आज का मौसम अलर्ट 17 जून 2025: उत्तराखंड के पहाड़ों से लेकर मैदान तक घने बादल और बारिश की चेतावनी!
उत्तराखंड में आज यानी 17 जून 2025 को मौसम पूरी तरह से बदला-बदला नजर आ रहा है। 🌦️ एक ओर जहां पर्वतीय इलाकों में बादलों ने डेरा डाल रखा है, वहीं मैदानी क्षेत्रों में भी मौसम ठंडा हो गया है। मौसम विभाग ने कई ज़िलों में येलो अलर्ट जारी किया है, जो कि तेज़ बारिश और तेज़ हवाओं की चेतावनी है। आइए जानते हैं उत्तराखंड के मौसम की हर अपडेट इस खास लेख में। 🌄🌧️
🌧️ कहां-कहां जारी हुआ है येलो अलर्ट?
मौसम विभाग की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, आज उत्तराखंड के चमोली, रुद्रप्रयाग, नैनीताल और बागेश्वर ज़िलों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। ⛈️ इन क्षेत्रों में लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
- चमोली: पर्वतीय ढलानों पर फिसलन की स्थिति बन सकती है।
- रुद्रप्रयाग: भारी बारिश के साथ बिजली गिरने की चेतावनी।
- नैनीताल: पर्यटकों को झील किनारे सतर्क रहने की सलाह।
- बागेश्वर: ग्रामीण इलाकों में जलभराव की आशंका।
🌤️ देहरादून में कैसा रहेगा मौसम?
देहरादून और इसके आसपास के क्षेत्रों में आज आंशिक रूप से बादल छाए रहने के साथ ही हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। 🌦️
यहां धूप और बादल के बीच आंख मिचौली का दौर भी देखा जा सकता है। सोमवार को सुबह से ही आसमान में बादल मंडराते रहे और कुछ इलाकों में तेज़ बारिश भी हुई।

🌡️ तापमान में उतार-चढ़ाव: राहत की फुहारें
बारिश की शुरुआत के साथ ही गर्मी से राहत मिली है। 📉
सोमवार को देहरादून का अधिकतम तापमान 34.8 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 22.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
आज तापमान में और गिरावट आने के आसार हैं:
- मंगलवार को अनुमानित तापमान:
- अधिकतम: 🌡️ 32°C
- न्यूनतम: 🌡️ 23°C
बारिश के चलते वातावरण में ठंडक घुल गई है, जिससे लोगों ने राहत की सांस ली है। 😌
💨 50 KM/H की रफ्तार से चलेंगी हवाएं
प्रदेश के कई हिस्सों में आज 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं। 🌬️
मौसम विभाग ने इसके लिए भी येलो अलर्ट जारी किया है, खासकर ऊँचाई वाले क्षेत्रों में।
तेज़ हवाएं पेड़ों और बिजली के खंभों को नुकसान पहुंचा सकती हैं, इसलिए सावधानी ज़रूरी है।
🌦️ मानसून की दस्तक: इस हफ्ते उत्तराखंड में!
मौसम विभाग का अनुमान है कि इस सप्ताह मानसून की आधिकारिक दस्तक उत्तराखंड में हो सकती है। 🌧️
फिलहाल चल रही प्री-मानसून बारिश ने गर्मी पर ब्रेक लगाया है और वातावरण को ठंडा कर दिया है।
🌨️ मसूरी और कुमाऊं मंडल में भारी बारिश
मसूरी, विकास नगर और पौड़ी में सोमवार को झमाझम बारिश हुई। 🌧️
इन क्षेत्रों में बारिश के कारण तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई और हल्की सर्दी महसूस की गई। 🧥
कुमाऊं क्षेत्र में बारिश वाले प्रमुख इलाके:
- रानीखेत
- टनकपुर
- डीडीहाट
- बेरिंग
- द्वाराहाट
इन इलाकों में लगातार बारिश के कारण स्थानीय जल स्रोत भर गए हैं और सड़कें फिसलन भरी हो गई हैं।
📊 अन्य शहरों का तापमान विवरण
शहर का नाम | अधिकतम तापमान | न्यूनतम तापमान |
---|---|---|
देहरादून | 34.8°C | 22.2°C |
उधम सिंह नगर | 33°C | 24.1°C |
मुक्तेश्वर | 22.2°C | 15.4°C |
टिहरी | 26.5°C | 16.5°C |
🔎 बारिश के असर: यातायात और जनजीवन पर प्रभाव
- सड़क मार्गों पर फिसलन के चलते वाहन चालकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
- पर्यटन स्थलों पर भीड़ कम हो रही है, पर्यटकों से सतर्क रहने की अपील।
- बिजली आपूर्ति में रुकावट की संभावना भी जताई गई है।
📢 मौसम विभाग की सलाह
👉 जिन इलाकों में येलो अलर्ट जारी है, वहां लोग नदियों और नालों से दूर रहें।
👉 पर्वतीय क्षेत्रों में unnecessary travel न करें।
👉 बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें।
👉 छतों और खुले मैदानों में बिजली गिरने की संभावना से बचें। ⚡
❓ FAQs – उत्तराखंड मौसम अपडेट पर अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
Q1. उत्तराखंड में आज कहां भारी बारिश की संभावना है?
👉 चमोली, रुद्रप्रयाग, नैनीताल और बागेश्वर जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है।
Q2. देहरादून में आज बारिश होगी?
👉 हां, देहरादून में आज हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
Q3. क्या उत्तराखंड में मानसून आ गया है?
👉 अभी मानसून नहीं आया है, लेकिन प्री-मानसून बारिश जारी है और इसी सप्ताह मानसून की दस्तक हो सकती है।
Q4. उत्तराखंड में हवाएं कितनी तेज चल सकती हैं?
👉 कुछ क्षेत्रों में 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की चेतावनी है।
Q5. बारिश से तापमान में कितना फर्क आया है?
👉 बारिश के कारण अधिकतम तापमान में 2-4 डिग्री की गिरावट आई है, जिससे मौसम सुहावना हो गया है।
🔚 निष्कर्ष:
उत्तराखंड का मौसम आज बेहद सक्रिय है। भारी बारिश, तेज हवाएं और बादलों का डेरा प्रदेशभर में दिखाई दे रहा है। 🌩️
मौसम विभाग ने जो चेतावनी जारी की है, उस पर सभी नागरिकों को ध्यान देना चाहिए। विशेषकर पर्वतीय और कुमाऊं क्षेत्रों में सतर्कता अत्यंत आवश्यक है।