सर्दी से पहले राजस्थान में मचेगी बारिश की हलचल! 3 और 4 नवंबर को इन जिलों में झमाझम का पूर्वानुमान, देखें पूरी लिस्ट और तापमान रिपोर्ट”
राजस्थान में मौसम एक बार फिर करवट लेने वाला है। मानसून की विदाई को एक महीना बीत चुका है, लेकिन बारिश का सिलसिला अभी थमा नहीं है। राज्यभर में बार-बार पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) के सक्रिय होने और अरब सागर में बने चक्रवाती तंत्रों के कारण मौसम में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। 3 और 4 नवंबर को फिर से बारिश के आसार हैं, जिसके चलते 20 से अधिक जिलों में मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है।
बारिश के साथ तापमान में गिरावट आएगी और ठंड की दस्तक शुरू हो जाएगी। कई इलाकों में न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस के नीचे पहुंच सकता है। इस बदलाव से न केवल किसानों की चिंता बढ़ेगी, बल्कि आम लोगों को भी ठंडी हवाओं का सामना करना पड़ेगा। मौसम विभाग के अनुसार, 5 नवंबर के बाद सर्दी का असर तेज़ी से बढ़ेगा, जिससे राजस्थान में अब ठंड के मौसम की शुरुआत मानी जा सकती है।
राजस्थान का मौसम फिर पलटेगा – जानिए कारण
राजस्थान का मौसम अक्सर पश्चिमी विक्षोभ और अरब सागर में बनने वाले चक्रवातों से प्रभावित होता है। इस बार भी ऐसा ही हो रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, नया पश्चिमी विक्षोभ 3 नवंबर से सक्रिय होने जा रहा है, जो प्रदेश के दक्षिणी और दक्षिण-पूर्वी जिलों में बादल और बारिश का कारण बनेगा। इसके चलते जयपुर, कोटा, उदयपुर और बांसवाड़ा संभाग के जिलों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है।
कब और कहां बरसेंगे बादल? (3 और 4 नवंबर का अलर्ट)
मौसम विभाग जयपुर केंद्र ने जानकारी दी है कि 3 और 4 नवंबर को प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश हो सकती है।
इस दौरान तापमान में गिरावट और बादलों का जमावड़ा देखने को मिलेगा।
3 नवंबर को जिन जिलों में होगी बारिश:
- बांसवाड़ा
- बारां
- भीलवाड़ा
- बूंदी
- चित्तौड़गढ़
- डूंगरपुर
- झालावाड़
- कोटा
- प्रतापगढ़
- सलूंबर
- राजसमंद
- सिरोही
- उदयपुर
- बालोतरा
- बाड़मेर
- जैसलमेर
- जालौर
- जोधपुर
- पाली
- फलोदी

4 नवंबर को बारिश की संभावना वाले जिले:
अजमेर, अलवर, ब्यावर, भरतपुर, दौसा, धौलपुर, जयपुर, सवाई माधोपुर, टोंक, करौली और उदयपुर सहित 25 से अधिक जिलों में हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है।
तापमान में फिर आएगा उतार-चढ़ाव
पिछले कुछ दिनों में दिन का तापमान सामान्य स्तर तक बढ़ गया था, लेकिन अब फिर बारिश और बादलों की वापसी से तापमान गिरने लगेगा। शनिवार को प्रदेश के विभिन्न इलाकों में तापमान में 1°C से 7°C तक की बढ़ोतरी देखी गई थी। अब बारिश के बाद फिर ठंड का असर दिखेगा और रात के तापमान में 3°C से 5°C तक की गिरावट हो सकती है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, 5 नवंबर से उत्तर भारत से ठंडी हवाएं राजस्थान की ओर बहने लगेंगी जिससे सर्दी का आगाज हो जाएगा।
राजस्थान के प्रमुख शहरों का न्यूनतम तापमान (1 नवंबर 2025 तक)
| शहर का नाम | न्यूनतम तापमान (°C) |
|---|---|
| सीकर | 15.2 |
| लूणकरणसर | 15.2 |
| फतेहपुर | 15.6 |
| सिरोही | 16.5 |
| अजमेर | 16.5 |
| जालौर | 17.1 |
| चूरू | 17.4 |
| संगरिया | 17.9 |
| वनस्थली | 18.1 |
| श्रीगंगानगर | 18.2 |
| जोधपुर | 18.5 |
| जैसलमेर | 18.7 |
| पिलानी | 18.8 |
| अलवर | 18.8 |
| भीलवाड़ा | 19.4 |
| झुंझुनूं | 19.5 |
| दौसा | 19.6 |
| चित्तौड़गढ़ | 19.6 |
| बारां (अंता) | 19.7 |
