13 और 14 अप्रैल 2025 का मौसम अलर्ट: झारखंड के 22 जिलों में वज्रपात और ओलावृष्टि की आशंका, डाल्टेनगंज और रांची के किसानों के लिए खतरे की घंटी!
झारखंड में एक बार फिर मौसम ने करवट ले ली है और आने वाले 4-5 दिनों तक राहत की कोई उम्मीद नहीं दिख रही है। मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव के कारण पूरे राज्य में गरज के साथ तेज बारिश 🌧️, वज्रपात ⚡ और ओलावृष्टि की संभावना बनी हुई है। इसके चलते राज्य के कई जिलों में ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी कर दिया गया है।
⚠️ किसानों और आम लोगों के लिए सावधानी जरूरी 🚜👨🌾
मौसम विभाग के अनुसार इस प्रकार का मौसम किसानों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। फसलों को नुकसान, बिजली गिरने से जानमाल की हानि और तेज हवाओं से जनजीवन प्रभावित हो सकता है। इसलिए सभी लोगों को विशेष सतर्कता बरतने की अपील की गई है।
🌪️ तेज हवाएं और वज्रपात: इन जिलों में ज्यादा खतरा
📍 11 अप्रैल को कहां-कहां कहर बरपाएगा मौसम?
- झारखंड के पूर्वी हिस्सों में तेज हवाएं चलेंगी, जिनकी गति 40 से 50 किमी/घंटा हो सकती है।
- दक्षिण-पश्चिम, मध्य और उत्तर-पूर्वी हिस्सों में भी गरज के साथ बिजली गिरने की आशंका है।
- इन इलाकों के लिए ऑरेंज अलर्ट और येलो अलर्ट जारी किया गया है।

⛈️ 12 अप्रैल का पूर्वानुमान: बिजली⚡और तेज हवाओं का तांडव
- पूर्वी जिलों में गरज के साथ 30-40 किमी/घंटा की रफ्तार से हवाएं चलेंगी।
- येलो अलर्ट जारी किया गया है ताकि लोग सतर्क रहें।
⚡ 13 अप्रैल: उत्तर-पश्चिम को छोड़कर पूरे राज्य में वज्रपात की संभावना
- राज्य के अधिकतर हिस्सों में गरज-चमक के साथ वज्रपात हो सकता है।
- हवाओं की गति 30-40 किमी/घंटा रहने का अनुमान है।
🌩️ 14 अप्रैल: गढ़वा-पलामू छोड़ बाकी सभी जिले अलर्ट पर
- 22 जिलों में वज्रपात की चेतावनी ⚠️
- केवल गढ़वा और पलामू जिले इस दिन कुछ हद तक सुरक्षित बताए गए हैं।
🌡️ तापमान में भारी गिरावट: जानिए रांची और डाल्टेनगंज का हाल
🟢 रांची में तापमान 4 डिग्री तक गिरा
- 10 अप्रैल को बारिश के बाद राजधानी रांची का अधिकतम तापमान 31.2°C रहा, जो सामान्य से 3.8°C कम है।
- न्यूनतम तापमान 21.5°C दर्ज किया गया।
🌧️ डाल्टेनगंज में सबसे अधिक 31.8 मिमी वर्षा
- अधिकतम तापमान 40°C से घटकर 38.8°C पर पहुंचा।
- न्यूनतम तापमान में 3.2°C की गिरावट, अब 22.9°C।
🌀 क्यों बन रही है ऐसी स्थिति? जानें मौसम विभाग की राय
मौसम विभाग के विशेषज्ञों के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव के क्षेत्र से लगातार नमी वाली ठंडी हवाएं झारखंड की ओर बढ़ रही हैं। यही वजह है कि पूरे राज्य में मौसम अस्थिर बना हुआ है।
🌍 मौसम अलर्ट से जुड़े रंगों का मतलब क्या होता है?
अलर्ट रंग | मतलब |
---|---|
🟡 येलो | सतर्क रहें |
🟠 ऑरेंज | तैयार रहें |
🔴 रेड | खतरे की स्थिति |
✅ सावधानी बरतने के लिए मौसम विभाग की सलाह
- 🌳 खुले मैदानों में न जाएं
- 📱 मोबाइल फोन का प्रयोग वज्रपात के समय न करें
- 🐄 पशुओं को भी सुरक्षित स्थान पर रखें
- 🚜 किसान अपनी फसलों को ढंक लें और बिजली से दूर रहें
- 🏠 घर के अंदर ही रहें जब मौसम खराब हो
🤔 अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
❓ झारखंड में मौसम कब तक खराब रहेगा?
👉 11 से 14 अप्रैल तक गरज, बारिश और वज्रपात की संभावना है।
❓ कौन से जिले सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे?
👉 रांची, डाल्टेनगंज, पूर्वी सिंहभूम, हजारीबाग, लोहरदगा आदि जिलों में ज्यादा असर पड़ेगा।
❓ क्या यह मौसम फसलों को नुकसान पहुंचाएगा?
👉 हां, खासकर पकी हुई फसलें तेज हवाओं और ओलावृष्टि से खराब हो सकती हैं।
❓ मौसम विभाग का अलर्ट कितने प्रकार का होता है?
👉 येलो, ऑरेंज और रेड – तीन प्रकार के अलर्ट होते हैं।
❓ क्या किसानों को कुछ विशेष उपाय करने चाहिए?
👉 हां, फसल को सुरक्षित स्थान पर रखना, बिजली से दूर रहना, जानवरों को सुरक्षित करना आवश्यक है।
🔚 निष्कर्ष: सतर्क रहें, सुरक्षित रहें 🌧️⚠️
झारखंड में अगले कुछ दिन प्राकृतिक आपदा जैसे हालात बन सकते हैं। वज्रपात, बारिश और तेज हवाएं लोगों की सुरक्षा के लिए खतरा बन सकती हैं। मौसम विभाग के अलर्ट को गंभीरता से लें और समय रहते सतर्कता बरतें। यह सतर्कता ही आपकी और आपके परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी।