उत्तर प्रदेश में आज का मौसम (3 मई): आगरा, फिरोजाबाद और गोरखपुर में वज्रपात से हड़कंप, बारिश और तेज हवा का ऑरेंज अलर्ट जारी!
उत्तर प्रदेश में मौसम ने करवट ले ली है और अब यह लोगों के लिए मुसीबत बनता जा रहा है। मौसम विभाग ने चार से छह मई तक प्रदेश में तेज आंधी, बारिश और वज्रपात का अलर्ट जारी किया है। खास बात यह है कि शनिवार को राज्य के 33 जिलों में 60 से 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने का ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है।
58 जिलों में बिजली गिरने का खतरा
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि राज्य के 58 जिलों में वज्रपात, गरज-चमक और बूंदाबांदी के आसार हैं। कहीं-कहीं ओलावृष्टि भी हो सकती है। यह स्थिति राज्य के अधिकांश हिस्सों में तबाही ला सकती है। प्रभावित जिलों में बांदा, चित्रकूट, प्रयागराज, वाराणसी, गोरखपुर, मेरठ, आगरा, बरेली, झांसी, और कानपुर जैसे जिले शामिल हैं।
बारिश और वज्रपात से मौतें, कई घायल
पिछले 24 घंटों में यूपी के ब्रज क्षेत्र में आंधी, बारिश और बिजली गिरने की घटनाओं ने चार लोगों की जान ले ली और कई अन्य घायल हो गए।
- एटा: 16 वर्षीय दीक्षा की वज्रपात से मौत।
- फिरोजाबाद: मनरेगा के तहत काम कर रहे विष्णु (35) और सत्येंद्र (36) की मौत, देवेंद्र (32) झुलसे।
- एका (एटा): पवरई गांव में जयदयाल (47) की जान गई।
- अलीगढ़: गंगीरी में बिजली गिरने से दो लोग झुलसे।
बुंदेलखंड से लेकर तराई तक दिखा मौसम का कहर
शुक्रवार को प्रदेश के पश्चिमी और तराई क्षेत्रों में तेज हवाओं के साथ बारिश ने दस्तक दी। दिल्ली से सटे इलाकों में पेड़ गिरने और कच्चे मकान ढहने की घटनाएं सामने आईं।
- सहारनपुर से लखीमपुर खीरी तक हल्की बारिश हुई।
- कई जिलों में घंटों बिजली आपूर्ति ठप रही जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ।

शनिवार से बढ़ेगा मौसम का प्रभाव
मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि शनिवार से यूपी के अधिकतर हिस्सों में मौसम और ज्यादा बिगड़ सकता है।
- पूर्वी और पश्चिमी हवाओं के टकराव से गरज-चमक और बारिश की तीव्रता बढ़ेगी।
- बंगाल की खाड़ी से आ रही नम हवाएं राज्य में हल्की से मध्यम बारिश करवा सकती हैं।
मुख्यमंत्री योगी ने दिए राहत कार्यों के निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मौसम आपदा को गंभीरता से लेते हुए संबंधित अधिकारियों को तत्काल राहत कार्य शुरू करने के निर्देश दिए हैं।
- फिरोजाबाद में हुई मौतों पर सीएम ने शोक व्यक्त किया।
- उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को क्षेत्र भ्रमण और फसल क्षति के सर्वेक्षण का आदेश दिया है।
- प्रभावित लोगों को राहत राशि और घायल व्यक्तियों को उपचार दिलाने के सख्त निर्देश दिए गए हैं।
गाजियाबाद में भारी नुकसान, कार गिरी गड्ढे में
गाजियाबाद जिले में तीन घंटे की आंधी-बारिश ने हाहाकार मचा दिया।
- कई जगहों पर पेड़ उखड़ने से रास्ते बंद हो गए।
- मसूरी क्षेत्र में बारिश के जलभराव में एक कार गड्ढे में समा गई।
- प्राथमिक विद्यालयों में जलभराव के कारण छुट्टियां घोषित करनी पड़ीं।
- मुरादनगर में वज्रपात से करीब 50 घरों के बिजली उपकरण जल गए।
हापुड़ में भी बिगड़ी व्यवस्था
शुक्रवार सुबह हापुड़ में तेज आंधी और बारिश से बिजली व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई।
- देहात क्षेत्रों में 15 खंभे टूट गए,
- शहर और गांवों में 6 घंटे तक बिजली ठप रही।
संभावित प्रभावित जिले
58 जिलों में वज्रपात का खतरा ज्यादा:
बांदा, चित्रकूट, कौशांबी, प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, भदोही, गोरखपुर, संत कबीर नगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, हरदोई, फर्रुखाबाद, कन्नौज, कानपुर नगर, कानपुर देहात, उन्नाव, रायबरेली, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, गौतम बुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, कासगंज, एटा, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, जालौन, हमीरपुर, महोबा, झांसी, ललितपुर।
निष्कर्ष: सतर्क रहें, सुरक्षित रहें
उत्तर प्रदेश में मौसम का मिजाज फिलहाल बिगड़ा हुआ है और अगले कुछ दिनों तक इसी प्रकार रहने के आसार हैं। प्रशासन पूरी तरह सतर्क है, लेकिन आम नागरिकों को भी अपने स्तर पर सावधानी बरतने की ज़रूरत है।
- खुले मैदानों और पेड़ों के नीचे खड़े होने से बचें।
- बिजली गिरने के दौरान मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग न करें।
- बारिश और तेज हवाओं के दौरान घर में ही रहें।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
प्रश्न 1: यूपी में बारिश का यह अलर्ट कब तक रहेगा?
उत्तर: यह अलर्ट 4 से 6 मई तक सक्रिय रहेगा।
प्रश्न 2: सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र कौन से हैं?
उत्तर: ब्रज, बुंदेलखंड, तराई और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिले सबसे अधिक प्रभावित हैं।
प्रश्न 3: क्या ओलावृष्टि भी हो सकती है?
उत्तर: हां, कुछ इलाकों में ओलावृष्टि के भी आसार हैं।
प्रश्न 4: क्या स्कूलों में छुट्टी घोषित की गई है?
उत्तर: कुछ जिलों में जलभराव के कारण प्राथमिक विद्यालयों में छुट्टी की गई है।
प्रश्न 5: प्रशासन की ओर से क्या कदम उठाए जा रहे हैं?
उत्तर: मुख्यमंत्री ने राहत कार्यों के निर्देश दिए हैं और नुकसान का आकलन करवाया जा रहा है।