Rajasthan Weather Update: अक्टूबर में दिसंबर जैसी सर्दी! राजस्थान में मोंथा के बाद बदला मौसम का मिजाज, तापमान गिरा 12 डिग्री तक
Rajasthan Weather Update: राजस्थान में इन दिनों मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल गया है। अरब सागर में बने चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ के प्रभाव से प्रदेश के कई जिलों में भारी से मध्यम बारिश दर्ज की गई है। बुधवार को जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, अजमेर, और कोटा जैसे शहरों में हुई बारिश से ठंड का एहसास बढ़ गया है। इस बारिश ने तापमान में 5 से 12 डिग्री तक की गिरावट ला दी है, जिससे राज्य में सर्दी ने दस्तक दे दी है।
मौसम विभाग ने राजस्थान के 13 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है और चेतावनी दी है कि यह सिस्टम 31 अक्टूबर तक सक्रिय रहेगा। हालांकि, 1 नवंबर से मौसम के साफ और शुष्क होने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार, यह बारिश मौसमी परिवर्तन की शुरुआत है और आने वाले दिनों में सर्द हवाओं के साथ तापमान में और गिरावट देखी जाएगी। आइए जानते हैं किन जिलों में बारिश हुई, कहां कितनी ठंड बढ़ी और कब तक रहेगा यह असर।
राजस्थान में मोंथा तूफान का असर
राजस्थान में अरब सागर में बने चक्रवात मोंथा का सीधा असर देखा जा रहा है। इस चक्रवात के कारण राजस्थान के पश्चिमी और दक्षिणी जिलों में बारिश हुई है। जयपुर, कोटा, उदयपुर, जोधपुर और अजमेर जैसे बड़े शहरों में दिनभर बादल छाए रहे और रात में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग का कहना है कि इस चक्रवाती सिस्टम के चलते 13 जिलों में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। इनमें जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, कोटा, अजमेर, भरतपुर, अलवर, सीकर, बाड़मेर, बीकानेर, जैसलमेर, सिरोही और चित्तौड़गढ़ शामिल हैं।
बारिश के कारण ठंड ने बढ़ाई दस्तक
प्रदेश में हुई इस बारिश से तापमान में भारी गिरावट आई है। दिन का तापमान जहां 5 से 12 डिग्री तक नीचे आया है, वहीं रातें भी ठंडी होने लगी हैं। जयपुर, जोधपुर और उदयपुर जैसे शहरों में लोगों को अब गर्म कपड़ों की जरूरत महसूस होने लगी है। कोटा और अजमेर में भी हल्की ठंडक बढ़ने के कारण लोगों ने सुबह-शाम जैकेट पहनना शुरू कर दिया है। मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि यह ठंड अब धीरे-धीरे पूरे राज्य में फैल जाएगी।
मौसम विभाग की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार तापमान (अधिकतम)
| जिला | अधिकतम तापमान (°C) |
|---|---|
| श्रीगंगानगर | 32.5 |
| जैसलमेर | 32.4 |
| बीकानेर | 30.8 |
| चूरू | 30.2 |
| बाड़मेर | 30.6 |
| जोधपुर | 28.4 |
| जयपुर | 26.7 |
| अजमेर | 24.3 |
| कोटा | 23.6 |
| उदयपुर | 24.8 |
| सिरोही | 19.4 |
राजस्थान के प्रमुख जिलों का न्यूनतम तापमान
| जिला | न्यूनतम तापमान (°C) |
|---|---|
| सिरोही | 14.7 |
| सीकर | 16.0 |
| पिलानी | 16.4 |
| अलवर | 17.5 |
| जयपुर | 18.8 |
| जोधपुर | 20.0 |
| बाड़मेर | 20.8 |
| जालौर | 21.4 |
मौसम विभाग ने जारी किया येलो अलर्ट
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले 24 घंटे तक राजस्थान के 13 जिलों में मेघगर्जन के साथ बारिश की संभावना बनी रहेगी।
विशेष रूप से उदयपुर, कोटा, अजमेर, जयपुर और भरतपुर संभागों में हल्की से मध्यम बारिश जारी रहने की संभावना है।
हालांकि, 31 अक्टूबर के बाद बारिश की गतिविधियों में कमी आने की उम्मीद है। 1 नवंबर से पश्चिमी विक्षोभ का असर खत्म होने के बाद मौसम साफ और शुष्क हो जाएगा।
बारिश से मिली किसानों को राहत
प्रदेश में बारिश होने से किसानों के चेहरों पर खुशी देखने को मिली है। खासकर रबी फसलों की बुवाई के लिए यह बारिश बेहद लाभकारी मानी जा रही है। मिट्टी में नमी बढ़ने से गेहूं, चना और सरसों की फसल के लिए अनुकूल परिस्थितियां बन रही हैं।
