UP Weather Update: लखनऊ, बांदा, प्रयागराज समेत 41 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, 26 अगस्त आज का मौसम और 27 अगस्त कल का मौसम, जानें 1 से 10 सितंबर तक का पूर्वानुमान
उत्तर प्रदेश में इस समय मानसून एक बार फिर सक्रिय हो गया है और कई जिलों में लगातार बारिश देखने को मिल रही है। राजधानी लखनऊ सहित पूरे प्रदेश में मौसम में बड़ा बदलाव दर्ज किया जा रहा है। बीते दो दिनों से हो रही रिमझिम बारिश ने जहां लोगों को उमस और गर्मी से राहत दी है, वहीं तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने राज्य के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों के 41 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। बांदा, फतेहपुर, चित्रकूट, प्रयागराज और लखनऊ समेत कई जिलों में मूसलाधार बारिश रिकॉर्ड की गई। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में विकसित हो रहा नया सिस्टम सितंबर के पहले सप्ताह में पूरे प्रदेश में अच्छी वर्षा करवा सकता है। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि लखनऊ और यूपी के अन्य जिलों में कैसा रहेगा मौसम, किन-किन जगहों पर अलर्ट जारी किया गया है और आगे क्या अनुमान है।
लखनऊ का मौसम: बारिश ने दी उमस से राहत
राजधानी लखनऊ में सोमवार से लगातार रिमझिम बारिश हो रही है, जिसने उमस भरी गर्मी से लोगों को बड़ी राहत दी है। बारिश के चलते दिन का तापमान करीब 4 डिग्री सेल्सियस तक गिरा है। सोमवार को यहां 72 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई, जिससे सड़कों पर जगह-जगह पानी भर गया और ट्रैफिक की स्थिति प्रभावित हुई। हालांकि, लंबे समय से उमस से परेशान लोगों ने इस बरसात का आनंद लिया और मौसम खुशनुमा बन गया।
बांदा और पूर्वी यूपी में सबसे ज्यादा बारिश
प्रदेश में सबसे अधिक बारिश बांदा जिले में हुई, जहां सोमवार को 114.2 मिमी वर्षा दर्ज की गई। इसके अलावा फतेहपुर में 101.6 मिमी, चित्रकूट में 90 मिमी और प्रयागराज में 78.4 मिमी बारिश हुई। इन जिलों में लगातार भारी वर्षा से नदी-नालों का जलस्तर बढ़ गया है और निचले इलाकों में पानी भरने की समस्या देखने को मिली।
41 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने अगले दो दिनों (मंगलवार और बुधवार) के लिए यूपी के 41 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इसमें कौशांबी, प्रयागराज, फतेहपुर, सोनभद्र, मिर्जापुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संत कबीर नगर, बस्ती, गोंडा, हरदोई, फर्रूखाबाद, कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर, उन्नाव, अंबेडकरनगर, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, कासगंज, एटा, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, अमरोहा, संभल और बदायूं शामिल हैं। इन जिलों में मध्यम से भारी बारिश के साथ तेज हवाएं चलने की संभावना जताई गई है।
प्रदेश में मानसून की सक्रियता और असर
पिछले दो दिनों से मानसून ने उत्तर प्रदेश में फिर से रफ्तार पकड़ ली है। खासतौर पर तराई और दक्षिणी जिलों में इसका असर ज्यादा देखने को मिल रहा है। कहीं हल्की तो कहीं भारी बारिश हो रही है। कई जगहों पर नमी और उमस में भी कमी आई है। हालांकि मौसम विभाग ने यह भी संकेत दिया है कि मंगलवार से मानसून थोड़ी कमजोरी दिखा सकता है, जिससे बारिश छिटपुट रूप में देखने को मिलेगी।
सितंबर में बारिश की संभावना
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में विकसित हो रहे एक नए वेदर सिस्टम का असर सितंबर के पहले सप्ताह में प्रदेश में देखने को मिलेगा। 1 से 10 सितंबर के बीच राज्य में अच्छी वर्षा की संभावना जताई गई है। इससे किसानों को काफी लाभ होगा और धान जैसी खरीफ फसलों को भी पर्याप्त पानी मिल सकेगा।
बारिश से राहत और चुनौतियां
जहां एक ओर बारिश ने तपिश और उमस से लोगों को राहत दी है, वहीं दूसरी ओर इससे कई समस्याएं भी उत्पन्न हो गई हैं। सड़कों पर जलभराव, बिजली कटौती और यातायात बाधित होना आम समस्या बन गई है। कई जिलों में ग्रामीण इलाकों में कच्चे मकानों को भी नुकसान पहुंचा है। प्रशासन ने प्रभावित जिलों में अलर्ट जारी कर राहत कार्य तेज कर दिए हैं।
किसानों के लिए संजीवनी बनी बरसात
लंबे समय से सूखा जैसी स्थिति का सामना कर रहे किसानों के लिए यह बारिश किसी संजीवनी से कम नहीं है। धान, मक्का और सब्जियों की फसल के लिए पर्याप्त पानी मिलना शुरू हो गया है। कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि अगर सितंबर के पहले सप्ताह तक अच्छी वर्षा होती है तो खरीफ फसलों की पैदावार उम्मीद से बेहतर होगी।
लखनऊ और आसपास के जिलों में आगे का अनुमान
लखनऊ समेत आसपास के जिलों में अगले चार से पांच दिनों तक रुक-रुक कर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई गई है। हालांकि भारी बारिश की संभावना कम है। मौसम विभाग का कहना है कि बुधवार तक तापमान में हल्की बढ़ोतरी हो सकती है, लेकिन सितंबर की शुरुआत से फिर से तेज बारिश देखने को मिलेगी।
निष्कर्ष
उत्तर प्रदेश में मानसून एक बार फिर सक्रिय हो गया है और इसका सबसे बड़ा असर पूर्वी और तराई वाले जिलों में देखने को मिल रहा है। राजधानी लखनऊ में हो रही बारिश ने गर्मी और उमस से राहत दी है। मौसम विभाग ने 41 जिलों में भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया है और सितंबर के पहले सप्ताह में पूरे प्रदेश में अच्छी वर्षा की संभावना है। किसानों के लिए यह मौसम काफी लाभदायक साबित हो सकता है, लेकिन साथ ही प्रशासन और जनता को जलभराव और अन्य समस्याओं से सतर्क रहने की जरूरत है।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
Q1: लखनऊ में कैसा रहेगा मौसम?
लखनऊ में अगले चार से पांच दिनों तक रुक-रुक कर हल्की से मध्यम बारिश होगी, जबकि सितंबर की शुरुआत में अच्छी वर्षा की संभावना है।
Q2: यूपी के किन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है?
कौशांबी, प्रयागराज, फतेहपुर, सोनभद्र, मिर्जापुर समेत कुल 41 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
Q3: सितंबर में मौसम कैसा रहेगा?
मौसम विभाग के अनुसार 1 से 10 सितंबर तक प्रदेशभर में अच्छी बारिश होगी, जिससे किसानों को काफी फायदा मिलेगा।
Q4: बांदा में कितनी बारिश हुई?
सोमवार को बांदा जिले में 114.2 मिमी वर्षा दर्ज की गई, जो प्रदेश में सबसे अधिक है।
Q5: बारिश से किन समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है?
सड़कों पर जलभराव, ट्रैफिक जाम, बिजली कटौती और ग्रामीण क्षेत्रों में मकानों को नुकसान जैसी समस्याएं सामने आ रही हैं।