दिल्ली-एनसीआर, राजस्थान (जयपुर, दौसा, सवाईमाधोपुर), जम्मू-कश्मीर (जम्मू, कठुआ), उत्तराखंड (देहरादून, उत्तरकाशी) और यूपी (गाजीपुर, मऊ, गोरखपुर) 25 अगस्त आज का मौसम अपडेट – 26 व 27 अगस्त तक ऑरेंज-येलो अलर्ट जारी, हालात बिगड़ सकते हैं
भारत में मानसून हमेशा से किसानों और आम जनता के लिए जीवनदायिनी रहा है, लेकिन जब यही बारिश विकराल रूप धारण कर लेती है, तो तबाही मच जाती है। इस समय उत्तर भारत के कई राज्य – राजस्थान, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश – लगातार भारी बारिश की चपेट में हैं। बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं, पुल और सड़कें धंस रही हैं, घरों में पानी घुस रहा है और लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। मौसम विभाग ने दिल्ली-एनसीआर समेत कई राज्यों के लिए अगले 24 घंटे का रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। विशेषज्ञों का कहना है कि बंगाल की खाड़ी में सक्रिय लो-प्रेशर सिस्टम और पश्चिमी चक्रवातीय गतिविधियों के चलते मानसून और ज्यादा सक्रिय हो गया है। ऐसे में आने वाले दिनों में हालात और बिगड़ सकते हैं। इस लेख में हम आपको राजस्थान, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की ताज़ा स्थिति, मौसम विभाग की चेतावनी और राहत कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे।
राजस्थान में बारिश का कहर
राजस्थान में लगातार बारिश ने हालात गंभीर बना दिए हैं। दौसा, कोटा, बूंदी और सवाईमाधोपुर जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। कई जगह पुल और सड़कें धंस गई हैं, जिससे यातायात बाधित हो गया है। जयपुर के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं और लोग घरों में फंसे हुए हैं। कोटा और बूंदी में सेना और वायुसेना की मदद से राहत और बचाव कार्य चल रहे हैं। वायुसेना के एमआई-17 हेलिकॉप्टर से बाढ़ प्रभावित इलाकों से लोगों को सुरक्षित निकाला जा रहा है।
जम्मू-कश्मीर में तीन दशक बाद रिकॉर्ड बारिश
जम्मू-कश्मीर में बारिश ने पिछले 30 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। जम्मू में 24 घंटे के भीतर 190 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई। इससे नदियां और नाले उफान पर आ गए हैं। कठुआ जिले में पुल टूटने से जम्मू-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गया है। आईआईआईएम छात्रावास के भूतल में पानी भर जाने से 100 से ज्यादा छात्रों को बचाव दल ने सुरक्षित निकाला। चंबा और डलहौजी में बादल फटने और भूस्खलन की घटनाएं दर्ज हुई हैं। कई वाहन मलबे में दब गए और सड़कों का संपर्क पूरी तरह टूट गया।
हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी और भूस्खलन
हिमाचल प्रदेश में बारिश के साथ-साथ ऊंची चोटियों पर बर्फबारी भी देखने को मिली है। रोहतांग, बारालाचा और शिंकुला दर्रे में हल्की बर्फबारी ने ठंड बढ़ा दी है। वहीं, चंबा और मंडी जिलों में भूस्खलन के कारण सड़कें बंद हो गईं। बिलासपुर जिले में नेशनल हाईवे बाधित है और शिमला-चंडीगढ़ का संपर्क कट चुका है।
उत्तर प्रदेश में येलो अलर्ट
उत्तर प्रदेश में मानसून फिर से सक्रिय हो गया है। पिछले तीन दिनों से राज्य के तराई और पूर्वी जिलों में भारी बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने गोरखपुर, देवरिया, बलिया, बस्ती, कुशीनगर, गोंडा, बहराइच, लखीमपुर खीरी और सहारनपुर समेत 30 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है। इससे पहले ही कई इलाकों में पानी भर गया है और किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचा है।
उत्तराखंड में ऑरेंज अलर्ट, स्कूल बंद
उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों में लगातार भारी बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने देहरादून, टिहरी, उत्तरकाशी, चमोली और नैनीताल समेत कई जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। जिला प्रशासन ने एहतियातन देहरादून, चमोली और उत्तरकाशी में स्कूल-कॉलेज बंद करने का आदेश दिया है। कई जगहों पर भूस्खलन और बिजली गिरने की घटनाएं सामने आई हैं।
दिल्ली-एनसीआर और अन्य राज्यों के लिए अलर्ट
भारतीय मौसम विभाग ने दिल्ली-एनसीआर, बिहार, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और पहाड़ी राज्यों में अगले 24 घंटों तक तेज बारिश और आंधी-तूफान की चेतावनी जारी की है। दिल्ली में अब तक अगस्त महीने में औसत से ज्यादा वर्षा दर्ज की गई है। राजधानी के कई इलाकों में जलभराव की समस्या बढ़ गई है और ट्रैफिक जाम की स्थिति भी बिगड़ गई है।
राहत और बचाव कार्य जारी
केंद्र और राज्य सरकारों ने बारिश प्रभावित इलाकों में राहत कार्य तेज कर दिए हैं। सेना और एनडीआरएफ की टीमें कई जगह तैनात हैं। हेलिकॉप्टरों के जरिए प्रभावित लोगों तक खाने-पीने का सामान और दवाइयां पहुंचाई जा रही हैं। कोटा, बूंदी और जम्मू जैसे जिलों में युद्धस्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है।
विशेषज्ञों की चेतावनी
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि बंगाल की खाड़ी में बने लो-प्रेशर सिस्टम और पश्चिम भारत में सक्रिय चक्रवातीय गतिविधि के कारण अगले दो से तीन दिनों तक मानसून और ज्यादा सक्रिय रहेगा। पहाड़ी और समुद्री इलाकों में बारिश की तीव्रता और बढ़ सकती है।
निष्कर्ष
उत्तर भारत के कई राज्यों में बारिश ने तबाही मचाई है। राजस्थान से लेकर जम्मू-कश्मीर और हिमाचल तक बाढ़ और भूस्खलन की घटनाएं हो रही हैं। उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में भी हालात बिगड़ रहे हैं। ऐसे में लोगों को सावधानी बरतने और प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की आवश्यकता है। मौसम विभाग के अनुसार अगले कुछ दिनों तक हालात और गंभीर हो सकते हैं, इसलिए सतर्क रहना ही सबसे बेहतर उपाय है।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
प्रश्न 1: किन राज्यों में सबसे ज्यादा बारिश का असर है?
उत्तर: राजस्थान, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा असर देखा जा रहा है।
प्रश्न 2: क्या दिल्ली-एनसीआर में भी अलर्ट जारी हुआ है?
उत्तर: हां, दिल्ली-एनसीआर में भी अगले 24 घंटे तक भारी बारिश और आंधी-तूफान का अलर्ट है।
प्रश्न 3: जम्मू-कश्मीर में बारिश की क्या स्थिति है?
उत्तर: जम्मू में 24 घंटे में 190 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो पिछले तीन दशकों में सबसे ज्यादा है।
प्रश्न 4: हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी कहां हुई है?
उत्तर: हिमाचल के रोहतांग, बारालाचा और शिंकुला दर्रे में हल्की बर्फबारी हुई है।
प्रश्न 5: उत्तराखंड में स्कूल क्यों बंद किए गए हैं?
उत्तर: भारी बारिश और भूस्खलन की आशंका को देखते हुए देहरादून, चमोली और उत्तरकाशी जिलों में स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं।