Uttarakhand Me Kal Ka Mausam 23 March 2025: उत्तराखंड में मौसम रहेगा शुष्क ☀️, तापमान में बढ़ोतरी के आसार!
Uttarakhand Me Kal Ka Mausam 23 March 2025: उत्तराखंड में इन दिनों मौसम शुष्क बना हुआ है और पहाड़ से लेकर मैदान तक तेज धूप देखने को मिल रही है। मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, आगामी कुछ दिनों तक मौसम में किसी बड़े बदलाव की संभावना नहीं है। इस दौरान अधिकतम और न्यूनतम तापमान में 1 से 2 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि देखी जा सकती है।
दिन में तेज धूप, सुबह-शाम हल्की ठंड ❄️
हालांकि, सुबह और शाम के समय तापमान में गिरावट के चलते हल्की ठंड महसूस की जा रही है। रविवार को देहरादून सहित पूरे राज्य में सुबह से ही चटख धूप निकली, जिससे दोपहर में मैदानी क्षेत्रों में गर्मी का असर अधिक देखने को मिला। हालांकि, पहाड़ी क्षेत्रों में तापमान अब भी सामान्य से थोड़ा कम बना हुआ है। रात के समय ठंडक महसूस की जा रही है, जिससे पर्वतीय इलाकों में सुबह और शाम ठिठुरन जारी है।
मौसम विभाग की भविष्यवाणी 🛰️
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह के अनुसार, सोमवार को पूरे प्रदेश में मौसम शुष्क बना रहेगा और तेज धूप खिली रहेगी। इससे तापमान में और वृद्धि होने की संभावना है। खासतौर पर मैदानी इलाकों में गर्मी बढ़ सकती है। हालांकि, 26 मार्च के आसपास पर्वतीय क्षेत्रों में हल्की बारिश की संभावना जताई गई है, जिससे तापमान में कुछ गिरावट आ सकती है।

उत्तराखंड के प्रमुख शहरों का तापमान 🌡️
शहर | अधिकतम तापमान (°C) | न्यूनतम तापमान (°C) |
---|---|---|
देहरादून | 30.3 | 13.6 |
ऊधमसिंह नगर | 30.0 | 10.2 |
मुक्तेश्वर | 20.2 | 5.8 |
नई टिहरी | 20.1 | 7.4 |
नैनीताल की ठंडी फिजाएं भी होंगी गर्म 🏞️🔥
पर्यटन नगरी नैनीताल, जो अपने ठंडे मौसम के लिए जानी जाती है, इस बार गर्मियों में गर्म रहने वाली है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि लगातार बढ़ते तापमान के कारण मई और जून में पंखे और कूलर की जरूरत पड़ सकती है।
आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान (ARIES) के पर्यावरण वैज्ञानिक डॉ. नरेंद्र सिंह के अनुसार, पिछले कुछ वर्षों से पर्वतीय क्षेत्रों में भी गर्मी का प्रभाव बढ़ रहा है। इसका मुख्य कारण वैश्विक तापवृद्धि (Global Warming) है, जिससे हिमालयी क्षेत्र भी अछूते नहीं रहे।
गर्मी बढ़ने के मुख्य कारण ☀️
- पिछले तीन दशकों में लगातार तापमान में वृद्धि 🌡️
- पिछले पांच वर्षों में तापमान बढ़ने की गति तेज हुई 📈
- नमी की मात्रा में कमी के कारण गर्मी का अधिक अहसास 🌵
- ग्लोबल वार्मिंग के कारण औसत वैश्विक तापमान में 1 से 1.8°C की वृद्धि 🌍
विशेषज्ञों का कहना है कि अगर ग्लोबल वार्मिंग पर नियंत्रण नहीं किया गया, तो अगले कुछ वर्षों में तापमान में और अधिक बढ़ोतरी होगी, जिससे नैनीताल जैसे ठंडे इलाकों में भी गर्मी बढ़ेगी।
मैदानी क्षेत्रों में बढ़ेगा तापमान 🚨
अगर बात मैदानी क्षेत्रों की करें, तो वैज्ञानिकों का अनुमान है कि इस सदी के अंत तक वैश्विक तापमान में 5 डिग्री सेल्सियस तक वृद्धि हो सकती है। इससे उत्तर भारत के उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में भीषण गर्मी देखने को मिलेगी। इस गर्मी के प्रभाव को कम करने के लिए ग्लोबल वार्मिंग पर नियंत्रण आवश्यक है, जो कि कार्बनिक पदार्थों के उत्सर्जन में कमी लाकर संभव हो सकता है।
नैनीताल का पारा पहुंचा 30 डिग्री सेल्सियस 📊
जीआईसी मौसम विज्ञान केंद्र के आंकड़ों के अनुसार, नैनीताल में पिछले पांच वर्षों में मई-जून के दौरान तापमान 30°C तक पहुंचने लगा है।
वर्ष | अधिकतम तापमान (°C) |
2020 | 25 |
2021 | 28 |
2022-2024 | 30 |
इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि नैनीताल में भीषण गर्मी का असर देखने को मिल सकता है।
निष्कर्ष 🏔️
उत्तराखंड में मौसम शुष्क बना हुआ है और अगले कुछ दिनों तक तापमान में वृद्धि के आसार हैं। नैनीताल जैसी जगहों पर भी गर्मी का असर बढ़ रहा है, जो ग्लोबल वार्मिंग का संकेत है। अगर इसे नियंत्रित नहीं किया गया तो भविष्य में पहाड़ी इलाकों में भीषण गर्मी का सामना करना पड़ सकता है।
FAQs ❓
1. क्या उत्तराखंड में बारिश के कोई आसार हैं? 🌧️
26 मार्च के आसपास पर्वतीय क्षेत्रों में हल्की बारिश की संभावना है, लेकिन फिलहाल मौसम शुष्क रहेगा।
2. नैनीताल में गर्मी क्यों बढ़ रही है? 🌡️
ग्लोबल वार्मिंग और पर्यावरणीय बदलावों के कारण नैनीताल का तापमान लगातार बढ़ रहा है।
3. उत्तराखंड के मैदानी क्षेत्रों में गर्मी कितनी बढ़ सकती है? 🔥
मैदानी क्षेत्रों में तापमान 30-35°C तक पहुंच सकता है, जिससे गर्मी तेज हो सकती है।
4. ग्लोबल वार्मिंग को कैसे कम किया जा सकता है? 🌍
कार्बनिक उत्सर्जन में कमी, वृक्षारोपण और ऊर्जा के नवीकरणीय स्रोतों का अधिक उपयोग करके इसे कम किया जा सकता है।
5. उत्तराखंड में गर्मी कब तक रहेगी? ☀️
गर्मी का असर अप्रैल से जून तक देखने को मिलेगा, इसके बाद मॉनसून से राहत मिल सकती है।
इस तरह, उत्तराखंड में तापमान में बढ़ोतरी जारी है और गर्मी का प्रभाव पहाड़ों तक पहुंच रहा है। उचित कदम उठाकर इस बदलाव को नियंत्रित किया जा सकता है। 🌱