झारखंड के 7 जिलों में 9 मई 2025 को आज का मौसम बना खतरा! रांची, धनबाद और दुमका में बारिश और लू का ट्रिपल अटैक – प्रशासन ने जारी की चेतावनी
झारखंड में मौसम ने एक बार फिर करवट ले ली है। बीते कुछ दिनों से राज्य के कई जिलों में जहां दोपहर तक चिलचिलाती धूप 🌞 पड़ रही है, वहीं शाम होते-होते अचानक बारिश 🌧️ और ओलावृष्टि 🌨️ ने लोगों को चौंका दिया है। इस असामान्य मौसम के चलते मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है और 7 जिलों में येलो अलर्ट घोषित किया है।
📍 कहां-कहां हुआ मौसम में उलटफेर?
राजधानी रांची, धनबाद, जामताड़ा और बोकारो में दोपहर करीब 3 बजे तक सूरज की तपिश लोगों को झुलसा रही थी, लेकिन शाम को अचानक मौसम बदल गया और जोरदार बारिश शुरू हो गई। खासकर जामताड़ा में बारिश के साथ-साथ ओलावृष्टि भी देखने को मिली।
⚠️ 7 जिलों में येलो अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने साहिबगंज, गोड्डा, पाकुड़, धनबाद, बोकारो, जामताड़ा और दुमका में वज्रपात⚡ और बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है। इन इलाकों में ओलावृष्टि की भी प्रबल संभावना जताई गई है।
🌾 किसानों को चेतावनी
👉 किसानों को सलाह दी गई है कि वे इस दौरान खेतों में ना जाएं और अगर खेत में मौजूद हैं तो तुरंत सुरक्षित स्थान पर शरण लें। ओलावृष्टि से फसलों को भारी नुकसान पहुंच सकता है।

🔥 बढ़ती गर्मी और लू का खतरा
मौसम विभाग के मुताबिक, दक्षिण-पश्चिम राजस्थान से एक ईस्ट-वेस्ट ट्रफ उत्तरी झारखंड की ओर बढ़ रहा है, जिससे राज्य में गर्म हवाओं का दबाव बना है। इस कारण झारखंड के कई हिस्सों में हीट वेव (लू) चलने की संभावना जताई गई है।
📅 10 और 11 मई को हीट वेव का असर
इन तिथियों में साहिबगंज, गोड्डा, पाकुड़, धनबाद, बोकारो, जामताड़ा और चतरा में लू चलने का खतरा बढ़ गया है। इन इलाकों में येलो अलर्ट जारी कर दिया गया है।
🏙️ रांची की सड़कों पर पसरा सन्नाटा
राजधानी रांची में दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक सड़कों पर सन्नाटा छाया रहा। तेज धूप और गर्म हवाओं के चलते लोग घरों से बाहर निकलने से बचते दिखे। दोपहर 2 बजे तक ऐसा माहौल था जैसे कर्फ्यू लगा हो। वहीं शाम को आंशिक बादल और हल्की बूंदाबांदी ने थोड़ी राहत जरूर दी।
🌡️ कहां कितना रहेगा तापमान?
🔻 उच्च और न्यूनतम तापमान (डिग्री सेल्सियस में):
क्षेत्र | अधिकतम | न्यूनतम |
---|---|---|
देवघर, धनबाद, दुमका, गिरिडीह, गोड्डा, जामताड़ा, पाकुड़, साहिबगंज | 38°C | 24°C |
कोडरमा, चतरा, गढ़वा, लातेहार, लोहरदगा, पलामू | 38°C | 24°C |
बोकारो, रामगढ़, हजारीबाग, रांची, खूंटी, गुमला | 37°C | 23°C |
पूर्वी और पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला खरसावां, सिमडेगा | 40°C | 27°C |
🧠 मौसम से जुड़े सुरक्षा सुझाव
- ☀️ दोपहर 12 से 3 बजे के बीच बाहर निकलने से बचें।
- 🌴 छायादार स्थान पर रहें और ढीले कपड़े पहनें।
- 💧 पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं और शरीर को हाइड्रेटेड रखें।
- 🚜 किसान अपने खेतों में काम करते समय मौसम की जानकारी पर ध्यान दें।
- 🧒 बुजुर्गों और बच्चों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।
🛰️ मौसम परिवर्तन का कारण क्या है?
झारखंड में इस समय मौसम का अस्थिर रहना मानसून पूर्व गतिविधियों का संकेत है। राजस्थान से आने वाली गर्म हवाएं और बंगाल की खाड़ी से नमी मिलने के कारण क्षेत्र में अचानक मौसम बदलाव हो रहा है। यह न केवल सामान्य जीवन बल्कि कृषि गतिविधियों को भी प्रभावित कर रहा है।
📢 सरकार और प्रशासन की तैयारी
राज्य सरकार और आपदा प्रबंधन विभाग ने सभी जिलों को सतर्क रहने को कहा है। किसानों के लिए विशेष एडवाइजरी जारी की गई है ताकि वे ओलावृष्टि और लू से फसलों व जान-माल की सुरक्षा कर सकें।
❓FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
❓ झारखंड में येलो अलर्ट का मतलब क्या होता है?
उत्तर: येलो अलर्ट का मतलब है मौसम की स्थितियों में बदलाव की संभावना, जिसमें आम जनजीवन पर प्रभाव पड़ सकता है। यह चेतावनी लोगों को सतर्क रहने के लिए जारी की जाती है।
❓ ओलावृष्टि से फसल को कैसे बचाएं?
उत्तर: फसलों को ढकने, खेतों में ना रहने और समय पर मौसम की जानकारी लेने से नुकसान कम किया जा सकता है।
❓ लू से कैसे बचा जाए?
उत्तर: घर के अंदर रहें, अधिक पानी पिएं, सिर को ढकें और धूप में बाहर निकलने से बचें।
❓ किन जिलों में सबसे ज्यादा लू का खतरा है?
उत्तर: साहिबगंज, गोड्डा, पाकुड़, धनबाद, बोकारो, जामताड़ा और चतरा में सबसे ज्यादा खतरा है।
❓ क्या रांची में भी बारिश हो रही है?
उत्तर: हां, रांची में हल्की बूंदाबांदी दर्ज की गई है, लेकिन दिन के समय तापमान काफी बढ़ा हुआ रहता है।
📝 निष्कर्ष
झारखंड में मौसम की दोहरी मार—गर्मी और बारिश—ने आम जनजीवन को प्रभावित किया है। जहां एक ओर लू चल रही है, वहीं दूसरी ओर बारिश और ओलावृष्टि से लोगों को राहत भी मिल रही है। किसानों और आम नागरिकों को मौसम विभाग की चेतावनियों पर ध्यान देना चाहिए और सतर्क रहना चाहिए। आने वाले दिनों में स्थिति और भी गंभीर हो सकती है, इसलिए तैयार रहना ही समझदारी है।