जयपुर, सीकर, करौली और हनुमानगढ़ में मूसलाधार बारिश! 1 सितंबर 2025 आज का मौसम अलर्ट – राजस्थान के 27 जिलों में येलो वार्निंग जारी
राजस्थान इन दिनों मानसून की सक्रियता के चलते भीषण बारिश और बाढ़ जैसे हालात से जूझ रहा है। कई जिलों में नदी-नाले उफान पर हैं और सड़कें दरिया का रूप ले चुकी हैं। जयपुर, सीकर, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, सवाई माधोपुर और दौसा जैसे जिलों में हालात बिगड़ते नजर आ रहे हैं। कई जगहों पर स्कूल बंद कर दिए गए हैं और स्वास्थ्य विभाग समेत अन्य सरकारी दफ्तरों में छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। मौसम विभाग ने राज्य के 27 जिलों में अलर्ट जारी किया है और लोगों को सतर्क रहने की हिदायत दी है।
इस लेख में हम राजस्थान में जारी मानसून की ताज़ा स्थिति, प्रमुख जिलों में हुई बारिश, बाढ़ जैसे हालात, तापमान रिपोर्ट और मौसम विभाग की भविष्यवाणी पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
राजस्थान में मानसून की स्थिति
राजस्थान का मानसून इस समय पूरी तरह सक्रिय है। पिछले 24 घंटे में कई जिलों में औसत से अधिक बारिश दर्ज की गई है। निचले इलाकों में पानी भर गया है और ग्रामीण क्षेत्रों में तालाब व नदियां उफान पर हैं। राज्य के कई हिस्सों में बाढ़ जैसे हालात बनने से लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
जयपुर और सीकर में भारी बारिश का कहर
जयपुर और सीकर जिले सबसे ज्यादा प्रभावित नजर आ रहे हैं। जयपुर में भारी बारिश के बाद कई इलाकों में डेढ़ फीट तक पानी भर गया। वहीं, सीकर में लगातार हो रही बारिश ने यातायात और आम जनजीवन को प्रभावित कर दिया। दुकानों, घरों और अस्पतालों में पानी घुसने की खबरें सामने आ रही हैं।
हनुमानगढ़ और श्रीगंगानगर में बाढ़ का खतरा
हनुमानगढ़ और श्रीगंगानगर जिलों में नदियां खतरे के निशान पर बह रही हैं। स्वास्थ्य विभाग ने बाढ़ की आशंका को देखते हुए कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। घग्गर नदी के आसपास के इलाकों में विशेष अलर्ट जारी किया गया है ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके।
झालावाड़ और करौली में रिकॉर्ड बारिश
झालावाड़ जिले के रायपुर में 140 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो इस सीजन की सबसे ज्यादा बरसातों में से एक है। गंगाधर में 115 मिमी, डग में 63 मिमी और करौली के टोडाभीम में 101 मिमी बारिश दर्ज की गई। इन क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति बनी हुई है और प्रशासन को रेस्क्यू ऑपरेशन चलाना पड़ा।
जालोर और जैसलमेर में तेज बरसात
जालोर जिले में 126 मिमी तक बारिश हुई, जिससे कई गांवों का संपर्क टूट गया। वहीं, जैसलमेर के मोहनगढ़ में 63 मिमी बारिश ने मरुस्थलीय इलाकों में भी हालात बिगाड़ दिए। यहां खेतों में खड़ी फसलें बर्बाद होने लगी हैं और ग्रामीणों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
कोटा और बांसवाड़ा में लगातार वर्षा
कोटा और बांसवाड़ा में भी बारिश का सिलसिला जारी है। कोटा के रामगंजमंडी में 55 मिमी बारिश दर्ज की गई। वहीं, बांसवाड़ा के शेरगढ़ और बागीदौरा में लगातार हो रही बारिश से ग्रामीण क्षेत्रों में जलभराव बढ़ गया है।
राजस्थान के अन्य जिलों में बारिश का हाल
भरतपुर, धौलपुर, नागौर, डूंगरपुर, टोंक और चित्तौड़गढ़ जैसे जिलों में भी बारिश का दौर जारी है। अधिकांश क्षेत्रों में औसतन 25 से 65 मिमी तक बारिश दर्ज की गई। ग्रामीण इलाकों में नदियां और तालाब लबालब भर चुके हैं और सड़कों पर पानी भर गया है।
