उत्तर भारत आज का मौसम 3 सितंबर 2025 🛑, पंजाब-हिमाचल-उत्तराखंड में रेड अलर्ट, दिल्ली में यमुना खतरे के निशान पार, यूपी-बिहार में मूसलधार बारिश
उत्तर भारत इस समय मूसलधार बारिश और बाढ़ की तबाही से जूझ रहा है। पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे राज्यों में हालात बेहद गंभीर बने हुए हैं। नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, पहाड़ी राज्यों में भूस्खलन और सड़क धंसने जैसी घटनाएं हो रही हैं, जबकि मैदानी इलाकों में गांव-गांव पानी में डूब रहे हैं। 🚨 पंजाब के 23 जिलों को पूरी तरह से बाढ़ग्रस्त घोषित कर दिया गया है और हिमाचल से बहकर आ रहा पानी खतरे की घंटी बजा रहा है। वहीं दिल्ली में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर चुका है, जिससे राजधानी में बाढ़ का बड़ा संकट खड़ा हो गया है। यह लेख आपको इस प्राकृतिक आपदा की पूरी तस्वीर दिखाएगा—राज्यों की स्थिति, लोगों की परेशानियां, प्रशासनिक कदम और मौसम विभाग के ताज़ा अलर्ट तक।
🌊 पंजाब की स्थिति हुई भयावह
पंजाब इस समय बाढ़ की सबसे बड़ी मार झेल रहा है। यहां के सभी 23 जिले बाढ़ग्रस्त घोषित कर दिए गए हैं। भाखड़ा बांध का जलस्तर 1677 फीट तक पहुंच चुका है, जो खतरे के निशान से मात्र तीन फीट नीचे है। सतलुज नदी किनारे बसे शहरों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। 🚧 अब तक 1,400 गांव प्रभावित हो चुके हैं और करीब 3.54 लाख लोग बुरी तरह से प्रभावित हैं।
🏚️ दुखद हादसे और जानमाल का नुकसान
अमृतसर के सठियाला गांव में एक घर की छत गिरने से 11 वर्षीय बच्ची की मौत हो गई। प्रदेश में अब तक 30 लोगों की जान जा चुकी है। मुख्यमंत्री भगवंत मान लगातार प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे हैं और राहत कार्यों की समीक्षा कर रहे हैं।
🌧️ हरियाणा में लगातार बारिश से बिगड़े हालात
हरियाणा के 16 जिलों में भारी बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त है। घग्गर नदी उफान पर है, जिससे फतेहाबाद के 30 गांव जलमग्न हो गए हैं।
🚗 शहरों में जलभराव
गुरुग्राम में 24 घंटे में 160 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिससे सड़कें तालाब में बदल गईं। फरीदाबाद में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है, जिससे आसपास के खेत पूरी तरह डूब गए हैं।
🛑 दिल्ली में बाढ़ का संकट
यमुना नगर के हथिनी कुंड बैराज से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के बाद दिल्ली में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है।
🏠 निचले इलाकों में पानी घुसा
यमुना बाजार और मोनेस्ट्री बाजार समेत कई इलाकों में घरों में पानी भर गया है। 15 हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों और राहत शिविरों में भेजा गया है।
🏔️ हिमाचल में भूस्खलन और भारी तबाही
हिमाचल प्रदेश में लगातार बारिश और भूस्खलन से जनजीवन थम सा गया है।
⚠️ जानलेवा हादसे
कुल्लू और कसौली में भूस्खलन से तीन महिलाओं की मौत हो गई। सोलन और सुंदरनगर में घर ध्वस्त होने से कई लोगों की जान चली गई। कीरतपुर-मनाली फोरलेन पर 75 जगह क्षति के कारण आवाजाही पूरी तरह ठप है।
🌄 जम्मू-कश्मीर में मूसलधार बारिश का कहर
जम्मू संभाग में बारिश और भूस्खलन ने तबाही मचा दी है। कठुआ और ऊधमपुर में मकान गिरने और सड़क बहने से कई लोगों की जान गई है।
🚸 प्रभावित जीवन
जम्मू-श्रीनगर हाईवे के बह जाने से आवागमन पूरी तरह बंद है। चिनाब और तवी नदी उफान पर हैं, जिससे डैम के गेट खोलने पड़े हैं।
🌲 उत्तराखंड में तबाही
उत्तराखंड में 250 से अधिक सड़कें अवरुद्ध हो चुकी हैं। उत्तरकाशी में यमुनोत्री हाईवे पर बना पुल जलमग्न हो गया है।
🏞️ बर्फबारी और बारिश साथ-साथ
देहरादून समेत सात जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं ऊंची चोटियों पर हिमपात ने मुश्किलें और बढ़ा दी हैं।
🌧️ उत्तर प्रदेश में रेड अलर्ट
प्रयागराज, मुजफ्फरनगर और अलीगढ़ समेत 50 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
⚡ मौत का कारण बनी बिजली
कानपुर में वज्रपात और मकान ढहने से चार लोगों की जान चली गई।
🌊 बिहार में नदियों का बढ़ता जलस्तर
बिहार में गंगा, कोसी, बूढ़ी गंडक और बागमती नदियां उफान पर हैं।
🕯️ डूबकर हुई मौतें
खगड़िया और कटिहार में पांच लोगों की डूबने से मौत हो गई है। सुपौल में कोसी नदी का जलस्त्राव खतरनाक स्तर तक पहुंच चुका है।
🌧️ राजस्थान में बांध टूटा, गांव जलमग्न
राजस्थान के दौसा जिले में कच्चा बांध टूटने से कई गांव जलमग्न हो गए। जयपुर मौसम विभाग के अनुसार आने वाले चार दिनों तक बारिश का सिलसिला जारी रहेगा।
✅ निष्कर्ष
उत्तर भारत इस समय प्राकृतिक आपदा के सबसे कठिन दौर से गुजर रहा है। पंजाब, हिमाचल और उत्तराखंड में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है, जबकि दिल्ली और हरियाणा में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। प्रशासन राहत और बचाव कार्यों में जुटा है, लेकिन लगातार हो रही बारिश स्थिति को और भयावह बना रही है। जनता को सतर्क रहने और प्रशासनिक निर्देशों का पालन करने की सख्त जरूरत है। 🙏
❓ FAQs
प्रश्न 1: पंजाब में कितने जिले बाढ़ग्रस्त घोषित हुए हैं?
👉 पंजाब के सभी 23 जिले बाढ़ग्रस्त घोषित किए गए हैं।
प्रश्न 2: दिल्ली में बाढ़ का मुख्य कारण क्या है?
👉 हथिनी कुंड बैराज से छोड़ा गया पानी और यमुना का बढ़ता जलस्तर।
प्रश्न 3: उत्तराखंड में कितनी सड़कें बंद हुई हैं?
👉 250 से अधिक सड़कें भूस्खलन और बारिश के कारण अवरुद्ध हैं।
प्रश्न 4: बिहार में सबसे ज्यादा खतरा किस नदी से है?
👉 गंगा और कोसी नदी के उफान से।
प्रश्न 5: राजस्थान में सबसे बड़ा हादसा कहां हुआ?
👉 दौसा जिले के लालसोट में कच्चा बांध टूटने से कई गांव जलमग्न हो गए।