उत्तर प्रदेश आज का मौसम 1 सितंबर 2025: लखनऊ से लेकर प्रयागराज, वाराणसी, मेरठ और गाजियाबाद तक झमाझम बारिश, 44 जिलों में रेड अलर्ट जारी
उत्तर प्रदेश का मौसम 1 सितंबर 2025 को अचानक करवट ले चुका है। रविवार को लखनऊ समेत कई जिलों में झमाझम बारिश हुई, जिसने जनता को उमस और भीषण गर्मी से बड़ी राहत दी। अब सितंबर की शुरुआत भीषण वर्षा और मौसम विभाग के रेड अलर्ट के साथ हुई है। पश्चिमी और पूर्वी यूपी के कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। लखनऊ, मेरठ, बरेली, हरदोई, प्रयागराज, गाजियाबाद से लेकर वाराणसी तक आसमान में काले बादल छा चुके हैं और गरज-चमक के साथ बारिश का दौर जारी है। मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि सितंबर माह पूरे प्रदेश के लिए औसत से अधिक वर्षा वाला साबित हो सकता है। इस बारिश ने जहां किसानों के चेहरे पर मुस्कान ला दी है, वहीं निचले इलाकों में जलभराव और बाढ़ जैसी स्थिति की आशंका भी बढ़ गई है। इस विस्तृत रिपोर्ट में हम आपको यूपी के मौसम की ताजा जानकारी, अलर्ट वाले जिलों, वैज्ञानिकों के पूर्वानुमान और सितंबर के पूरे महीने के मौसम के बारे में विस्तार से बताएंगे।
यूपी का मौसम: अचानक बदलाव और बारिश की शुरुआत
उत्तर प्रदेश में मानसून की गति अगस्त के आखिरी हफ्ते से तेज हो चुकी थी। रविवार को राजधानी लखनऊ और उसके आसपास के जिलों में जमकर बारिश हुई। इसके साथ ही पूरे प्रदेश में मौसम का रुख बदल गया। उमस और तपिश से जूझ रहे लोग राहत महसूस कर रहे हैं। लेकिन इसी के साथ मौसम विभाग ने चेतावनी भी जारी की है कि आने वाले दिनों में यह बारिश सामान्य नहीं होगी, बल्कि कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी बारिश की स्थिति बनेगी।
रेड अलर्ट वाले जिले
1 सितंबर को यूपी में जिन जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है, उनमें मेरठ, हरदोई, बरेली, शाहजहांपुर, बिजनौर, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, संभल, बदायूं, चित्रकूट, प्रयागराज, कौशाम्बी, फतेहपुर, प्रतापगढ़, सोनभद्र, मिर्जापुर, संत रविदास नगर और बहराइच जैसे बड़े जिले शामिल हैं।
इन जिलों में लगातार भारी से बहुत भारी बारिश के साथ गरज-चमक की भी संभावना जताई गई है। इसका असर गांवों और कस्बों तक साफ दिख रहा है। कई निचले इलाके पहले से ही पानी में डूब चुके हैं।
पूर्वी और पश्चिमी यूपी का मौसम पूर्वानुमान
पश्चिमी यूपी में अधिकांश जिलों में भारी बारिश जारी रहने का अनुमान है। मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, बुलन्दशहर, अलीगढ़, हाथरस और कासगंज समेत लगभग पूरे पश्चिमी क्षेत्र में बिजली चमकने और गरज-चमक के साथ बारिश का सिलसिला चलता रहेगा।
पूर्वी यूपी में प्रयागराज, वाराणसी, चंदौली, जौनपुर, गोंडा, बहराइच और लखीमपुर खीरी जैसे जिलों में भीषण बारिश का पूर्वानुमान है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार यहां कहीं-कहीं सामान्य से कम बारिश भी हो सकती है, लेकिन ज्यादातर हिस्सों में औसत से अधिक वर्षा दर्ज होने की संभावना है।
लखनऊ और आसपास का मौसम
राजधानी लखनऊ में 1 सितंबर को मध्यम से भारी बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग ने यहां येलो अलर्ट जारी किया है। अगस्त महीने में लखनऊ में पहले ही 307.8 मिमी वर्षा दर्ज की गई, जो सामान्य से 52% अधिक है। मानसून-2025 में अब तक लखनऊ में 542.7 मिमी बारिश दर्ज हो चुकी है, जो सामान्य से 5% अधिक है। यह आंकड़े साफ दिखाते हैं कि सितंबर में भी राजधानी बारिश के रिकॉर्ड तोड़ सकती है।