मुख्य शहरों का अधिकतम तापमान
मौसम विभाग के अनुसार, रविवार को राज्य का अधिकतम तापमान बाड़मेर में 33.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके अलावा अजमेर में 30.3 डिग्री, जयपुर में 31.7 डिग्री, कोटा में 31.8 डिग्री, जैसलमेर में 33.5 डिग्री और जोधपुर में 29.0 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज किया गया।
मुख्य शहरों का न्यूनतम तापमान
राज्य के न्यूनतम तापमान की बात करें तो सिरोही में सबसे कम 19.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जयपुर में 24.0 डिग्री, बीकानेर में 25.6 डिग्री, चूरू में 24.5 डिग्री और श्रीगंगानगर में 24.1 डिग्री न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया।
मौसम विभाग का ताजा अलर्ट
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि सितंबर के पहले सप्ताह में मानसून एक्टिव रहेगा और पूर्वी राजस्थान के अलवर, भरतपुर, झुंझुनूं, सीकर और जयपुर जिलों में भारी बारिश की संभावना है। इसके अलावा 27 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है। विभाग ने लोगों को सतर्क रहने और निचले इलाकों से दूर रहने की सलाह दी है।
ग्रामीण और शहरी इलाकों पर असर
भारी बारिश ने ग्रामीण इलाकों में किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचाया है। वहीं, शहरी क्षेत्रों में जलभराव ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। अस्पतालों, स्कूलों और दफ्तरों में पानी घुसने की वजह से सामान्य जीवन पर बुरा असर पड़ा है।
बारिश और स्वास्थ्य पर असर
लगातार हो रही बारिश से मौसमी बीमारियों के फैलने का खतरा भी बढ़ गया है। डेंगू, मलेरिया और वायरल फीवर के केसों में बढ़ोतरी की आशंका जताई जा रही है। स्वास्थ्य विभाग ने इसको लेकर सतर्कता बरतने की अपील की है।
मौसम का आगे का पूर्वानुमान
विभाग का कहना है कि आने वाले दिनों में राजस्थान के कई हिस्सों में भारी से अतिभारी बारिश हो सकती है। विशेषकर पूर्वी राजस्थान में बाढ़ जैसे हालात बनने की संभावना बनी हुई है।
निष्कर्ष
राजस्थान इस समय मानसून की मार झेल रहा है। कई जिलों में लगातार हो रही बारिश ने बाढ़ जैसे हालात बना दिए हैं। मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले कुछ दिनों तक बारिश का सिलसिला जारी रहेगा, ऐसे में लोगों को अलर्ट पर रहना होगा। प्रशासन और जनता को मिलकर इस स्थिति का सामना करना होगा ताकि जान-माल की हानि को रोका जा सके।
FAQs
प्रश्न 1: राजस्थान के किन जिलों में सबसे ज्यादा बारिश हुई?
झालावाड़, जालोर, करौली और जयपुर जैसे जिलों में सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई है।
प्रश्न 2: जयपुर में कितनी बारिश दर्ज की गई?
जयपुर में करीब 5 इंच तक बारिश दर्ज की गई, जिससे सड़कों पर पानी भर गया।
प्रश्न 3: मौसम विभाग ने कितने जिलों में अलर्ट जारी किया है?
मौसम विभाग ने 27 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है।
प्रश्न 4: बारिश से किन क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा है?
हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर और करौली जैसे जिलों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।
प्रश्न 5: आगे मौसम कैसा रहने वाला है?
सितंबर के पहले सप्ताह में मानसून एक्टिव रहेगा और पूर्वी राजस्थान में भारी बारिश की संभावना बनी हुई है।