Delhi NCR Rain Alert: 15 साल बाद दिल्ली में बारिश का रिकॉर्ड टूटा: शीत लहर और जलभराव ने बिगाड़ी दिनचर्या!
दिल्ली में शुक्रवार, 27 दिसंबर 2024 से शुरू हुई भारी बारिश ने जनजीवन को प्रभावित कर दिया है। राजधानी के कई इलाकों में जलभराव और यातायात बाधित होने से लोग परेशान हैं। शनिवार सुबह भी बारिश जारी रही, जिससे तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने दिल्ली-एनसीआर में गरज के साथ मध्यम से भारी बारिश का पूर्वानुमान लगाया है। साथ ही, सुबह के समय हल्के कोहरे और दिनभर बादल छाए रहने की संभावना जताई गई है।
किन इलाकों में रहेगा बारिश का प्रभाव?
दिल्ली-एनसीआर के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। संभावित प्रभावित क्षेत्रों में शामिल हैं:
- दिल्ली: पालम, सफदरजंग, लोदी रोड, आईजीआई एयरपोर्ट, महरौली, छतरपुर
- एनसीआर: गुरुग्राम, फरीदाबाद, नोएडा, मानेसर
- हरियाणा: यमुनानगर, झज्जर, फरुखनगर
- उत्तर प्रदेश: सहारनपुर, देवबंद, मुजफ्फरनगर, मेरठ
- राजस्थान: अलवर, तिजारा
मौसम विभाग ने इन इलाकों में बिजली गिरने और तेज हवाओं की संभावना भी जताई है।
15 साल बाद टूटा बारिश का रिकॉर्ड
दिल्ली में इस बार की दिसंबर बारिश ने 15 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है। शुक्रवार को शुरू हुई बारिश दिनभर जारी रही, जिससे सड़कों पर पेड़ गिरने और जलभराव की घटनाएं सामने आईं।
प्रमुख घटनाएं:
- बुराड़ी में जलभराव के कारण यातायात प्रभावित।
- आरकेपुरम के सेक्टर-9 में सड़क धंसने से वाहन दुर्घटनाग्रस्त।
- उत्तर प्रदेश के मथुरा में भी देर रात भारी बारिश।
मौसम विभाग ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ और पूर्वी हवाओं के प्रभाव से उत्तर और मध्य भारत में यह बारिश हो रही है।
शीत लहर का कहर
बारिश के साथ ठंडी हवाओं ने शीत लहर के हालात पैदा कर दिए हैं। शनिवार को दिल्ली का न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम 19 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
आईएमडी के अनुसार, जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री या उससे कम हो, तो इसे शीत लहर माना जाता है। उत्तराखंड, हरियाणा और दिल्ली के कुछ हिस्सों में शीत लहर का असर अगले कुछ दिनों तक जारी रहेगा।
हवा की गुणवत्ता में सुधार
बारिश ने दिल्ली की वायु गुणवत्ता को थोड़ा बेहतर बनाया है। हालांकि, एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) अब भी 355 पर है, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है।
केंद्र सरकार ने GRAP के तहत ‘गंभीर’ उपायों को हटाया है लेकिन चरण I, II और III के तहत प्रतिबंध लागू रहेंगे। IMD और IITM के अनुसार, हवा की गति में सुधार और मौसम की अनुकूल परिस्थितियां एयर क्वालिटी को बेहतर बनाने में मददगार साबित हुई हैं।
विशेषज्ञों की सलाह
- जरूरी काम के बिना घर से बाहर न निकलें।
- भारी बारिश के दौरान वाहन सावधानीपूर्वक चलाएं।
- जलभराव वाले क्षेत्रों से बचने का प्रयास करें।
दिल्ली और आसपास के इलाकों में मौसम की स्थिति अस्थिर बनी हुई है। नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे मौसम विभाग के अपडेट पर नजर रखें और सतर्क रहें।