36 घंटे रहेगा मौसम खतरनाक: बारिश, वज्रपात और बर्फबारी का अलर्ट जारी, जानिए किन राज्यों में पड़ेगा असर (03 नवंबर 2025)
उत्तर भारत में नवंबर की शुरुआत के साथ ही मौसम का मिजाज तेजी से बदलने लगा है। मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी जारी करते हुए बताया है कि अगले 36 घंटे बेहद खतरनाक रहने वाले हैं। पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) के सक्रिय होने और मोंथा तूफान के प्रभाव से कई राज्यों में मूसलाधार बारिश, आंधी, बिजली गिरने और बर्फबारी का सिलसिला शुरू हो चुका है। इस बदलाव से उत्तर प्रदेश, बिहार, दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश समेत पहाड़ी राज्यों हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर में तापमान में भारी गिरावट दर्ज की जाएगी। वहीं दक्षिण भारत और पूर्वोत्तर राज्यों में भी तूफानी बारिश और तेज हवाओं के कारण जनजीवन प्रभावित होने की संभावना है। इस रिपोर्ट में हम आपको बताएंगे—कहां होगी बारिश, कहां गिरेगी बर्फ, तापमान कितना गिरेगा, और किन इलाकों में वज्रपात का खतरा सबसे ज्यादा रहेगा।
आज का मौसम अपडेट (03 नवंबर 2025)
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि 6 नवंबर तक लगातार मौसम अस्थिर रहेगा। पश्चिमी विक्षोभ और मोंथा तूफान के दोहरे असर से उत्तर भारत के अधिकांश राज्यों में बादल छाए रहेंगे और कहीं-कहीं मध्यम से भारी बारिश देखने को मिलेगी।
- उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान और मध्य प्रदेश में बारिश और ठंडी हवाओं से सर्दी बढ़ने की संभावना है।
- दिल्ली-एनसीआर में हल्की बूंदाबांदी और कोहरे की शुरुआत हो सकती है।
- हिमाचल और उत्तराखंड में बर्फबारी के आसार हैं।
IMD की चेतावनी चार्ट (03 से 06 नवंबर 2025 तक)
| राज्य/क्षेत्र | मौसम की स्थिति | संभावित प्रभाव |
|---|---|---|
| उत्तर प्रदेश | मध्यम बारिश और बिजली | फसलों को नुकसान, सर्दी बढ़ेगी |
| बिहार | गरज-चमक के साथ बारिश | ठंड में वृद्धि, नमी बढ़ेगी |
| दिल्ली-एनसीआर | हल्की बूंदाबांदी, कोहरा | वायु गुणवत्ता और बिगड़ेगी |
| हिमाचल प्रदेश | बारिश और बर्फबारी | तापमान माइनस तक गिरेगा |
| उत्तराखंड | बर्फबारी, बारिश | सड़क मार्ग बाधित, ठंड में इजाफा |
| राजस्थान | हल्की-मध्यम बारिश | 2-4°C तक तापमान गिरेगा |
| महाराष्ट्र, गुजरात | आंधी और बारिश | तटीय इलाकों में हवा तेज़ चलेगी |
उत्तर भारत में बदलेगा मौसम का रुख
उत्तर भारत में मौसम का बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। विशेषकर उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान में पश्चिमी विक्षोभ के चलते लगातार बारिश का दौर चलेगा।
- 4 नवंबर से दिल्ली-एनसीआर में बादल छाने और बूंदाबांदी की संभावना है।
- 5 और 6 नवंबर को उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के ऊंचे इलाकों में बर्फबारी शुरू होगी।
- इस दौरान न्यूनतम तापमान 10°C से 12°C तक गिरने की उम्मीद है।
दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण और मौसम दोनों बिगड़े
दिल्ली में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब (AQI 400+) दर्ज की गई है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार हल्की बारिश से वायु प्रदूषण में कुछ कमी आ सकती है, लेकिन ठंडी हवाएं लौटने के बाद कोहरा और ठंड दोनों बढ़ेंगे।
उत्तर प्रदेश में बारिश से बढ़ेगी सर्दी
आईएमडी के मुताबिक, सोमवार से बुधवार तक उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बारिश का दौर जारी रहेगा।
- लखनऊ, वाराणसी, गोरखपुर, प्रयागराज, कानपुर, बरेली में बारिश और वज्रपात की संभावना है।
- पछुआ हवाओं के सक्रिय होने से न्यूनतम तापमान में तेजी से गिरावट दर्ज की जाएगी।
- किसान वर्ग को सतर्क रहने की सलाह दी गई है क्योंकि रबी फसलों पर बारिश का असर पड़ सकता है।
हिमाचल और उत्तराखंड में बर्फबारी का दौर शुरू
पश्चिमी विक्षोभ के असर से हिमाचल प्रदेश में कुल्लू, मनाली, शिमला, किन्नौर और लाहौल-स्पीति में बर्फबारी होने की संभावना है।