| डबोक | 19.8 |
| बीकानेर | 19.8 |
| जवाई डैम | 20.0 |
| बाड़मेर | 20.3 |
| प्रतापगढ़ | 20.4 |
| करौली | 20.7 |
| जयपुर | 21.0 |
| फलोदी | 21.6 |
| कोटा | 21.9 |
सर्दी की दस्तक और किसानों की चिंता
बारिश जहां कुछ इलाकों में राहत लेकर आती है, वहीं किसानों के लिए यह परेशानी का कारण भी बन सकती है। राजस्थान में इस समय रबी फसलों की बुवाई का समय चल रहा है, ऐसे में अतिरिक्त नमी और ठंडी हवाएं फसलों को प्रभावित कर सकती हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इस बारिश के बाद मिट्टी में नमी बनी रहेगी, जो गेहूं और सरसों की फसल के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है, बशर्ते बारिश बहुत भारी न हो।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान – अगले 5 दिन
- 3-4 नवंबर: दक्षिणी और पूर्वी राजस्थान में हल्की से मध्यम बारिश
- 5 नवंबर: उत्तर पश्चिमी हवाओं का दबाव बढ़ेगा, ठंड बढ़ने लगेगी
- 6-7 नवंबर: तापमान 2°C से 3°C और घट सकता है
- 8 नवंबर: सुबह के समय कोहरा और शीतलहर की शुरुआत संभव
राजस्थान में सर्दी की शुरुआत कब होगी?
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि 5 नवंबर के बाद से राजस्थान में सर्दी का असर साफ दिखाई देगा।
सीकर, झुंझुनूं, चूरू जैसे उत्तरी जिलों में न्यूनतम तापमान 10°C से नीचे जाने की संभावना है।
दक्षिण राजस्थान के शहर जैसे उदयपुर, सिरोही और बांसवाड़ा में सुबह की ठंड महसूस होने लगेगी।
यह स्थिति नवंबर के मध्य तक पूरे राज्य में सर्दी के मौसम की शुरुआत का संकेत होगी।
लोगों को क्या बरतनी चाहिए सावधानी
- बारिश के दौरान अनावश्यक बाहर निकलने से बचें।
- सर्द हवाओं से बचाव के लिए गर्म कपड़े रखें।
- वाहन चालकों को सुबह और शाम को कोहरे के समय हेडलाइट्स का उपयोग करना चाहिए।
- बच्चों और बुजुर्गों को विशेष रूप से ठंड से बचाएं।
- किसान अपने खेतों में अतिरिक्त जलभराव रोकने के उपाय करें।
निष्कर्ष
राजस्थान में मौसम एक बार फिर करवट ले रहा है। 3 और 4 नवंबर को कई जिलों में बारिश होगी, जिससे तापमान में गिरावट आएगी और ठंड की शुरुआत हो जाएगी। राजस्थान के लोग अब गर्म कपड़ों की तैयारी कर सकते हैं क्योंकि नवंबर के दूसरे सप्ताह से सर्द हवाओं का असर तेजी से बढ़ेगा। बारिश किसानों के लिए जहां राहत है, वहीं ठंडी हवाओं से सावधानी बरतना भी जरूरी है।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
1. क्या राजस्थान में फिर से बारिश होगी?
हाँ, मौसम विभाग के अनुसार 3 और 4 नवंबर को राजस्थान के 20 से अधिक जिलों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से यह बारिश होगी।
2. किन जिलों में सबसे ज्यादा बारिश की संभावना है?
उदयपुर, कोटा, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, सिरोही, और झालावाड़ जैसे जिलों में बारिश की संभावना सबसे अधिक है। इन जिलों में बादल और ठंडी हवाएं छाई रहेंगी।
3. क्या इस बारिश से सर्दी बढ़ेगी?
जी हां, बारिश के बाद उत्तर पश्चिमी हवाओं के प्रभाव से तापमान में गिरावट आएगी और 5 नवंबर के बाद सर्दी तेजी से बढ़ने लगेगी।
4. क्या यह बारिश किसानों के लिए फायदेमंद होगी?
अगर बारिश हल्की होती है तो यह मिट्टी में नमी बढ़ाकर फसलों के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है, लेकिन भारी वर्षा से खेतों में जलभराव की स्थिति नुकसानदेह हो सकती है।
5. सर्दी कब से शुरू होगी और कितनी कड़ी होगी?
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, 5 नवंबर के बाद सर्दी की शुरुआत होगी और नवंबर के मध्य तक राजस्थान में न्यूनतम तापमान 10°C से नीचे पहुंच सकता है।




