घना कोहरा, बारिश और खराब हवा: जानिए दिल्ली-NCR के मौसम का पूरा हाल!
दिल्ली-NCR में कड़ाके की ठंड ने लोगों का जीवन मुश्किल बना दिया है। घने कोहरे के चलते विजिबिलिटी बेहद कम हो गई है, जिससे यातायात प्रभावित हो रहा है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने जानकारी दी है कि इस सप्ताह एक नए पश्चिमी विक्षोभ के कारण दिल्ली और आसपास के इलाकों में बारिश की संभावना बनी हुई है। बुधवार और गुरुवार को हल्की बारिश के साथ बादलों का डेरा रहेगा, जिससे दिन का तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे जा सकता है।
कोहरे के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी
सोमवार को दिल्ली में घने कोहरे का असर देखा गया। IMD के अनुसार, सुबह 4:30 बजे से 8:00 बजे तक पालम में विजिबिलिटी 50 मीटर और सफदरजंग में 150 मीटर रही। अगले 48 घंटों में भी घने कोहरे का अनुमान है। मंगलवार के लिए ऑरेंज अलर्ट और बुधवार को हल्की बारिश की संभावना को देखते हुए येलो अलर्ट जारी किया गया है। IMD ने बताया कि 50-200 मीटर विजिबिलिटी को ‘घना कोहरा’ और 50 मीटर से कम को ‘बहुत घना कोहरा’ माना जाता है।

बारिश और पश्चिमी विक्षोभ का असर
पश्चिमी विक्षोभ के कारण बुधवार रात और गुरुवार सुबह हल्की बारिश हो सकती है। स्काईमेट के उपाध्यक्ष महेश पलावत ने बताया कि मैदानी इलाकों में हल्की बारिश का अनुमान है, लेकिन तापमान में बड़ी गिरावट की संभावना नहीं है। लगातार पश्चिमी विक्षोभ के कारण ठंडी उत्तर-पश्चिमी हवाएं रुक गई हैं, जिससे तापमान स्थिर बना हुआ है।
वायु गुणवत्ता में मामूली सुधार
दिल्ली की वायु गुणवत्ता में सुधार दर्ज किया गया है, लेकिन यह अभी भी ‘खराब’ श्रेणी में बनी हुई है। सोमवार को औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 248 रहा, जो रविवार को 278 था। NCR के अन्य शहरों की बात करें तो गुरुग्राम में AQI 156 (मध्यम) और नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद में क्रमश: 168, 174 और 160 (मध्यम) रहा। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने ग्रैप के स्टेज 3 प्रतिबंधों को हटा दिया है।
तापमान की स्थिति
सोमवार को गुरुग्राम का न्यूनतम तापमान 10.5 डिग्री सेल्सियस और गौतमबुद्ध नगर का न्यूनतम तापमान 10.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकतम तापमान 19.7 डिग्री सेल्सियस रहा। विशेषज्ञों का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण हवाओं की दिशा बदलने से ठंडक कम महसूस हो रही है।
सावधानी और तैयारी की जरूरत
कोहरे और बारिश को देखते हुए लोगों को यात्रा के दौरान सतर्क रहने की सलाह दी गई है। मौसम में लगातार बदलाव के कारण स्वास्थ्य पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है।