हालांकि, जिन इलाकों में तेज बारिश हुई है, वहां खेतों में पानी भरने की समस्या भी देखी जा रही है, लेकिन समग्र रूप से किसानों के लिए यह बारिश एक राहत लेकर आई है।
तापमान में गिरावट से बढ़ी ठंड की आहट
राजस्थान में अक्टूबर के आखिरी हफ्ते में इतनी गिरावट असामान्य मानी जा रही है। राजस्थान में आमतौर पर नवंबर के पहले हफ्ते से ठंड शुरू होती है, लेकिन इस बार चक्रवात मोंथा ने ठंड को पहले ही आमंत्रित कर दिया है। कई शहरों में न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंच गया है, जो नवंबर मध्य में देखने को मिलता है।
31 अक्टूबर तक रहेगा सिस्टम सक्रिय
मौसम विभाग के अनुसार, यह चक्रवाती सिस्टम 31 अक्टूबर तक सक्रिय रहेगा। इस दौरान दक्षिणी राजस्थान के जिलों — जैसे उदयपुर, बांसवाड़ा, डूंगरपुर और चित्तौड़गढ़ — में बारिश की संभावना बनी रहेगी। 1 नवंबर से मौसम साफ होने और दिन के तापमान में वृद्धि की संभावना जताई गई है।
राजस्थान में हवा की आर्द्रता
मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, राजस्थान के अधिकांश हिस्सों में हवा में आर्द्रता का स्तर 35% से 90% के बीच दर्ज किया गया। इससे हवा में नमी बनी हुई है और वातावरण में हल्की ठंडक महसूस हो रही है। जयपुर, जोधपुर और बीकानेर में शाम के समय धुंध जैसी स्थिति भी बनी।
आने वाले दिनों का पूर्वानुमान
राजस्थान में अगले 3 से 4 दिनों तक मौसम में हल्की ठंड बनी रहेगी। रात और सुबह के तापमान में गिरावट जारी रहेगी, लेकिन दोपहर के समय धूप निकलने से दिन का तापमान थोड़ा बढ़ सकता है। 1 से 5 नवंबर तक मौसम शुष्क रहेगा, लेकिन ठंडी हवाओं के कारण रातें ठंडी बनी रहेंगी।
जनजीवन पर प्रभाव
बारिश और ठंड के बढ़ने से जनजीवन पर भी असर पड़ा है। लोगों ने सुबह-शाम बाजारों और दफ्तरों जाते समय गर्म कपड़ों का इस्तेमाल शुरू कर दिया है। स्कूलों में बच्चों को हल्की सर्दी के कारण जैकेट पहनकर जाना पड़ रहा है। पर्यटन स्थलों जैसे जयपुर, उदयपुर और माउंट आबू में भी ठंड का असर देखने को मिल रहा है।
निष्कर्ष
राजस्थान में चक्रवात मोंथा के असर से हुई बारिश ने मौसम को पूरी तरह बदल दिया है। जहां एक ओर तापमान में भारी गिरावट आई है, वहीं दूसरी ओर किसानों को भी राहत मिली है। 31 अक्टूबर तक बारिश और बादल का दौर जारी रहेगा, जबकि 1 नवंबर से मौसम साफ और ठंडा रहेगा। राज्य में अब धीरे-धीरे सर्दी की आधिकारिक शुरुआत हो चुकी है।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
1. राजस्थान में मोंथा तूफान का असर कब तक रहेगा?
मौसम विभाग के अनुसार, मोंथा तूफान का असर 31 अक्टूबर तक रहेगा। 1 नवंबर से प्रदेश में मौसम साफ और शुष्क हो जाएगा तथा तापमान में हल्की वृद्धि देखने को मिलेगी।
2. किन जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है?
राजस्थान के 13 जिलों — जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, कोटा, अजमेर, भरतपुर, अलवर, सीकर, बीकानेर, बाड़मेर, जैसलमेर, चित्तौड़गढ़ और सिरोही — में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है।
3. बारिश से तापमान में कितनी गिरावट आई है?
बारिश के बाद राजस्थान में तापमान में 5 से 12 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई है, जिससे सर्दी बढ़ गई है।
4. क्या किसानों को इस बारिश से लाभ हुआ है?
जी हां, यह बारिश रबी फसलों के लिए बेहद लाभकारी है। मिट्टी में नमी बढ़ने से गेहूं, चना और सरसों की बुवाई के लिए यह उपयुक्त समय बन गया है।
5. 1 नवंबर के बाद मौसम कैसा रहेगा?
1 नवंबर से राजस्थान में मौसम साफ और शुष्क रहेगा। दिन का तापमान थोड़ा बढ़ेगा लेकिन रातें ठंडी रहेंगी। सर्दी का असर धीरे-धीरे पूरे राज्य में बढ़ेगा।