वैज्ञानिकों की भविष्यवाणी: सितंबर में सामान्य से अधिक वर्षा
मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार के मुताबिक सितंबर 2025 में उत्तर प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में औसत से अधिक वर्षा दर्ज होने की संभावना है। पश्चिमी विक्षोभ और मानसून द्रोणी की सक्रियता इसका मुख्य कारण है।
इसके अलावा मॉनसून मिशन युग्मित जलवायु मॉडल के अनुसार, निनो और हिंद महासागर द्विध्रुव की परिस्थितियां अस्थायी रूप से नकारात्मक हो सकती हैं, जिसका सीधा असर यूपी पर पड़ेगा। पश्चिमी यूपी में अधिकतम तापमान सामान्य से कम रहेगा, जबकि पूर्वी यूपी में यह सामान्य के आसपास रहने का अनुमान है। न्यूनतम तापमान सामान्य या सामान्य से अधिक रहेगा।
अगस्त का बारिश रिकॉर्ड और सितंबर की शुरुआत
अगस्त माह में प्रदेश में बने 4 निम्नदाब क्षेत्रों और 5 सक्रिय पश्चिमी विक्षोभों की वजह से औसत से अधिक वर्षा दर्ज हुई। इस बार अगस्त का औसत 241.2 मिमी रहा, जबकि सामान्य 235.5 मिमी होता है। यानी अगस्त में 2% अधिक बारिश हुई।
बिजनौर जिले ने बारिश का नया रिकॉर्ड बनाया और मानसून-2025 के दौरान अब तक 1097.4 मिमी बारिश दर्ज की, जो सामान्य से 48% अधिक है। इसी तरह लखीमपुर खीरी में भी 417.9 मिमी वर्षा हुई।
किसानों और आम जनता पर असर
यह बारिश किसानों के लिए राहत भरी है क्योंकि धान, गन्ना और सब्जियों की फसलों को पर्याप्त पानी मिल रहा है। लेकिन दूसरी ओर, लगातार भारी बारिश से निचले इलाकों में जलभराव, सड़क टूटने और यातायात बाधित होने जैसी समस्याएं भी सामने आ रही हैं।
अगले कुछ दिनों का पूर्वानुमान
मौसम विभाग के अनुसार 2 सितंबर तक यूपी के अधिकांश हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश जारी रहेगी। कुछ स्थानों पर भारी वर्षा की संभावना है।
निष्कर्ष
यूपी का मौसम 1 सितंबर 2025 को पूरी तरह से बदल चुका है। भारी बारिश और रेड अलर्ट के कारण जनता को सतर्क रहना जरूरी है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार सितंबर में सामान्य से अधिक वर्षा होगी, जिससे किसानों को फायदा मिलेगा लेकिन साथ ही जलभराव और बाढ़ का खतरा भी बना रहेगा। आने वाले दिनों में प्रदेश के लोग मानसून की असली तस्वीर देख पाएंगे।
FAQs
प्रश्न 1: 1 सितंबर 2025 को यूपी के कितने जिलों में रेड अलर्ट है?
उत्तर: 44 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है।
प्रश्न 2: सबसे ज्यादा बारिश किस जिले में दर्ज हुई है?
उत्तर: बिजनौर जिले में मानसून-2025 के दौरान अब तक सबसे ज्यादा 1097.4 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
प्रश्न 3: लखनऊ में अब तक कितनी बारिश हुई है?
उत्तर: लखनऊ में 542.7 मिमी वर्षा दर्ज की गई है, जो सामान्य से 5% अधिक है।
प्रश्न 4: सितंबर में यूपी का तापमान कैसा रहेगा?
उत्तर: पश्चिमी यूपी में अधिकतम तापमान सामान्य से कम रहेगा, जबकि पूर्वी यूपी में सामान्य के आसपास रहेगा।
प्रश्न 5: किसानों के लिए यह बारिश कैसी है?
उत्तर: किसानों के लिए यह बारिश फायदेमंद है, खासकर धान और गन्ने की फसलों के लिए, हालांकि जलभराव की समस्या परेशानी खड़ी कर सकती है।