उत्तराखंड में मौसम का जबरदस्त बदलाव! बर्फबारी और बारिश से बढ़ी ठंड, जानें क्या कहता है मौसम विभाग
उत्तराखंड में लंबे समय बाद मौसम ने करवट ली है। हिमालय की ऊँची चोटियों पर भारी हिमपात के साथ ही मैदानी इलाकों में भी ठंडक बढ़ गई है। पिथौरागढ़, मुनस्यारी, धारचूला और बागेश्वर जैसे ऊँचाई वाले क्षेत्रों में जोरदार बर्फबारी देखी गई, जिससे तापमान में भारी गिरावट आई है।
गुरुवार को सुबह से ही आसमान बादलों से घिरा रहा। दोपहर के बाद बारिश ने पूरे क्षेत्र को भिगो दिया, जिससे सर्दी का असर और बढ़ गया। स्थानीय लोगों और पर्यटकों के लिए यह नजारा बेहद खूबसूरत तो है, लेकिन ठंड के कारण जनजीवन पर असर पड़ने लगा है।

पिथौरागढ़ में मौसम का बदला मिजाज, रबी की फसल को फायदा
पिथौरागढ़ जिले में लंबे समय बाद हुई बारिश से किसानों के चेहरे खिल उठे हैं। मौसम विभाग की भविष्यवाणी एकदम सही साबित हुई, क्योंकि पूरे जिले में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। ऊँचाई वाले क्षेत्रों में हिमपात लगातार जारी है, जिससे तापमान और अधिक गिर गया है।
मुनस्यारी से मिली जानकारी के अनुसार, दोपहर बाद से ही यहाँ रुक-रुककर बारिश होती रही, जबकि खलिया टॉप और अन्य ऊँचाई वाले इलाकों में जोरदार बर्फबारी देखी गई। इससे स्थानीय लोगों को सर्दी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, किसानों को इस बारिश से राहत मिली है, क्योंकि इससे रबी की फसल को काफी फायदा होगा।
धारचूला और मुनस्यारी में लगातार हिमपात, न्यूनतम तापमान 2°C तक गिरा
धारचूला और मुनस्यारी में बीते कुछ दिनों से लगातार हिमपात हो रहा है। खासकर कुटी गाँव और उसके आसपास के क्षेत्रों में भारी बर्फबारी देखी गई है। गुरुवार शाम तक खलिया टॉप पर बर्फ की मोटी चादर जम गई थी।
मौसम के इस बदलाव से तापमान में भारी गिरावट आई है। मुनस्यारी में न्यूनतम तापमान 2 डिग्री सेल्सियस जबकि अधिकतम 9 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया। इस कड़ाके की ठंड से लोग घरों में दुबकने को मजबूर हो गए हैं और जगह-जगह अलाव जलाए जा रहे हैं।
बागेश्वर में झमाझम बारिश, हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी जारी
बागेश्वर जिले में भी मौसम ने अचानक करवट ली और हिमालयी क्षेत्रों में जमकर बर्फबारी हुई। वहीं, निचले इलाकों में दोपहर बाद से ही रिमझिम बारिश शुरू हो गई, जिससे ठंड का असर और तेज हो गया।
स्थानीय किसानों के अनुसार, इस बारिश से गेहूं और अन्य रबी फसलों को काफी लाभ मिलेगा। इससे पहले, बारिश न होने की वजह से फसलों पर संकट मंडरा रहा था, लेकिन अब इस बरसात से किसानों को बड़ी राहत मिली है।
सड़क और बिजली व्यवस्था सुचारू, आपदा प्रबंधन अलर्ट पर
हालांकि भारी बर्फबारी और बारिश के बावजूद, जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग पूरी तरह सतर्क है। अब तक किसी भी बड़े नुकसान की सूचना नहीं मिली है। सभी प्रमुख सड़कें खुली हुई हैं और बिजली-पानी की आपूर्ति भी सुचारू है।
जिला आपदा अधिकारी शिखा सुयाल ने बताया कि मौसम विभाग का पूर्वानुमान पूरी तरह सटीक रहा है। अभी तक किसी भी तहसील से किसी तरह के नुकसान की कोई सूचना नहीं है। हालाँकि, प्रशासन पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।
पर्यटकों के लिए स्वर्ग बना उत्तराखंड, बर्फबारी का उठा रहे लुत्फ
बर्फबारी के चलते उत्तराखंड के पर्यटन स्थलों पर भीड़ बढ़ने लगी है। मुनस्यारी, औली, चोपता, धनोल्टी और मसूरी में बड़ी संख्या में पर्यटक पहुँच रहे हैं। बर्फ से ढकी पहाड़ियों का नज़ारा बेहद आकर्षक है, जिससे यहाँ आने वाले पर्यटकों का उत्साह देखते ही बनता है।
पर्यटन व्यवसायियों के लिए भी यह मौसम राहत भरा है। बर्फबारी के चलते होटलों और गेस्ट हाउस में बुकिंग बढ़ गई है, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिल रहा है।
निष्कर्ष: कड़ाके की ठंड के बीच प्राकृतिक सौंदर्य का अनूठा नजारा
उत्तराखंड में बर्फबारी और बारिश से ठंड बढ़ गई है, लेकिन इसके साथ ही यह प्राकृतिक नजारा देखने लायक भी बन गया है। किसानों के लिए यह बारिश राहत लेकर आई है, जबकि पर्यटकों के लिए यह एक यादगार अनुभव है। प्रशासन भी पूरी तरह मुस्तैद है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।
इस सर्द मौसम में अगर आप भी उत्तराखंड के पहाड़ों का लुत्फ उठाना चाहते हैं, तो यह सही समय हो सकता है। हालाँकि, यहाँ की ठंडी जलवायु को देखते हुए उचित गर्म कपड़े और सुरक्षा उपायों के साथ यात्रा करना जरूरी होगा।