12 मई तक राजस्थान के कोटा, उदयपुर, अजमेर में भारी अंधड़ और बारिश का कहर! कल का मौसम रहेगा कितना खतरनाक? पूरी रिपोर्ट पढ़ें ⚠️
राजस्थान में इस समय मौसम ने अचानक करवट ली है। जहां एक ओर भीषण गर्मी से लोगों को राहत मिली है, वहीं दूसरी ओर अगले कुछ दिनों तक तेज आंधी और बारिश की संभावना ने अलर्ट का माहौल बना दिया है। मौसम विभाग ने 12 मई तक राजस्थान के 31 जिलों में यलो अलर्ट (⚠️) जारी किया है। आइए जानते हैं अगले कुछ दिनों में कैसा रहेगा राजस्थान का मौसम।
☁️ राजस्थान में बदला मौसम का मिजाज
राज्य के दक्षिण-पश्चिमी इलाकों में बीते 24 घंटों के दौरान हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई है, जिससे लोगों को गर्मी से थोड़ी राहत मिली है। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले कुछ दिन भी इसी तरह बादलों की आवाजाही और बारिश के साथ रहेंगे।
🌩️ पाली और अजमेर में हुई बारिश
- पाली: 32 मिमी बारिश
- अजमेर: 20 मिमी बारिश
यह आंकड़े दर्शाते हैं कि दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान में विक्षोभ के चलते मौसम में अचानक परिवर्तन आया है।
⚠️ यलो अलर्ट जारी, तेज अंधड़ की चेतावनी
मौसम विभाग ने राज्य के 31 जिलों में 12 मई तक यलो अलर्ट घोषित किया है। इसका मतलब है कि इन क्षेत्रों में तेज अंधड़ (धूलभरी आंधी) 🌪️, मेघगर्जना, और हल्की से मध्यम बारिश 🌧️ की पूरी संभावना बनी हुई है।
यलो अलर्ट वाले संभावित जिले:
- जयपुर, बीकानेर, बाड़मेर, सीकर, चूरू, जोधपुर, कोटा, उदयपुर, श्रीगंगानगर सहित अन्य जिले

🌡️ 13 मई के बाद फिर से तीखी होगी गर्मी
हालांकि 12 मई तक कुछ राहत रहेगी, लेकिन 13 मई के बाद गर्मी फिर से अपने तेवर दिखाएगी।
- दिन का तापमान 42 से 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है
- राज्य के कई हिस्सों में हीटवेव की संभावना भी जताई जा रही है 🥵
📈 तापमान में उतार-चढ़ाव, पर बढ़ने लगा पारा
तेज अंधड़ और बारिश की वजह से तापमान में थोड़ी गिरावट तो देखी गई है, लेकिन रात के तापमान में अब धीरे-धीरे वृद्धि होने लगी है।
पिछले 24 घंटों में तापमान में बदलाव:
- बीकानेर, बाड़मेर, चूरू, सीकर, धौलपुर में अधिकतम तापमान में वृद्धि दर्ज की गई है।
🌃 प्रमुख शहरों का न्यूनतम तापमान (बीती रात)
शहर | न्यूनतम तापमान (°C) 🌡️ |
---|---|
अजमेर | 23.3 |
बाड़मेर | 26.6 |
बीकानेर | 27.3 |
चूरू | 25.1 |
जयपुर | 26.7 |
जैसलमेर | 26.2 |
जोधपुर | 25.5 |
कोटा | 25.6 |
श्रीगंगानगर | 24.8 |
उदयपुर | 24.9 |
इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में तापमान में भिन्नता बनी हुई है।
🌦️ आने वाले दिनों में कैसा रहेगा मौसम?
10 से 12 मई:
- तेज अंधड़, बिजली कड़कने, और बारिश की संभावना
- यलो अलर्ट प्रभावी रहेगा
- तापमान में हल्की गिरावट संभव है
13 मई से आगे:
- गर्मी फिर से तीव्र रूप में लौटेगी ☀️
- तापमान 45°C तक पहुंच सकता है
- हीटवेव की स्थिति बन सकती है
🌄 मौसम परिवर्तन का कारण: पश्चिमी विक्षोभ और परिसंचरण तंत्र
राजस्थान के मौसम में बदलाव का मुख्य कारण है:
- पश्चिमी विक्षोभ का सक्रिय रहना
- दक्षिण-पश्चिमी परिसंचरण तंत्र की गतिविधि
इन दोनों के असर से राज्य में नमी और हवाओं के साथ बादलों की आवाजाही बनी हुई है, जिससे बारिश और अंधड़ की स्थिति बनी है।
❄️ लोगों को क्या सावधानियां बरतनी चाहिए?
✅ यलो अलर्ट वाले क्षेत्रों में खुले में यात्रा करने से बचें
✅ पेड़ों और कमजोर संरचनाओं से दूरी बनाएं
✅ बिजली उपकरणों का इस्तेमाल सावधानी से करें
✅ पशुओं और बच्चों को छायादार स्थानों पर रखें
✅ पर्याप्त मात्रा में पानी पीते रहें 🥤
📢 सरकार और प्रशासन की तैयारियां
राज्य सरकार ने भी अलर्ट के मद्देनजर जिला प्रशासन को सतर्क कर दिया है। आपदा प्रबंधन टीमें तैयार रखी गई हैं ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित सहायता मिल सके।
🤔 FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
Q1. राजस्थान में यलो अलर्ट का क्या मतलब होता है?
उत्तर: इसका मतलब है कि मौसम में अचानक बदलाव, जैसे तेज आंधी, बिजली गिरना और बारिश की संभावना है, जिसके लिए सतर्क रहने की जरूरत होती है।
Q2. बारिश किस कारण से हो रही है?
उत्तर: बारिश का मुख्य कारण है पश्चिमी विक्षोभ और दक्षिण-पश्चिमी परिसंचरण तंत्र की सक्रियता।
Q3. क्या गर्मी दोबारा लौटेगी?
उत्तर: हां, 13 मई के बाद राजस्थान में दोबारा तेज गर्मी लौटने की संभावना है।
Q4. हीटवेव क्या होती है?
उत्तर: जब तापमान सामान्य से बहुत अधिक बढ़ जाता है और लगातार कई दिनों तक बना रहता है, तो उसे हीटवेव कहते हैं।
Q5. यलो अलर्ट कब तक प्रभावी रहेगा?
उत्तर: मौसम विभाग के अनुसार यलो अलर्ट 12 मई तक प्रभावी रहेगा।
📝 निष्कर्ष
राजस्थान में फिलहाल मौसम राहत और खतरे दोनों का संकेत दे रहा है। अगले कुछ दिन तक बारिश और अंधड़ लोगों को गर्मी से राहत तो देंगे, लेकिन इसके बाद गर्मी और हीटवेव का दौर फिर से शुरू हो सकता है। ऐसे में जरूरी है कि हम मौसम विभाग के निर्देशों का पालन करें और सतर्क रहें।