बिहार में 15 अप्रैल 2025 तक मचेगा मौसम का कहर! आज का मौसम रिपोर्ट में खुलासा – पटना, किशनगंज और गोपालगंज में तेज हवाएं और बिजली गिरने की चेतावनी 🌪️⚠️
बिहार में मौसम का मिजाज लगातार बदल रहा है 🌦️। पिछले कुछ दिनों से राज्य के कई जिलों में बारिश, आंधी और वज्रपात का सिलसिला जारी है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 15 अप्रैल 2025 तक के लिए नया मौसम पूर्वानुमान जारी किया है जिसमें भारी बारिश 🌧️ और वज्रपात ⚡ के चेतावनी संकेत दिए गए हैं।
आइए जानते हैं बिहार के किन-किन जिलों में मौसम अपना रौद्र रूप दिखा सकता है और आम लोगों को किस तरह की सावधानियों की ज़रूरत है।
☁️ 15 अप्रैल तक बिहार में कैसा रहेगा मौसम?
IMD पटना के अनुसार, 13 अप्रैल (रविवार) से लेकर 15 अप्रैल (मंगलवार) तक बिहार के लगभग सभी जिलों में वर्षा की संभावना जताई गई है 🌦️। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि पूर्वी और मध्य बिहार में गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है।
- 🌩️ रविवार, 13 अप्रैल: पूर्वी व मध्य बिहार में वज्रपात की आशंका।
- ⚡ सोमवार, 14 अप्रैल और मंगलवार, 15 अप्रैल: कई जिलों में मेघगर्जन, बिजली गिरने की चेतावनी।
🚨चेतावनी: इन दिनों में खुले स्थानों पर न जाएं, पेड़ों के नीचे शरण न लें और मोबाइल चार्जिंग से बचें।
🌪️ आज और कल का मौसम: किस ज़िले में कितना खतरा?
शनिवार, 12 अप्रैल को पूर्णिया, अररिया और किशनगंज जैसे सीमांचल क्षेत्र के जिलों में तेज़ हवाएं 🌬️ चलने की संभावना है, जिसकी रफ्तार 50 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है।
असर डालने वाले जिले:
- पूर्णिया 🌧️
- अररिया 🌪️
- किशनगंज ⚠️
इन क्षेत्रों के लोगों को यात्रा के दौरान विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए। तेज़ हवाएं और अचानक बारिश वाहन चालकों के लिए ख़तरा बन सकती हैं।

🌬️ 14 अप्रैल का पूर्वानुमान: इन जिलों में तेज हवा, इन जिलों में राहत
सोमवार को यानी 14 अप्रैल को बिहार के ज़्यादातर हिस्सों में हवा का दबाव तेज़ रहेगा। खासतौर पर पटना, भागलपुर, दरभंगा जैसे प्रमुख शहरों में गर्मी के साथ हवाओं का प्रभाव महसूस किया जाएगा।
🚫 चेतावनी नहीं वाले जिले:
- पूर्वी चंपारण
- पश्चिमी चंपारण
- गोपालगंज
- सीवान
- सारण
इन ज़िलों में मौसम अपेक्षाकृत सामान्य रहने की संभावना है। हालांकि, हल्की बूंदाबांदी से इंकार नहीं किया जा सकता।
⚠️ अब तक की स्थिति: वज्रपात से 80 की मौत
बीते दिनों राज्य में वज्रपात की चपेट में आकर 80 लोगों की जान जा चुकी है⚰️। यह आंकड़ा न सिर्फ भयावह है बल्कि यह यह भी दर्शाता है कि मौसम को लेकर सतर्क रहना कितना ज़रूरी है।
👉 वज्रपात के समय इन बातों का रखें ध्यान:
- मोबाइल का उपयोग न करें📵
- पेड़ के नीचे खड़े न हों🌳
- धातु की वस्तुओं से दूरी बनाए रखें⚙️
- घर में सुरक्षित स्थान पर रहें🏠
🔮 IMD की सलाह: क्यों जरूरी है अलर्ट को गंभीरता से लेना?
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग का अलर्ट केवल औपचारिक सूचना नहीं होती। यह एक जीवनरक्षक सूचना है जिसे नजरअंदाज करना भारी पड़ सकता है।
सावधानी ही सुरक्षा है ✅
- किसान अपनी फसल की कटाई रोक दें 🌾
- छात्र परीक्षा केंद्र जाते समय छाता रखें ☂️
- ग्रामीण क्षेत्र में बिजली उपकरणों से दूरी बनाए रखें ⚡
❓FAQs – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
Q1: बिहार में बारिश कब तक जारी रहेगी?
👉 15 अप्रैल तक बारिश और वज्रपात की संभावना है।
Q2: किन जिलों में सबसे ज्यादा खतरा है?
👉 पूर्णिया, अररिया, किशनगंज, पटना, भागलपुर जैसे जिलों में ज्यादा असर दिख सकता है।
Q3: क्या स्कूल-कॉलेज बंद होंगे?
👉 फिलहाल कोई सरकारी आदेश नहीं है, लेकिन स्थानीय प्रशासन स्थिति के अनुसार निर्णय ले सकता है।
Q4: वज्रपात से बचाव कैसे करें?
👉 घर के अंदर रहें, मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का प्रयोग न करें।
📝 निष्कर्ष: बदलते मौसम में सतर्कता है सबसे बड़ी सुरक्षा
बिहार में अगले कुछ दिन मौसम का मिजाज बेहद अनिश्चित रहने वाला है। ऐसे में आम जनता को चाहिए कि वो मौसम विभाग की ओर से जारी की गई चेतावनियों का पालन करें और किसी भी प्रकार की लापरवाही न करें।
याद रखें⚠️: “प्राकृतिक आपदा चेतावनी का मतलब है समय रहते बचाव”।