी से घिर गए हैं। प्रदेश के ऊपर से गुजर रही मौसमी ट्रफ और छह सक्रिय मौसम प्रणालियों के कारण लगातार बारिश का सिलसिला थम नहीं रहा है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि यह स्थिति कम से कम अगले तीन दिनों तक बनी रहेगी।
गुरुवार को हुई बारिश की स्थिति
गुरुवार को कई जिलों में रिकॉर्डतोड़ बारिश दर्ज की गई।
- अशोक नगर और सागर जिलों में अति भारी बारिश हुई।
- नरसिंहपुर, पन्ना, दमोह, रायसेन, रतलाम, विदिशा, उज्जैन, आगर मालवा और मंदसौर में भारी वर्षा हुई।
- बैतूल में 4 मिमी, भोपाल में 12 मिमी, ग्वालियर में 25 मिमी, इंदौर में 5 मिमी, पचमढ़ी में 11 मिमी, श्योपुर में 12 मिमी और रतलाम में 23 मिमी बारिश दर्ज की गई।
पिछले 24 घंटों में ग्वालियर में 53.8 मिमी, रतलाम में 97 मिमी, दमोह में 66 मिमी और नरसिंहपुर में 73 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई, जिससे कई क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति बनी रही।
बारिश से तापमान में गिरावट
लगातार हो रही बारिश के चलते प्रदेश के अधिकांश जिलों में तापमान सामान्य से काफी कम हो गया है।
- भोपाल में अधिकतम तापमान 28.4 डिग्री,
- इंदौर में 26.5 डिग्री,
- उज्जैन में 27.2 डिग्री,
- ग्वालियर में 31.9 डिग्री,
- जबलपुर में 31.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
यह गिरावट किसानों के लिए राहत की बात है, लेकिन लगातार हो रही भारी बारिश के कारण फसलें भी प्रभावित हो सकती हैं।
शुक्रवार का अलर्ट और संभावित खतरा
मौसम विभाग ने शुक्रवार को भी कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
- धार, उज्जैन और श्योपुरकलां जिलों में अति भारी वर्षा की संभावना है।
- इंदौर, राजगढ़, अलीराजपुर, झाबुआ, देवास, शाजापुर, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, ग्वालियर, शिवपुरी और दतिया सहित 20 से अधिक जिलों में भारी बारिश का अनुमान है।
- बिजली गिरने और आंधी-तूफान के हालात भी बन सकते हैं।
भोपाल सहित अन्य बड़े शहरों में गरज-चमक के साथ रुक-रुक कर बारिश होने की संभावना जताई गई है।
लगातार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त
भारी वर्षा से कई जिलों में सामान्य जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में कच्चे मकानों को नुकसान पहुंच रहा है। कई गांवों में सड़कें कट गई हैं और संपर्क मार्ग बाधित हो गए हैं। वहीं, शहरी क्षेत्रों में जलभराव के कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
निष्कर्ष
मध्यप्रदेश में इस समय मानसून अपने चरम पर है और आने वाले दिनों में इससे राहत मिलने की संभावना बहुत कम है। उज्जैन, धार और श्योपुरकलां सहित कई जिलों में भारी से अति भारी बारिश का खतरा बना हुआ है। ऐसे में लोगों को मौसम विभाग की चेतावनी का पालन करते हुए सतर्क रहना होगा। प्रशासन भी अलर्ट पर है और राहत कार्यों की तैयारियां तेज कर दी गई हैं।
FAQs – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
Q1. मध्यप्रदेश में कब तक भारी बारिश होने की संभावना है?
25 अगस्त तक प्रदेश में भारी से अति भारी बारिश जारी रह सकती है।
Q2. किन जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है?
उज्जैन, धार और श्योपुरकलां जिलों में अति भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी है।
Q3. बारिश से किस तरह की समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं?
बाढ़, जलभराव, फसलों को नुकसान, मकानों के ढहने और बिजली गिरने जैसी घटनाएं सामने आ रही हैं।
Q4. राजधानी भोपाल का मौसम कैसा रहने वाला है?
भोपाल में गरज-चमक के साथ रुक-रुक कर बारिश होने की संभावना जताई गई है।
Q5. बारिश से तापमान पर क्या असर पड़ा है?
लगातार वर्षा के चलते प्रदेश के ज्यादातर जिलों में अधिकतम तापमान सामान्य से नीचे दर्ज किया जा रहा है।