- उत्तराखंड के चमोली, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़ और बद्रीनाथ क्षेत्र में भी बर्फबारी का पूर्वानुमान है।
- इन इलाकों में तापमान 0°C से नीचे जा सकता है।
- बर्फबारी के कारण सड़कें फिसलनभरी हो सकती हैं, इसलिए यात्रियों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
बिहार और झारखंड में बारिश का अलर्ट
मोंथा तूफान के कारण बिहार में बारिश और गरज-चमक की स्थिति बनी रहेगी।
- पटना, गया, दरभंगा, मुज़फ्फरपुर, कटिहार और भागलपुर में मध्यम बारिश के आसार हैं।
- 4 नवंबर के बाद आसमान साफ होते ही कोहरा और सर्दी में इजाफा होगा।
- झारखंड में भी रांची, जमशेदपुर और धनबाद में हल्की बारिश की संभावना है।
राजस्थान में पश्चिमी विक्षोभ का असर
राजस्थान में नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है।
- जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, बीकानेर, कोटा और अजमेर में तीन से चार नवंबर के बीच बारिश का दौर रहेगा।
- तापमान में 2-4°C की गिरावट दर्ज की जाएगी।
- आईएमडी ने किसानों को सलाह दी है कि वे फसलों को ढककर रखें क्योंकि ओलावृष्टि की भी संभावना है।
गुजरात और महाराष्ट्र में आंधी-बारिश का खतरा
गुजरात में अरब सागर में हवा की दिशा बदलने से खंभात की खाड़ी के पास भारी बारिश दर्ज की जा रही है।
- अहमदाबाद, वडोदरा, भावनगर, जूनागढ़ समेत कई तटीय जिलों में आंधी चलने की संभावना है।
महाराष्ट्र में मुंबई, पुणे, नासिक, ठाणे, कोल्हापुर और रायगढ़ जिलों में लगातार बारिश हो रही है। - आईएमडी ने किसानों को सलाह दी है कि फसल कटाई फिलहाल टालें ताकि नुकसान से बचा जा सके।
पूर्वोत्तर राज्यों में भी जारी रहेगा तूफान का असर
पूर्वोत्तर भारत के असम, मेघालय, नागालैंड, त्रिपुरा और अरुणाचल प्रदेश में अगले 48 घंटे तक आंधी और बारिश का दौर जारी रहेगा।
- तापमान में हल्की गिरावट और आर्द्रता में वृद्धि होगी।
- बिजली गिरने की घटनाओं से बचने के लिए लोगों को घरों में रहने की सलाह दी गई है।
आने वाले दिनों का पूर्वानुमान (04-06 नवंबर 2025)
मौसम विभाग के अनुसार:
| दिन | मौसम स्थिति | संभावित क्षेत्र |
|---|---|---|
| 04 नवंबर | हल्की बारिश और बादल | दिल्ली, हरियाणा, पंजाब |
| 05 नवंबर | भारी बर्फबारी | हिमाचल, उत्तराखंड, कश्मीर |
| 06 नवंबर | कोहरा और ठंड में इजाफा | उत्तर भारत के मैदानी क्षेत्र |
निष्कर्ष
नवंबर की शुरुआत में ही मौसम ने करवट ले ली है। पश्चिमी विक्षोभ और मोंथा तूफान के संयुक्त असर से देश के अधिकांश हिस्सों में बारिश, आंधी और बर्फबारी का सिलसिला चल पड़ा है। अगले 36 घंटे कई राज्यों के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकते हैं। दिल्ली से लेकर बिहार, यूपी, हिमाचल और महाराष्ट्र तक—हर क्षेत्र में मौसम का अलग रूप देखने को मिलेगा। ऐसे में आम जनता और किसानों को सतर्क रहने, अनावश्यक यात्रा से बचने और मौसम विभाग के अलर्ट का पालन करने की सलाह दी गई है।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
1. क्या अगले 36 घंटे वाकई खतरनाक रहेंगे?
हाँ, मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले 36 घंटे कई राज्यों में आंधी, वज्रपात और बारिश के कारण खतरनाक हो सकते हैं। विशेषकर पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी से तापमान शून्य से नीचे जा सकता है।
2. क्या दिल्ली में बारिश से प्रदूषण घटेगा?
थोड़ी बहुत राहत मिल सकती है, लेकिन हल्की बूंदाबांदी के बाद ठंडी हवाएं और कोहरा लौटने से एयर क्वालिटी फिर बिगड़ सकती है।
3. किन राज्यों में बर्फबारी होगी?
हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर के ऊंचे इलाकों में 4 से 6 नवंबर तक भारी बर्फबारी की संभावना है।
4. किसानों के लिए क्या सलाह दी गई है?
आईएमडी ने किसानों को सलाह दी है कि वे अपनी तैयार फसलों को ढककर रखें और बारिश वाले दिनों में फसल कटाई से बचें ताकि नुकसान से बचा जा सके।
5. तापमान कितना गिर सकता है?
उत्तर भारत के मैदानी हिस्सों में तापमान 10°C तक गिरने की संभावना है जबकि पहाड़ी इलाकों में यह 0°C या माइनस में जा सकता है।





