बिहार मौसम न्यूज़ पटना 25 अगस्त: आज का मौसम रहेगा खतरनाक, अररिया में हुई सबसे ज्यादा बारिश, जानें दरभंगा-भागलपुर तक का पूरा वेदर रिपोर्ट
बिहार में मानसून एक बार फिर सक्रिय हो चुका है और आसमान से झमाझम बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग ने आज यानी 25 अगस्त को पूरे राज्य के लिए भारी बारिश और वज्रपात का येलो अलर्ट जारी किया है। राजधानी पटना से लेकर सीमांचल और मगध के जिलों तक लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। पिछले दिनों हल्की से मध्यम बारिश ने मौसम को सुहावना जरूर बना दिया था, लेकिन रविवार को अररिया जैसे जिलों में रिकॉर्ड बारिश दर्ज की गई। वहीं, आज से लेकर अगले दो दिनों तक राज्य के सभी 38 जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश और बिजली गिरने की आशंका है। विशेषज्ञों का मानना है कि बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी और मानसून की ट्रफ लाइन की सक्रियता के कारण बिहार में यह मौसमी बदलाव देखने को मिल रहा है। इस लेख में हम आपको बिहार के मौसम की ताज़ा जानकारी, जिलों का अपडेट, बारिश का प्रभाव और आगे का पूर्वानुमान विस्तार से बता रहे हैं।
पटना समेत सभी जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने राजधानी पटना सहित पूरे बिहार के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। इसका मतलब है कि मौसम सामान्य से ज्यादा खतरनाक हो सकता है। सोमवार से मंगलवार सुबह तक राज्यभर में तेज बारिश और वज्रपात का खतरा बना रहेगा। लोगों को घर से बाहर निकलते समय सतर्क रहने की जरूरत है।
रविवार को अररिया में सबसे ज्यादा बारिश दर्ज
बीते रविवार को अररिया जिला सबसे ज्यादा चर्चा में रहा क्योंकि यहां 32.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। सुपौल में हल्की बूंदाबांदी हुई, जबकि मधुबनी में तेज हवा चली जिसकी रफ्तार 43 किलोमीटर प्रति घंटा रही। वहीं वाल्मीकि नगर में पारा 33.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जबकि पूर्णिया में न्यूनतम तापमान 24.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
38 जिलों में गरज के साथ बारिश की संभावना
मौसम विभाग ने साफ किया है कि आज राज्य के सभी 38 जिलों में बारिश होगी। तेज हवाओं के साथ वज्रपात का भी खतरा है। उत्तर बिहार के सीतामढ़ी, दरभंगा, मधुबनी, सुपौल, अररिया और किशनगंज जैसे जिलों से लेकर दक्षिण और मध्य बिहार के पटना, गया, औरंगाबाद, भोजपुर और रोहतास तक झमाझम बारिश की संभावना जताई गई है।
वज्रपात और तेज हवाओं से सतर्क रहने की अपील
मौसम विभाग ने कहा है कि बारिश के दौरान बिजली गिरने और तेज हवाओं से पेड़-पौधे व फसलें प्रभावित हो सकती हैं। ग्रामीण इलाकों में खेतों और खुले मैदानों में काम करने वाले लोगों को खास सतर्क रहने की सलाह दी गई है। इस दौरान मोबाइल फोन का इस्तेमाल खुले में न करने और पेड़ों के नीचे शरण न लेने की चेतावनी भी दी गई है।
बारिश से बढ़ी उमस और तापमान में उतार-चढ़ाव
लगातार बारिश के चलते तापमान में गिरावट और नमी में बढ़ोतरी हुई है। जहां दिन में गर्मी और उमस परेशान कर रही है, वहीं रात में ठंडी हवाएं मौसम को सुहावना बना रही हैं। कई जिलों में बारिश के बाद सड़कों पर जलजमाव की स्थिति भी बन रही है, जिससे लोगों को यातायात में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी का असर
मौसम विशेषज्ञों ने बताया है कि बंगाल की खाड़ी से लगातार नमी आ रही है और मानसून की ट्रफ लाइन बिहार से होकर गुजर रही है। इसके कारण राज्यभर में बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। अगले 2 से 3 दिन तक यही स्थिति बनी रह सकती है।
कृषि पर बारिश का असर
बारिश का सबसे ज्यादा असर किसानों पर पड़ेगा। धान की फसल के लिए यह बारिश वरदान साबित हो सकती है, लेकिन वज्रपात और तेज हवाएं खेतों में खड़ी फसलों को नुकसान भी पहुंचा सकती हैं। कृषि विशेषज्ञ किसानों को मौसम विभाग के अलर्ट पर ध्यान देने और सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं।
निष्कर्ष
बिहार में आज का मौसम पूरी तरह से बारिश और वज्रपात के खतरे से जुड़ा हुआ है। मौसम विभाग के मुताबिक, 25 अगस्त तक पूरे राज्य में येलो अलर्ट रहेगा। पटना से लेकर सीमांचल तक सभी जिलों में भारी बारिश की संभावना है। लोगों को सतर्क रहना चाहिए और अनावश्यक बाहर निकलने से बचना चाहिए।
FAQs
प्रश्न 1: बिहार में 25 अगस्त को कैसा मौसम रहेगा?
उत्तर: पूरे बिहार में भारी बारिश और वज्रपात की संभावना है। सभी जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
प्रश्न 2: सबसे ज्यादा बारिश कहां दर्ज हुई?
उत्तर: रविवार को अररिया जिले में सबसे ज्यादा 32.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
प्रश्न 3: क्या अगले दिनों में भी बारिश होगी?
उत्तर: हां, अगले 2-3 दिनों तक बिहार में लगातार बारिश होने की संभावना है।
प्रश्न 4: किसानों पर इसका क्या असर पड़ेगा?
उत्तर: यह बारिश धान की फसल के लिए लाभदायक है, लेकिन तेज हवाओं और वज्रपात से नुकसान का खतरा भी है।
प्रश्न 5: लोगों को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
उत्तर: बारिश और बिजली गिरने के दौरान खुले मैदान या पेड़ों के नीचे शरण न लें और मौसम विभाग की चेतावनी का पालन करें।