12-14 सितंबर का मौसम अलर्ट 📢 | पंजाब में बाढ़ संकट जारी, हिमाचल-उत्तराखंड में भारी वर्षा का खतरा ⛈️ | दिल्ली-NCR में तपेगी गर्मी 🌞
पंजाब, हिमाचल और उत्तराखंड में मौसम का मिजाज एक बार फिर चिंता का कारण बन गया है। पंजाब पहले से ही बाढ़ की मार झेल रहा है और हालात सामान्य होने का नाम नहीं ले रहे। बांधों से लगातार छोड़े जा रहे पानी ने नदियों के जलस्तर को और अधिक खतरनाक बना दिया है। वहीं, हिमाचल और उत्तराखंड में मौसम विभाग ने भारी वर्षा और भूस्खलन की चेतावनी जारी की है। इन राज्यों में सड़कें बंद होने, पेड़ गिरने और नदियों में पानी बढ़ने जैसी घटनाएं लोगों की मुश्किलें बढ़ा रही हैं। दिल्ली-NCR में जहां बारिश की संभावना कम है, वहीं गर्मी ने लोगों को परेशान कर दिया है। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि पंजाब की स्थिति क्यों बिगड़ रही है, हिमाचल-उत्तराखंड में बारिश का खतरा कितना गंभीर है और दिल्ली-NCR का मौसम कैसा रहने वाला है। साथ ही, जानेंगे सुप्रीम कोर्ट की चिंता और वन विभाग की रिपोर्ट से जुड़े अहम पहलू।
पंजाब में बाढ़ की स्थिति 😟
पंजाब में बाढ़ से राहत की उम्मीद फिलहाल दूर नजर आ रही है। भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (BBMB) ने भाखड़ा बांध के फ्लड गेट को और ज्यादा खोलने का फैसला किया है। गुरुवार को फ्लड गेट की ऊंचाई तीन फीट से बढ़ाकर चार फीट कर दी गई। इसके चलते सतलुज नदी का जलस्तर और बढ़ने का खतरा मंडराने लगा है।
लुधियाना में सतलुज का पानी फैलने से आसपास के इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है, वहीं जालंधर में तटबंध टूटने का डर बना हुआ है। पहले से ही पानी से जूझ रही पंजाब की जनता के लिए यह खबर राहत की बजाय चिंता बढ़ाने वाली है।
उत्तराखंड-हिमाचल में भारी वर्षा का अलर्ट ⚠️
मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश का पूर्वानुमान जारी किया है।
- हिमाचल प्रदेश में 12 से 14 सितंबर तक मध्यम से भारी वर्षा होने की संभावना जताई गई है।
- ऊना, बिलासपुर और कांगड़ा जिलों में 12 सितंबर को बिजली गिरने और भारी वर्षा के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
सिरमौर जिले के पांवटा साहिब के सतौन में गिरी नदी को पार करते समय एक निजी स्कूल का शिक्षक बह गया। उसका शव अगले दिन बरामद किया गया। प्रदेश में भारी बारिश की वजह से 577 सड़कें और तीन राष्ट्रीय राजमार्ग (NH) बंद पड़े हैं, जिन्हें खोलने के प्रयास जारी हैं।
उत्तराखंड में भी हालात गंभीर हैं। देहरादून समेत आठ जिलों में मौसम विभाग ने भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया है। यहां गर्जन, आकाशीय बिजली और तेज बारिश की आशंका है।
भूस्खलन और पेड़ों के उखड़ने की घटनाएं 🌲
हिमाचल प्रदेश के चंबा और कुल्लू जिलों में पेड़ों के गिरने की घटनाओं ने चिंता बढ़ाई है। प्रारंभिक जांच में पता चला कि यह अवैध कटान नहीं था बल्कि भारी वर्षा और भूस्खलन के कारण पेड़ उखड़ गए।
वन विभाग की जांच रिपोर्ट में कहा गया कि चंबा जिले की रावी नदी और कुल्लू की ब्यास नदी में जो लकड़ियां बहकर आईं, वह पूरी तरह प्राकृतिक आपदा का परिणाम हैं।
सुप्रीम कोर्ट की चिंता और जनहित याचिका 🏛️
4 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट में हरियाणा निवासी अनामिका राणा की जनहित याचिका पर सुनवाई हुई। अदालत ने हिमाचल, पंजाब, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर में बाढ़ जैसे हालातों पर गंभीर चिंता जताई।
कोर्ट ने कहा कि मीडिया रिपोर्ट्स में जिस तरह लकड़ियां बहकर आती दिखाई गईं, वह चिंताजनक है। शीर्ष अदालत ने राज्यों से दो हफ्तों में जवाब मांगा था। इसके बाद हिमाचल के वन विभाग ने रिपोर्ट तैयार कर सुप्रीम कोर्ट को सौंप दी।
भारी वर्षा के आंकड़े और प्राकृतिक आपदा 📊
अगस्त और सितंबर में हिमाचल प्रदेश में सामान्य से कहीं ज्यादा वर्षा दर्ज की गई।
- अगस्त में 89% अधिक बारिश
- सितंबर में 138% अधिक बारिश
इस असामान्य बारिश के कारण
- भूस्खलन
- बादल फटना
- नदियों का कटाव
- पेड़ों का उखड़ना
- बांधों से पानी छोड़ा जाना
जैसी घटनाएं लगातार सामने आई हैं। इन सबने मिलकर प्रदेश की स्थिति को बेहद गंभीर बना दिया है।
दिल्ली-NCR का मौसम 🔥
जहां एक ओर उत्तर भारत के कई हिस्सों में बारिश कहर बरपा रही है, वहीं दिल्ली-NCR में मौसम का रुख बिल्कुल अलग है। यहां बारिश की संभावना कम है और तापमान लगातार बढ़ रहा है। तेज धूप और उमस लोगों को परेशान कर रही है। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले कुछ दिनों तक दिल्ली-NCR में गर्मी का प्रकोप जारी रहेगा।
निष्कर्ष ✅
पंजाब में बाढ़, हिमाचल-उत्तराखंड में भारी बारिश और दिल्ली-NCR में गर्मी — ये तीनों ही स्थितियां मौसम की असामान्य चाल को दर्शाती हैं। बांधों से छोड़े जा रहे पानी ने पंजाब के लोगों को परेशान कर रखा है, जबकि पहाड़ी राज्यों में बारिश और भूस्खलन जानलेवा साबित हो रहे हैं। ऐसे में जरूरी है कि सरकार और प्रशासन आपदा प्रबंधन पर अधिक ध्यान दें और लोगों को समय रहते सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाएं। मौसम की यह बदलती परिस्थितियां हमें जलवायु परिवर्तन की गंभीरता का भी अहसास कराती हैं।
FAQs ❓
Q1. पंजाब में बाढ़ की स्थिति क्यों बिगड़ रही है?
पंजाब में बाढ़ का मुख्य कारण भाखड़ा बांध से लगातार छोड़ा जा रहा पानी और सतलुज नदी का बढ़ता जलस्तर है।
Q2. हिमाचल प्रदेश में कितनी सड़कें बंद हैं?
भारी वर्षा और भूस्खलन के कारण 577 सड़कें और 3 राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हैं।
Q3. उत्तराखंड में किन जिलों में अलर्ट जारी किया गया है?
देहरादून समेत आठ जिलों में भारी वर्षा और बिजली गिरने का अलर्ट जारी है।
Q4. सुप्रीम कोर्ट ने किस मुद्दे पर चिंता जताई?
सुप्रीम कोर्ट ने हिमाचल, पंजाब, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर में बाढ़ और लकड़ी बहकर आने की घटनाओं पर चिंता जताई।
Q5. दिल्ली-NCR में मौसम कैसा रहने वाला है?
दिल्ली-NCR में फिलहाल बारिश की संभावना कम है और तापमान बढ़ने से गर्मी का प्रकोप रहेगा।